थाली से गायब हुआ टमाटर, हरी सब्जियां भी हुई महंगी
वाराणसी (रणभेरी): लगातार और अधिक बारिश के कारण सब्जियों की कीमतों में तेजी आई है तथा टमाटर की कीमत अगले दो महीनों तक ऊंचे स्तर पर बनी रह सकती है। जमीनी स्थिति बताते हुए क्रिसिल ने कहा है कि टमाटर के प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में से एक कर्नाटक में स्थिति इतनी ह्यगंभीरह्ण है कि इस सब्जी को महाराष्ट्र के नासिक से भेजा जा रहा है। क्रिसिल रिसर्च ने कहा कि अक्टूबर-दिसंबर की अवधि के दौरान प्रमुख आपूर्तिकर्ता राज्य, कर्नाटक (सामान्य से 105 प्रतिशत अधिक), आंध्र प्रदेश (सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक) और महाराष्ट्र (सामान्य से 22 प्रतिशत) में अधिक बारिश होने के कारण खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है। सीधा असर घर के ऊपर पड़ रहा है।
आम व्यक्तियों को इसके लिए जरूरत से ज्यादा खर्चा पड़ रहा हैं। जनवरी में मध्य प्रदेश और राजस्थान से फसल आना शुरू होगी। तब कीमतें नीचे आएंगी। उम्मीद है कि नई फसल आने के बाद टमाटर के रेट में 30% की गिरावट आएगी। देश की सांस्कृतिक राजधानी वाराणसी समेत पूर्वांचल में कई शहरों में टमाटर के दाम 70 से 120 रुपए तक पहुंच गए हैं। शादियों के मौसम में मांग बढ़ने के चलते भी फिलहाल इसके भाव कम नहीं होंगे।