CM योगी के मुंबई दौरे का दूसरा दिन आज, बैंकिंग जगत के दिग्गजों से की मुलाकात

CM योगी के मुंबई दौरे का दूसरा दिन आज, बैंकिंग जगत के दिग्गजों से की मुलाकात

(रणभेरी): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मुंबई दौरे का आज दूसरा दिन है। जहां उन्होंने सुबह 9 बजे उन्होंने मुंबई स्थित होटल ताज में अलग-अलग बैंकों के अधिकारीगणों से मुलाकात की। नए भारत के 'ग्रोथ इंजन' उत्तर प्रदेश को $1 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनाने के बड़े लक्ष्य के साथ दो दिवसीय दौरे पर मुंबई पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ गुरुवार को बैंकिंग जगत के दिग्गजों की बैठक हुई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने उन्हें संबोधित किया और कहा कि मुझे पता है कि आप सभी न केवल अपने बैंक पर नजर रखते हैं बल्कि हमारे उत्तर प्रदेश पर भी आपकी नजर है। आप वहां की हर खबर रखते हैं। आप हमारी विकास यात्रा के साक्षी भी हैं और सहभागी भी। उत्तर प्रदेश आकार में भारत का चौथा सबसे बड़ा राज्य है। सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य के साथ-साथ हम सबसे ज्यादा युवा जनसंख्या वाले प्रदेश हैं। यह युवा हमारी ताकत है, हमारी पूंजी है। यहां की उर्वर भूमि हमारे प्रदेश की समृद्धि का अहम साधन है।  2017 में जब हमारी सरकार बनी तब प्रदेश की माली हालत बहुत खराब थी। हमने कुछ योजनाएं बनाईं, बैंकों को फोन किया, लेकिन क्रेडिट इतनी खराब थी कि बैंकों ने रिस्पॉन्स नहीं दिया।आज हम रेवेन्यू सरप्लस स्टेट हैं। हमने अपने वार्षिक बजट को दोगुने से ज्यादा तक विस्तार दिया है। बीते 05-06 वर्षो के भीतर उत्तर प्रदेश सरकार वायु, जल, सड़क एवं रेल नेटवर्क के माध्यम से बेहतर कनेक्टिविटी के लिए त्वरित गति से बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है, जिससे उद्योगों को वैश्विक एवं घरेलू बाजार तक पहुंच बनाने में लॉजिस्टिक्स की सुलभता में वृद्धि होगी। 

सीएम योगी आदित्यनाथ बैंकों के अधिकारीगणों से मुलाकात करने के बाद दोपहर 12 बजे ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2023 के रोड शो में शामिल हुए। कार्यक्रम के मुताबिक, आज शाम 6 बजे वह फिल्म इंडस्ट्री के निर्माता और निर्देशकों संग मुलाकात करेंगे, यह मुलाकात भी होटल ताज में ही होगी। इससे पहले बुधवार शाम को वह UP DIASPORA के सत्र में सम्मिलित हुए थे, जहां कई विषयों पर बात हुई थी। यहां उन्होंने उत्तर प्रदेश मूल के उद्यमियों को अपने मूल प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि अब उत्तर प्रदेश के शासन प्रशासन में निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। दुनियाभर से निवेशक उत्तर प्रदेश की ओर आ रहे हैं। इसलिए आप भी अपने मूल प्रदेश में निवेश करके देश को पांच खरब की अर्थव्यवस्था बनाने में योगदान कीजिए। उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत यह कहते हुए की कि हम धर्म के प्रदेश के अर्थ के प्रदेश में निवेश आमंत्रित करने आए हैं। यह समिट 10 से 12 फरवरी तक लखनऊ में होगी जिसमें देश-विदेश के निवेशक हिस्सा लेंगे। 

देसी निवेशकों को आमंत्रित करने के लिए देश के विभिन्न शहरों में हो रहे रोड शो की शुरुआत मुंबई से करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत को दो ऐसे अवसर प्राप्त हुए हैं, जो इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट को और विशेष बना सकते हैं। एक तो यह कि जिस देश में भारत पर 200 वर्षों तक राज किया, आज हम उसी को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। दूसरा, आज भारत को जी-20 के देशों के नेतृत्व का अवसर प्राप्त हुआ है। ये दुनिया के वे 20 बड़े देश हैं, जहां दुनिया की 60 प्रतिशत आबादी निवास करती है। इनका दुनिया के 85 प्रतिशत जीडीपी पर अधिकार है। इनका दुनिया के 90 प्रतिशत पेटेंट पर भी अधिकार है। 

योगी ने यह भी याद दिलाया कि उनकी सरकार बनने के दो वर्ष बाद ही दुनिया में कोरोना जैसी महामारी की शुरुआत हो गई थी। इसके बावजूद जब दुनिया रुकी हुई थी, तो उप्र अपने यहां निवेश करवा रहा था। मुंबई में यूपी मूल के लोगों की आबादी 35 लाख से अधिक है। इनमें बड़ी संख्या प्रवासी श्रमिकों की भी है। सीएम योगी ने कि कहा कि हम संकट के साथी हैं। हम चुनौतियों से भागने वाले नहीं है। कोरोना महामारी के दौरान जब सब तरफ पलायन हो रहा था, तो उत्तर प्रदेश ने न सिर्फ अपने यहां से पलायन रोका। बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से यूपी लौटे करीब 40 लाख प्रवासियों को भी आश्रय दिया। उन्होंने कहा कि अब निवेशकों को उत्तर प्रदेश के शासन प्रशासन पर भरोसा है कि यहां कोई फाइल अटकेगी नहीं। उन्हें अब यूपी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी भरोसा है कि कोई उन्हें परेशान नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करने आया हूं कि किसी की तरफ से कोई शिकायत आई तो उसकी जवाब देही तय की जाएगी। मुख्यमंत्री ने उप्र मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश के लोगों को पहचान का संकट था। उन्हे खुद को उत्तर प्रदेश का बताने में झिझक होती थी, लेकिन अब परिस्थिति बदल चुकी है। अब उत्तर प्रदेश के लोग गर्व से बताते हैं कि वे किस प्रदेश के हैं।