शिक्षक ने खुद को गोली से उड़ाया, डिप्रेशन का चल रहा था इलाज

 शिक्षक ने खुद को गोली से उड़ाया, डिप्रेशन का चल रहा था इलाज

लखनऊ। मडियाव थाना क्षेत्र के श्रीनगर में रविवार रात एक निजी स्कूल के शिक्षक ने पिता की लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर ली। खुदकुशी करने की वजह पता नहीं चल सकी। न कोई सुसाइड नोट बरामद हुआ। फोरेंसिक टीम ने जांच के लिए रिवाल्वर को कब्जे में लिया है। पुलिस तफ्तीश कर रही है।

स्थानीय निवासी श्याम किशोर शुक्ला पेशे से ट्रांसपोर्टर हैं। उनका बेटा अभय शुक्ला (24) महर्षि विद्यामंदिर स्कूल में पढ़ाते थे। एसीपी अलीगंज व्रज नारायण सिंह ने बताया कि रात करीब पौने ग्यारह बजे अभय अपने घर की छत पर गया। दाहिनी कनपटी पर पिता लाइसेंसी रिवाल्वर सटाकर गोली मार ली। कुछ देर बाद उनकी बहन छत पर पहुंची तो देखा कि भाई अभय छत पर खून से लथपथ पड़ा मिला।

खाना खाने के लिए बहन बुलाने पहुंची थी

पुलिस के मुताबिक मकान तीन मंजिला है। घर के सभी लोग ग्राउंड फ्लोर पर थे। तकरीबन साढ़े नौ बजे अभय बिना किसी से बातचीत किये सीधे छत पर चला गया था। करीब एक घंटे बाद जब उसकी बहन उसको खाना खाने के लिए बुलाने पहुंची तो देखा कि वह मृत पड़ा है। चूंकि गोली छत पर मारी थी और परिवार वाले नीचे थे, इसलिए गोली की आवाज सुनाई नहीं दी। हालांकि घटना के बाद परिजनों और आसपास के लोगों को कहना था कि पटाखे जैसी आवाज आई थी लेकिन ऐसा कुछ अंदाजा न था कि आवाज गोली की है।

डिप्रेशन का चल रहा था इलाज

एसीपी ने बताया कि परिजनों से जब बातचीत की गई तो पता चला कि अभय का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। अभय के परिवार में पिता के अलावा मां, भाई सत्यम शुक्ला और एक बहन है। घटना से पूरा परिवार स्तब्ध है।

इलाके में फैली दहशत

गोली चलने की आवाज सुनाई दी तो परिवार वाले सबसे पहले पहुंचे। अभय को पड़ा देख चीख पुकार मच गई। मोहल्ले में सैकड़ों की भीड़ जुट गई। आसपास के लोगों का कहना था कि अभय बहुत सरल स्वभाव का था। ज्यादा किसी से कोई बातचीत नहीं करता था। न किसी से कभी कोई वाद-विवाद हुआ। अभय ने ऐसा क्यों किया ये सभी का सवाल था।