अब सितारों के जमीं पर उतरने का इंतजार
देवगणों का होगा स्वागत बलिदानियों की याद में आरती, 5 सौ किलोग्नाम फूलों से सजेगा दशाश्वमेध घाट
वाराणसी (रणभेरी सं.)। परंपराओं को जीवंत रखने वाली काशी में करीब चार दशक पहले पंचगंगा घाट पर सात कनस्तर तेल से शुरू हुआ देव दीपावली उत्सव अब वैश्विक जनोत्सव का स्वरूप ले चुका है। भारत के अलावा दुनिया के तमाम देशों के पर्यटकों में इस उत्सव में शरीक होने की बेताबी इस कदर है कि शहर के करीब ढाई हजार होटल, धर्मशालाएं, लॉज, पेइंग गेस्ट हाउस के अलावा बजड़े-नावें, सब महीने भर पहले ही बुक हो चुकी है। इस अनूठे उत्सव के आयोजन में अब बस एक दिन का समय बाकी है। 15 नवम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपों से सजे आदिकेशव से अस्सी घाट तक जनकलरव गूंजेगा। साथ ही दिव्यता और भव्यता का श्रृंगार भी करेगा। शुक्रवार की सांझ आठ किलोमीटर लम्बे गंगा के 85 घाट सहित 221 से ज्यादा स्थान 21 लाख दियों से जगमग होंगे। इतना ही नहीं, इस वर्ष कुल 56 घाटों पर गंगा आरती होगी। इस बार देव दीपावली के साथ ही महारानी अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती भी मनाई जाएगी। जयंती उत्सव अहिल्याबाई घाट, पंचगंगा घाट एवं मणिकर्णिका घाट पर मनाई जाएगी। केंद्रीय देव दीपावली महासमिति के अध्यक्ष आचार्य वागीश दत्त के अनुसार इस वर्ष देव दीपावली का थीम 'जाति पंथ अनेक, हम सनातनी एक' है। अथर्थात, सनातन के अंतर्गत ही बौद्ध, जैन, सिख समुदाय सहित कबीर एवं रविदास पंथी आदि को देव दीपावली निवेदित रहेगी। समिति के उपाध्यक्ष पंडित गंगाधर उपाध्याय, दीपक यादव एवं महामंत्री विशाल औढेकर ने बताया कि महात्मा बुद्ध को गंगा घाटों से जोड़ने के लिए बूंदी परकोटा घाट पर भगवान बुद्ध को समर्पित एक पार्क बनाया जा रहा है। यहां की देव दीपावली में बोधिसत्व के दर्शन होंगे। जबकि जैन घाट की देव दीपावली 'अहिंसा परमो धर्म' का संदेश देगी। इसके अलावा विभिन्न प्रमुख घाटों पर महापुरु षों को नमन करती रंगोली उकेरी जाएगी। महासमिति के अध्यक्ष आचार्य वागीश दत्त ने बताया कि थीम आधारित रंगोली एवं सर्वश्रेष्ठ सजावट को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
देवगणों का होगा स्वागत
देवदीपावली पर प्राचीन दशाश्वमेध घाट देवताओं के स्वागत में पलक- पांवड़े बिछायेगा। 34 वर्षों से परंपरानुसार घाट पर गंगा आरती कराने वाली गंगोत्री सेवा समिति की तरफ से विशेष आयोजन होंगे जो पुलिस, पीएसी, सेना और सशस्त्र बलों के बलिदानी जवानों को समर्पित रहेंगे। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष पं. किशोरी रमण दुबे (बाबू महाराज) ने बुधवार को प्रेसवार्ता में बताया कि देव दीपावली की शाम वैदिक रीति से पूजन, 151 लीटर दूध से अभिषेक करके गंगा निर्मलीकरण का आह्वान किया जाएगा। तट पर सिंहासनारूढ़ गंगा की 108 किलो की अष्टधातु की श्रृंगारिक प्रतिमा और उनकी अलौकिक आरती आकषर्ण का केंद्र होगी। मां गंगा का शास्त्रोक्त विधि से पूजन के क्रम में समूचे घाट को 500 किलो देशी और विदेशी फूलों से सजाया जाएगा। बताया कि गंगोत्री सेवा समिति की ओर से देवदीपावली के कार्यक्रम देश की रक्षा के लिए प्राण न्योछावर करने वाले पुलिस, पीएसी और सशस्त्र बल के जवानों को समर्पित होंगे। इसी क्रम में गंगा की महाआरती के दौरान 42 ऋद्धि-सिद्धि के रूप में बेटियों का नेतृत्व नारी शक्ति के सम्मान का संकल्प दोहराएगा। इस वर्ष के आयोजन में 21 बटुकों संग 21 डमरुदल गंगा आरती की शोभा बढ़ाएंगे।
सशस्त्र बल को समर्पित होगी देव दीपावली
देव दीपावली को लेकर गंगोत्री सेवा समिति की ओर से पर्व पर प्राचीन दशाश्वमेध घाट 500 किलो देसी-विदेशी फूलों से सजाया जाएगा और विशाल पांच घंटे लगाए जाएंगे। मां गंगा की 108 किलो की अष्टधातु की प्रतिमा की शृंगार झांकी सजाई जाएगी। गंगा पूजन संग 151 लीटर दूध से अभिषेक कर गंगा निर्मलीकरण का आह्वान किया जाएगा।
देव दीपावली को समाज और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले देश के वीर पुलिस, पीएसी और सशस्त्र बल के जवानों को समर्पित होगी। गंगोत्री सेवा समिति के संस्थापक अध्यक्ष किशोरी रमण दुबे ने बुधवार को बताया कि। इस बार आयोजन में 21 बटुक स्वस्ती वाचन संग 21 डमरुदल गंगा आरती की शोभा बढ़ाएंगे। समिति सचिव पं. दिनेश दुबे ने बताया कि आयोजन कि शाम पांच बजे भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ संयोजक गीतकार कन्हैया दुबे केडी के संयोजन में प्रस्तुतियां होंगी। इसमें भोजपुरी अभिनेता, गायक, सांसद डा. मनोज तिवारी, व्यास मौर्य, डा. अमलेश शुक्ला, अर्चना तिवारी, बाल कलाकार यथार्थ दुबे अपनी प्रस्तुति देंगे। अध्यक्षता सुमेरू पीठ के स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती करेंगे।लेजर शो से बताएंगे पौराणिकता
सदियों से सनातन की राह दिखने वाली काशी देव दीपावली पर अपनी धार्मिक यात्रा के इतिहास के बारे में विश्व को बताएगी। योगी सरकार देव दीपावली पर काशी आने वाले पर्यटक को काशी की धार्मिक इतिहास, मां गंगा का अवतरण और देव दीपावली का धार्मिक वर्णन 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग के माध्यम से दिखाएगी। गंगा की लहरों के साथ लेजर शो और लाइट मल्टीमीडिया शो से भगवान शिव के भजन की प्रस्तुति होगी। 25 मिनट का शो एक बार से ज्यादा दिखाया जाएगा, जिससे देव दीपावली पर आने वाले सभी श्रद्धालु देख सके। शो का आयोजन चेतसिंह घाट पर होगा। मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा ने बताया कि शो में आनंद कानन, भगवान शिव का काशी आना, भगवान् बुद्ध, जैन तीर्थांकर, सम्राट अशोक, तुलसीदास, संत कबीर, रानी अहिल्याबाई होल्कर के मंदिरों और कुंडों के जीर्णोद्धार आदि पौराणिक कहानियां होंगी। देव दीपावली का महत्व और गंगा अवतरण की कहानी भी दिखेगी।
नो व्हीकल जोन रहेगा मैदागिन से चौक, गोदौलिया होते हुए लंका तक का रूट
देव दीपावली और उप राष्ट्रपति के आगमन को लेकर शुक्रवार को शहर में रूट डायवर्जन रहेगा। सड़क से लेकर गंगा में रूट निर्धारित किया गया है। 15 नवंबर को मैदागिन तिराहा से चौक, गोदौलिया, सोनारपुरा से शिवाला होते हुए लंका तिराहा (बैंक आॅफ बड़ौदा) तक का रूट नो व्हीकल जोन रहेगा। वहीं, गाजीपुर, चंदौली और मिजार्पुर से आने वाली नाव आदिकेशव घाट और गढ़वा घाट से आगे नहीं बढ़ने दी जाएगी। उपराष्ट्रपति का 15 अक्तूबर को आगमन होगा। इसको लेकर पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बाहर से आए राजपत्रित अधिकारियों को कैंप कार्यालय में बुधवार की देर शाम ब्रीफ किया। उन्होंने कहा कि वीआईपी मूवमेंट के दौरान जनता को कोई दिक्कत न हो और किसी तरह का कोई यातायात बाधित न हो। वैकल्पिक मार्गों का निर्धारण कर लिया जाए। भीड़ नियंत्रण के लिए मार्ग की गलियों में पुलिसकर्मी रस्से का उपयोग करेंगें।
सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन से होगी निगरानी
वीआईपी कार्यक्रम स्थल पर सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी। चेकिंग के बाद ही वीआईपी कार्यक्रम स्थल पर प्रवेश दिया जाए। मोबाइल चैटिंग और अन्य गतिविधि बिल्कुल नहीं होगी। संवेदनशील स्थानों पर रूफटॉप ड्यूटी लगाई जाए। ब्रीफिंग के दौरान संयुक्त पुलिस आयुक्त मुख्यालय व अपराध के. एजिलरसन, अपर पुलिस आयुक्त कानून और व्यवस्था एस. चन्नप्पा रहे।
बिना लाइफ जैकेट के नाव पर नहीं होगा कोई सवार, मनचलों पर विशेष नजर
पुलिस आयुक्त ने निर्देश दिया कि बिना लाइफ जैकेट के कोई भी नाव पर सवार नहीं होगा। पतवार वाली नाव का संचालन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। भीड़ प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण ड्यूटी प्वाइंट पर 10-10 पुलिसकर्मियों की टोली रहेगी। रस्सा, ड्रैगन लाइट, फ्लड लाइट, पीए सिस्टम के साथ लैस रहेंगे। घाटों पर ड्रोन और व्यक्तिगत आतिशबाजी प्रतिबंधित रहेगी। घाट या नाव पर शराब या कोई नशे का सेवन करते हुए मिलता है, तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा। सादे वेश में पुलिस कर्मियों की तैनाती होगी, जो भीड़ में मौजूद चैन-स्नेचर, जेब कतरों और महिलाओं के साथ अभद्रता करने वालों पर कड़ी नजर रखेंगे।