विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं को 'सर-मैडम' बोलेंगे पुलिसकर्मी

वाराणसी (रणभेरी सं.)। आज सावन के आगाज से लेकर पूरी महीने पर लाखों शिवभक्तों की भीड़ जुटेगी। पुलिस और प्रशासन इनकी सुरक्षा और मंदिर न्यास दर्शन के जिम्मे दर्शन व्यवस्था है। सावन भर श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन के दौरान पुलिस कमिश्नर ने सुरक्षाकर्मियों के लिए गाइडलाइन जारी की है। प्रवेश से लेकर निकास तक हर प्वाइंट पर सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे। मंदिर में तैनात पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं के मददगार बनेंगे, उनके प्रति सहज भाव रखेंगे। केवल यही नहीं पुलिसकर्मी महिलाओं को मैडम और पुरुषों को सर कहकर ही संबोधित करेंगे। मंदिर में नो-टच पॉलिसी लागू रहेगी यानि परिसर में कतार या अन्य किसी स्थल पर कोई भी पुलिसकर्मी नहीं छुएगा। इससे पहले श्रद्धालुओं के साथ बेहतर व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए मुंबई से आए विशेषज्ञों द्वारा पुलिसकर्मियों को तीन बैचों में काउंसिलिंग और प्रशिक्षण दिया गया। पुलिस आयुक्त ने मंदिर के अधिकारियों के साथ मंदिर परिसर का भ्रमण कर सुरक्षा इंतजामों का जायजा लिया।
पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने काशी विश्वनाथ मंदिर में पुलिस अधिकारी और सुरक्षा कर्मियों के साथ बैठक की। सीसीटीवी निगरानी, एंटी-ड्रोन प्रणाली, रैपिड रिस्पांस यूनिट, गाइडिंग स्टाफ व ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को ब्रीफ किया। बताया कि पुलिसकर्मी श्रद्धालुओं को सर या मैडम कहकर संबोधित करेंगे। उनसे विनम्र व्यवहार करें ताकि शिव भक्तों को सम्मान का अनुभव हो। पुलिसकर्मियों को निर्देशित किया कि वे किसी भी श्रद्धालु, विशेषकर महिलाओं, को बिना आवश्यक कारण के स्पर्श न करें। पुलिसकर्मियों को साफ-सुथरी वर्दी पहनने, पहचान पत्र रखें और मोबाइल फोन उपयोग न करने के निर्देश दिए।स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार के दुर्व्यवहार पर संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। ड्यूटी के दौरान किसी भी सेलिब्रिटी के साथ सेल्फी या फोटो लेने पर प्रतिबंध रहेगा। ड्यूटी पर लगे तथा चेकिंग के लिये आने वाले पुलिस अधिकारी भी वाहन नो-व्हीकल जोन में नहीं लायेंगें। सादे वस्त्रों में तैनात महिला पुलिसकर्मी अवांछनीय तत्वों पर नजर रखते हुए एक्शन लेंगी।
सीसीटीवी और एंटी ड्रोन का प्रभाव जांचा
पुलिस कमिश्नर ने मंदिर का निरीक्षण करते हुए मंदिर परिसर की सुरक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की। इसके बाद सीसीटीवी कैमरों की क्रियाशीलता, एण्टी-ड्रोन का प्रभावी प्रयोग भी जांचा। मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों की निगरानी तथा आतंकी समेत संदिग्ध गतिविधियों पर त्वरित प्रतिक्रिया के लिए रैपिड-रिस्पांस यूनिट को प्रभावी कार्रवाई के लिए निर्देशित किया। सीपी ने कहा कि सीसीटीवी कन्ट्रोल-रूम में तैनात पुलिसकर्मी दर्शनार्थियों की भीड़ में सक्रिय असामाजिक तत्वों जैसे चेन-स्नैचर व पिक-पॉकेट पर सतर्क दृष्टि रखें। अपराध को समय रहते रोकने के लिए सजग रहें। दर्शन के समय श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने हेतु बेहतर कतार-व्यवस्था और गाइडिंग-स्टाफ की तैनाती को निर्देशित किया। मंदिर व्यवस्था में नियुक्त कर्मियों से नियमित संवाद करें। सावन में शहर को नौ जोन और 14 सेक्टर में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था की कमान संभाली जाएगी।