भाजपा नेता को पुलिस ने थाने में बंद करके पीटा, 3 दरोगा सस्पेंड
प्रयागराज (रणभेरी): यूपी के प्रयागराज में भाजपा नेता मनोज पासी को थाने में पीटने पर बड़ा एक्शन हुआ। पुलिस कमिश्नर ने 3 दरोगा और एक हेड कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया। मामला यह है कि भाजपा नेता के भाई अपनी जमीन पर बाउंड्री वाल बना रहे थे। जमीन पर एक व्यक्ति ने अपना दावा ठोंक दिया और पुलिस में शिकायत कर दी। पुलिस ने काम रुकवा दिया।बुधवार को भाजपा नेता थाने गए। पुलिसकर्मियों से काम शुरू करवाने को कहा। आरोप है कि इस पर पुलिसकर्मी भड़क गए। उन्हें इतना मारा कि बेहोश हो गए। पिटाई के बाद जब होश आया तो मनोज ने थाने के बाहर खड़े होकर शर्ट उतार दी। उन्होंने चोट दिखाई।
डीसीपी अभिषेक भारती ने बताया कि घटना के बाद तथ्यों के आधार पर चमनगंज चौकी इंचार्ज संतोष कुमार सिंह, दरोगा शिवराम यादव, जग नारायण और मुख्य आरक्षी पारस यादव को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही इनके खिलाफ विभागीय जांच बिठा दी गई है। इसके अलावा झूसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए गए हैं। सूचना पर एसीपी विमल किशोर मिश्र मौके पर पहुंचे तो सभी ने उनसे वार्ता से इन्कार कर दिया। तब डीसीपी नगर अभिषेक भारती झूंसी थाने पहुंचे। देर रात तक पुलिस अफसरों और भाजपाइयों में वार्ता चलती रही। कोई नतीजा नहीं निकल सका था। भाजपाई झूंसी थानेदार के निलंबन की मांग कर रहे थे।
यमुनापार के पूर्व जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती ने बताया कि बुधवार को प्रदेश सह कोषाध्यक्ष मनोज पासी के भाई की दीवार बनाने से रोकने झूंसी थाने की पुलिस गई थी। इस पर मनोज पासी व उनके भाई को गाली दी गई। कुछ देर बाद मनोज पासी झूंसी थाने में गालीगलौज को लेकर पूछने थानेदार उपेंद्र प्रताप सिंह के पास पहुंचे तो उन्होंने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर उनकी लात-घूसों से पिटाई कर दी। वह पुलिस की पिटाई से बेहोश हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बाद में मनोज पासी ने एक वीडियो के जरिये आपबीती बताई। वीडियो में बताया गया कि उनके सिर के बाल नोचकर पिटाई की गई। वीडियो वायरल होने के साथ ही जानकारी भाजपाइयों को हुई तो खलबली मच गई।
मनोज पासी की पिटाई में देर रात को झूंसी थाने में दो दरोगा और दो सिपाहियों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इसके साथ ही डीसीपी नगर अभिषेक भारती ने मामले की जांच एसीपी विमल किशोर मिश्र को सौंपी है। एसीपी विमल किशोर मिश्र ने बताया कि मारपीट के मामले में आरोपी दो दरोगा और दो सिपाहियों काे निलंबित कर दिया गया है। एसओ उपेंद्र प्रताप सिंह के मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया गया था।