धर्म में आडंबर का कोई स्थान नहीं : गुरुपद संभव राम

धर्म में आडंबर का कोई स्थान नहीं : गुरुपद संभव राम

वाराणसी (रणभेरी सं.)। सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष और अघोर पीठ के पीठाधीश्वर गुरुपद संभव राम ने कहा कि आज पूरे विश्व में अशांति फैली है। भारत पूरे विश्व में निष्पक्षता के साथ खड़ा है, पूरा विश्व भारत की तरफ देख रहा है। आज भारत में विश्व गुरु बनने की ताकत है। वैश्विक स्तर पर मौजूद यूएनओ समेत विभिन्न संगठनों में फूट पड़ गई है। हमें विश्व के सभी प्रमुख लोगों की एक सभा भारत में बुलानी चाहिए और यहां से शांति का संदेश निकले जिसे पूरी दुनिया माने। युवाओं को आगे आने होगा तभी धर्म की रक्षा होगी।

गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर पड़ाव स्थित अवधूत भगवान राम आश्रम में सर्वेश्वरी समूह के अध्यक्ष गुरुपद संभव राम ने कहा कि धर्म में आडंबर का कोई स्थान नहीं है। धर्म धर्म है और अधर्म हमेशा अधर्म ही रहेगा। अधर्म हमेशा विनाश ही करेगा। धर्म हमारी रक्षा करता है, न लड़ाई कराता है, न दुराव कराता है। सूतक काल में मोरारी बापू के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन पूजन और कथा कहने को सही मानते हैं या गलत के सवाल पर गुरुपद संभव राम ने कहा कि ईश्वर की उपासना पूरे वर्ष आप कभी भी किसी समय कर सकते हैं। जो बुरा मानते हैं, वो न जाएं, जो अच्छा मानते हैं जाएं। धर्म अधर्म सब अपने मानने पर है।

15 हजार से अधिक रोपे गए पौधे

इस वर्ष संस्था द्वारा किए गए 15 हजार से अधिक वृक्षारोपण का उद्देश्य है कि प्रकृति व पर्यावरण का संरक्षण हो सके और साथ ही मानवीय आवश्यकताओं की पूर्ति भी हो सके। इसी कड़ी में हिमालय से लाकर ब्रह्मनिष्ठालय सोगड़ा आश्रम में लगाए गए बांज वृक्षों के माध्यम से स्थानीय जैव-विविधता, जल-धारण एवं मिट्टी की गुणवत्ता को बढ़ाने का विशेष प्रयास किया गया है। चिकित्सालयों में ताह का पंखा, वृद्धाश्रमों, अस्पतालों एवं कारावासों में साडिय़ों व अन्य वस्त्र तथा खाध सामग्री के पैकेट निशुल्क बांटे गये। जाड़े में हजारों जरूरतमंदों को कंबल, रजाई, गद्दा, शॉल, स्वेटर, टोपी, स्कार्फ, मफलर इत्यादि बांटा गया। महाकुंभ हो, अयोध्या की चौदह कोशी परिक्रमा हो, भाटापारा (छत्तीसगढ़) की अखंड रामनाम सप्ताह की शोभायात्रा हो या फिर रॉबी के जगन्नाथपुर रथ यात्रा मेला हो, सर्वेश्वरी सैतिक जल, मिष्ठान, औषधि इत्यादि के साथ जरूरतमंदों की सेवा में डटे रहे।