धनबलियों के आगे टेका जिम्मेदार अफसरों ने मत्था

धनबलियों के आगे टेका जिम्मेदार अफसरों ने मत्था
  • प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में वीडीए का भ्रष्टाचार चरम पर...
  • सेटिंग गेटिंग करके वीडीए करा रही हैं,वाराणसी क्षेत्र में चारों तरफ अवैध निर्माण...

वाराणसी(रणभेरी): वाराणसी विकास प्राधिकरण के खेल को समझना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। वाराणसी शहर में धड़ल्ले से अवैध निर्माण हो रहे हैं। हर एक निर्माण की जानकारी वाराणसी विकास प्राधिकरण के अफसरों को होती है। बावजूद इसके भ्रष्टाचारी अधिकारी कर्मचारी अवैध निर्माण के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं करते, इसके पीछे पैसों को एक खेल का सेटिंग गेटिंग होता है। वीडीए का खुफिया तंत्र इतना मजबूत है कि उसके सामने किसी और विभाग का खुफिया तंत्र फेल है जैसे ही कहीं अवैध निर्माण शुरू होता है तो तुरंत वीडीए के अधिकारी वहां पहुंचते हैं और फिर शुरू हो जाता है सेटिंग वेटिंग का खेला तय होता है भ्रष्ट अधिकारियों का रेट और फिर शुरू होता है अवैध निर्माण जब इस सभी अवैध निर्माण के बारे में वीडीए के बिकाऊ अधिकारियों से पूछा जाता है तो ऐसे शरीफ बनकर बताते हैं कि जानकारी नहीं है पता करता हूं। बाद इतनी सफाई से बोलते हैं। जैसे कितने दूध के धुले हैं ऐसा मामला दशाश्वमेघ वार्ड के मंडुवाडीह, सिगरा, नगवा वार्ड के सामने घाट, कोतवाली जोन अंतर्गत राजमंदिर मोहल्ले क्षेत्र में बन रहे, अवैध निर्माण। जहां वीडीए के गिरे हुए अधिकारी की माया से अवैध निर्माण कहीं दो मंजिल तो कहीं चार मंजिल कहीं 6 मंजिल पहुंच गया है।बार-बार शिकायत के बाद भी अंधे भ्रष्ट अधिकारी कान में तेल डालकर सोते रहे सोए भी क्यों न क्योंकि पैसों पर बिकने की आदत है। आखिरकार जब वीडीए के निकम्मा अधिकारी कुंभकरण की नींद में जागे तो पाया कि निर्माण अवैध है।अवैध निर्माण को सील किया गया है गरीबों के अवैध निर्माण को सील के तुरंत बाद हथौड़े से ध्वस्तीकरण की कार्यवाही कर खोखला हीरो बनने वाले वीडीए के अधिकारियों का धन्नोसेठ के अवैध निर्माण से ध्वस्त करने के मामले में हथौड़े कुंड हो जाते है। 

केश -1- दशाश्वमेघ वार्ड के मंडुवाडीह क्षेत्र के शिवदासपुर मैं एक रसूखदार व्यवसायी घनश्याम जैन का अवैध निर्माण बांगी तौर पर देखा जा सकता है।

केश -2- दशाश्वमेघ वार्ड के सिगरा स्टेडियम के सामने सुविधा साड़ी नाम से बोर्ड लगाकर उसके आड़ में अवैध निर्माण हो रहा है जो क्षेत्र में चर्चा का विषय भी बना हुआ है।

केश-3- नगवा वार्ड में सामने घाट क्षेत्र में साईं गेस्ट हाउस के बगल में बन रही 6 मंजिला बिल्डिंग का है। गंगा के 200 मीटर तो छोड़िए बल्कि 100 मीटर से भी कम दूरी पर धड़ल्ले से अवैध निर्माण जारी है लेकिन वीडीए के अधिकारी आंख मूंदे बैठे हैं।

केश-4- कोतवाली जोन अंतर्गत राजमंदिर मोहल्ले के बूंदी परकोटा घाट के ऊपर नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे हैं पार्क पर अवैध निर्माण के जरिए कब्जा किया जा रहा है।इस अर्धनिर्मित पार्क से लगाए भवन स्वामियों द्वारा अवैध निर्माण के जरिए अब इस पार्क पर कब्जा करने की कोशिश शुरू की जा रही है।

  • वीसी को भी अंधेरे में रखते हैं अफसर...

वीडीए की उपाध्यक्ष ईशा दुहन के कार्यभार संभालते समय लगा कि प्राधिकरण में सब कुछ ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो पाया ईमानदार और तेज तरार आईएएस अफसरों में शुमार की जाने वाली ईशा दुहन को भी वीडीए के भ्रष्ट और दागी अफसरों इंजीनियर  ने गफलत में रखा है। मनमानी इस कदर बड़ी की वीसी के निरीक्षण के समय कई जोनल अधिकारी और अभियंताओं ने उन्हें अवैध निर्माण की जानकारी तक नहीं दी ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर वीडीए उपाध्यक्ष द्वारा कठोर कार्रवाई करने की जरूरत महसूस की जा रही है।

  • वीडीए के भ्रष्टाचार खेल में योगी की जीरो टॉलरेंस नीति फेल...
  • नियम -कानून को ताक पर रखकर गैरकानूनी कामों को अंजाम दे रहे हैं अफसर

सुबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शपथ लेने के बाद जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम किया।इसके तहत भ्रष्टाचार मुक्त समाज बनाने की कवायद की गई इसमें जन विरोधियों काम करने वालों और भ्रष्टाचारी सरकार के निशाने पर रहे। सरकार ने अपराधियों पर शिकंजा कसा उनको आर्थिक चोट भी दी गई। इसके अलावा कई दागी अफसरों पर जबरन रिटायर किए गए। इतना सब कुछ होने के बाद भी वाराणसी विकास प्राधिकरण के अफसरों के भ्रष्टाचार के खेल में योगी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति पूरी तरह फेल हो गई। विश्वस्त सूत्रों की मानें तो वीडीए के कई ऑफिसर इंजीनियर और कर्मचारी के लखनऊ नोएडा गुड़गांव बेंगलुरु जैसे महानगरों में जमीन और फ्लैट है। यह सब कुछ वहां हो रहा है। जहां खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद सांसद हैं। यहां होने वाले हर गतिविधियों पर सीधे पीएमो (प्रधानमंत्री कार्यालय) की नजर रहती है। इसके बावजूद वीडीए के अफसरों की चमड़ी इतनी मोटी हो गई है कि नियम कानून को ताक पर रखकर गैरकानूनी काम को अंजाम दे रहे हैं सूत्रों ने बताया कि वीडीए के आवेदन करने नक्शा पास कराने अवैध निर्माण प्लाटिंग करने के रेट फिक्स हैं।इसके अलावा अफसरों  से लेकर नीचे तक के कर्मचारियों का हिस्सा बना होता है। यह हालत तब है।जब सीएम योगी आदित्यनाथ हर महीने वाराणसी का दौरा कर सभी विभागों की समीक्षा करते हैं फिर भी वीडीए के भ्रष्टाचारी और दागी अफसरों पर सीएम की नजर क्यों नहीं जाती है, यह सवाल सभी के जेहन में कौंध रहा है।

  • हो जांच तो कईयों पर आएगी आंच...

वीडीए के अफसरों की करतूतें जग जाहिर है कि अगर इन भ्रष्ट अफसरों और कर्मचारियों की सही तरीके से जांच कराई जाए तो तमाम लोगों पर निलंबन बर्खास्तगी से लेकर अवैध संपत्तियों की कुर्की तक की कार्यवाही हो सकती है। चाहे पैसा लेकर अवैध निर्माण कराने की बात हो या फिर गैरकानूनी प्लाटिंग बहुमंजिल बिल्डिंग बनवाने की। इसके साथ ही वीडीए में नक्शा पास कराने का पूरा रैकेट सक्रिय है। जो हर नियम कानून से बचाकर अत्यधिक बाल बिंदु (एचएफएल एरिया) जैसी प्रतिबंधित जगहों पर भी फर्जी नक्शे के सहारे अवैध निर्माण करा देते है। सामने घाट क्षेत्र में साईं गेस्ट हाउस के बगल में बन रहे छह मंजिला बिल्डिंग जो गंगा की 100 मीटर के दायरे में हैं। यह बिल्डिंग का निर्माण एचएफएल एरिया हो रहा है। अत्यधिक बाल बिंदु क्षेत्र में निर्माण कराये  जाने के संबंध में वाराणसी जिलाधिकारी पहले ही आदेश जारी कर चुके हैं कि गंगा के किनारे 200 मीटर दायरे में कोई भी निर्माण नहीं होगा। शहर में दर्जनों जगहों पर धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण पब्लिक की आंखों के सामने देखते हैं लेकिन कोई चाह कर भी कुछ नहीं कर पाता है।

  • धन्य हो वीडीए के संयुक्त सचिव ...

10 दिन पूर्व में बात करने पर बताएं की कार्रवाई चल रही है। 2 दिन पूर्व में बात करने पर बताएं की कार्यवाही के विषय में क्या कार्रवाई की गई है। वह आपको बता रहे हैं। आज सुबह बात करने पर बताएं कि इस विषय में जोनल बता पाएंगे।जोनल संयुक्त सचिव सभी जोनल के मानिटरिंग भी करते हैं। भ्रष्टाचार में लिप्त वाराणसी विकास प्राधिकरण के अधिकारी लोग अखबार में अपना सही वर्जन देने से भी कतराते नजर आते हैं।

परमानंद यादव संयुक्त सचिव वाराणसी विकास प्राधिकरण