काशी में पैगंबर मुहम्मद की शान में निकाला गया जुलूस

काशी में पैगंबर मुहम्मद की शान में निकाला गया जुलूस

वाराणसी (रणभेरी): आज 12 रबी अल-अव्वल पर ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का आयोजन चल रहा है। आज के ही दिन 570 ई. में इस्लाम के संस्थापक पैगंबर मुहम्मद हजरत साहब का जन्म हुआ था। आज उनकी यौमे पैदाइश पर वाराणसी का चप्पा-चप्पा गुलजार है। शहर की सड़कों पर लोग दारूदो सलाम का नजराना पेश कर रहे हैं। कुरान की आयतें पढ़ी जा रहीं हैं। सुबह-सुबह लकदक कुर्ता पायजामा पहने, सिर पर रंग बिरंगा साफा बांधे बड़े बुजुर्ग और बच्चे हाथों में झंडियां लहराते हुए नबी के आने का पैगाम दे रहे थे तो लबों पर ...सरकार की आमद मरहबा, ...दिलदार की आमद मरहबा जैसे रसूले पाक के नजरानों से शहर की फिजा में नूरानी रंग भर गया। 

जुलूस के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए थे। शहर काजी गुलाम यासीन के नेतृत्व में सुबह सात बजे रेवड़ितलाब से जुलूस निकाला। इसके साथ ही नई सड़क, हड़हा सराय, दालमंडी, लल्लापुरा, बजरडीहा, लोहता, सरैयां, बड़ी बाजार,नदेसर आदि जगहों से निकले जुलूस में बड़ी संख्या में मुस्लिम धर्म गुरू, अनुयायी शामिल हुए।

मुस्लिम लोग नबी की शान में आज शहर भर की मस्जिदों से लेकर हर घर में नमाज अदा की जा रही है। वहीं, एक दिन पहले ही काशी की मस्जिदों को रंग-बिरंगी लाइटों से सजा दिया गया था। ईद मिलादुन्नबी के जश्न-ए-पैदाइश पर पूरा शहर सराबोर है। मस्जिदों और दरगाहों में दुआख्वानी का सिलसिला सुबह से ही चल रहा है। सभी आज रेवड़ी तालाब से मुस्लिम बहुल मुहल्लों में जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाले गए। नए कपड़ों और तुर्की साफों में सजे बूढ़े, बच्चे, नौजवान हाथों में इस्लामी परचम लहरा रहे हैं। लोगों ने सड़कों पर दारूद-उल- सलाम का नजराना पेश किया। चौक क्षेत्र में उलेमा का स्वागत कर गंगा-जमुनी तहजीब से नबी की पैदाइश मनाई गई। गौरीगंज स्थित शहाब खां के आवास पर महफिले मीलाद का आयाेजन चल रहा है।

शहरी मोहम्मद शोएब कहते हैं कि दीन हमारी शक्ति हैं। ईमान हैं। नबी के संग हमारे देश की भी शान बुलंदियों को छूती है। बारावफात ही नहीं, बल्कि हम हर एक कौमी जलसे को पूरी शिद्दत और रवायती रस्मों के साथ मनाते आए हैं। आगे भी इस सिलसिले को जारी रखेंगे।