नवनीत राणा ने स्पीकर को लिखी पाती
(रणभेरी): महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। अमरावती सांसद नवनीत राणा ने आज लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक चिट्ठी लिखकर जेल में अत्याचार होने का आरोप लगाया है। राणा ने पत्र में लिखा है कि शिवसेना मुख्यालय 'मातोश्री' के बाहर उनका हनुमान चालीसा पढ़ने का मकसद सीएम उद्धव ठाकरे को हिंदुत्व के प्रति जगाना था, धार्मिक तनाव फैलाना नहीं। राणा ने आरोप लगाया कि हिरासत के दौरान जब उन्होंने शौचालय जाने को कहा तो पुलिसकर्मियों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार करते हुए अपशब्द कहे।
नवनीत ने कहा कि जेल में पानी पीने जैसे बुनियादी मानवाधिकारों से उन्हें इस आधार पर वंचित किया गया था कि वह अनुसूचित जाति से हैं। उन्होंने इसके अलावा यह भी आरोप लगाया, जब वह रात में बाथरूम का उपयोग करना चाहती थीं, तो पुलिस कर्मचारियों ने उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि मुझे फिर से सबसे गंदी भाषा में गाली दी गई, मुझे बताया गया कि हम नीची अनुसूचित जाति के लोगों को अपने बाथरूम का उपयोग नहीं करने देते।नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा को बांद्रा कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है। दोनों के खिलाफ आइपीसी की धारा 124 ए के तहत यह केस दर्ज किया गया था। मालूम हो कि यह धारा राजद्रोह के लिए लगाई जाती है। वहीं, राणा दंपती पर सरकारी काम में दखल देने का आरोप भी लगाया गया है।
नवनीत राणा ने यह भी कहा कि उनका दृढ़ मानना है कि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना हिंदुत्व सिद्धांतों से पूरी तरह से भटक गई है, क्योंकि वह जनादेश को धोखा देना चाहती थी और कांग्रेस-एनसीपी के साथ चुनाव के बाद गठबंधन करना चाहती थी। ठाकरे ने हिंदुत्व के सिद्धांतों को धोखा दिया है।
- यह है पूरा मामला
बता दें कि अमरावती सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा ने सीएम उद्धव ठाकरे के आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा की थी, लेकिन सैकड़ों शिवसैनिकों ने राणा के घर के बाहर जमा होकर हंगामा कर दिया। काफी देर चले ड्रामे के बाद सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति को गिरफ्तार कर लिया गया था।