रेस्टोरेंट, फूड स्ट्रीट परोस रहे घटिया भोजन
वाराणसी (रणभेरी सं.)। काशी के होटल, रेस्तरां में मिलने वाला चिली पनीर हों या फिर सड़क किनारे ठेले पर मिलने वाली हैदराबादी बिरयानी, जायका लेने से पहले परख लें कि उसकी रसोई में जो भोजन तैयार हो रहा है, उसकी क्वालिटी शुद्ध हो वरना आपको अस्पताल की दौड़ लगानी पड़ेगी। वाराणसी में बीते 20 महीने में फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने शहर के विभिन्न स्थानों से खाद्य पदार्थों के 16 सौ से अधिक सैम्पलिंग कर उन्हें जांच के लिए भेजा। जांच में 01 हजार से अधिक नमूने फेल हो गए। खाद्य पदार्थों को सेवन के योग्य नहीं माना गया। फूड फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने बीते 20 महीने (वित्तीय वर्ष 2023-24 और वर्तमान वित्तीय वर्ष में नवंबर तक) में वाराणसी में 10 हजार से स्थानों का निरीक्षण किया। 1318 होटल, रेस्तरां, ढाबा, कैफे, बार में छापेमारी की।
फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट ने इस दौरान छापेमारी के दौरान 16 सौ से अधिक नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए लैब भेजा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने वाराणसी से एकत्र 16 सौ से अधिक फूड सैंपल को जांच के लिए लखनऊ भेजा। लखनऊ की लैब से आने वाली रिपोर्ट चौंकाने वाली रही। 16 सौ में से 973 सैंपल जांच में फेल पाए गए।
तीन करोड़ जुर्माना, 14 को मिली सज
जिला खाद्य एवं औषधि प्रशासन की टीम ने कार्रवाई के दौरान फूड सैंपल फेल होने पर पब्लिक की सेहत से खिलवाड़ के मामले को 14 सौ से अधिक केस दाखिल किए। एडीएम सिटी और एसीजेएम की कोर्ट में फूड सेफ्टी से जुड़े वाद में 14 लोगों को खाद्य औषधि प्रशासन में वर्णित अधिनियम के तहत सजा सुनाई गई। कोर्ट में सुनवाई के दौरान भोजन में मिलावट करने वालों से बतौर अर्थदंड 3 करोड़ से अधिक वसूली हुई।
होटल-रेस्तरां कस्टमर की काट रहे जेब
अपनी फैमिली के साथ क्वालिटी समय बिताना हर किसी को पसंद है। इसके लिए हम अपनी छुट्टद्दी के दिन फैमिली और फ्रेंड्स के साथ समय बिताने के लिए होटल और रेस्तरां में जाते हैं लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि रेस्टोरेंट कई तरह के सर्विस चार्ज लगा देता है, जोकि हमें पे करना पड़ता है। सीसीपीए ने नई गाइडलाइंस जारी की थी। इसके तहत होटल और रेस्तरां के बिल में सर्विस टैक्स बैन कर दिया गया था, ताकि होटल और रेस्तरां में जाकर खाना पसंद करने वाले लोगों को राहत मिले। हालांकि कुछ दिन से लोगों की शिकायत आ रही है की कि वाराणसी के कई रेस्टोरेंट सर्विट टैक्स वसूलते हैं। इसको लेकर दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम ने रियलिटी चेक किया, जिसके बाद पता चला कि वाराणसी के कई रेस्टोरेंट लोगों से 5 फीसदी तक सर्विस टैक्स वसूल रहे हैं।
सर्विस चार्ज खाने के बिल के साथ जोड़कर दिया जाता है, लेकिन आप इस चार्ज को देना चाहते हैं या नहीं यह सिर्फ आपके ऊपर निर्भर करता है। दरअसल, हाल ही में केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की थी। सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी यानी सीसीपीए द्वारा जारी गाइडलाइन में बताया गया था कि किसी भी कस्टमर को सर्विस टैक्स भरने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है, लेकिन उसके बाद भी लोगों से जबरदस्ती सर्विस टैक्स वसूला जा रहा है।