मुख्तार गैंग का शूटर अनुज कनौजिया एनकाउंटर में ढेर, प्रेमिका के चक्कर में बना था शॉर्प शूटर

मुख्तार गैंग का शूटर अनुज कनौजिया एनकाउंटर में ढेर, प्रेमिका के चक्कर में  बना था शॉर्प शूटर

(रणभेरी): उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी अनुज कनौजिया को जमशेदपुर में मार गिराया है। गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का यह खूंखार शूटर अपने प्रेम प्रसंग को लेकर सुर्खियों में आया था, जिसने गाजीपुर में एक मासूम की जान ले ली थी। मऊ से गाजीपुर तक उसका आतंक फैला था और उसका आपराधिक रिकॉर्ड बेहद खौफनाक रहा है।

अनुज पर गाजीपुर जिले में सात मुकदमे दर्ज हैं। इनमें एक ऐसी घटना भी शामिल हैं, जो 2009 में तब सार्वजनिक हुई। जब दुल्लहपुर में एक युवक की हत्या उसने दोस्तों के साथ मिलकर कर दी। उसने इस वारदात को अपनी प्रेमिका रीना राय के चक्कर में अंजाम दिया, जिसकी खूबसूरती का वह दीवाना था। बाद में अनुज ने रीना से शादी कर ली लेकिन अपने साथ उसे भी अपराध जगत में धकेल दिया।

मऊ जिले के चिरैयाकोट थानाक्षेत्र के बहलोलपुर गांव निवासी अनुज दोनों हाथों से पिस्टल चलाने में माहिर था। इसी खूबी के चलते वह मुख्तार अंसारी गैंग का सक्रिय सदस्य बन गया और शॉर्प शूटरों में गिना जाने लगा। उसके नाम हत्या, लूट, छिनैती, धमकी जैसे संगीन अपराधों की लंबी फेहरिस्त है। उस पर अलग-अलग जिलों और थानों में 23 मुकदमे दर्ज हैं। इनमें सात मुकदमे गाजीपुर के थानों में ही दर्ज हैं। यहां उस पर गैंगस्टर से लेकर हत्या तक के आरोप हैं। 

एसटीएफ की ओर से जारी सूचना के मुताबिक वर्ष 2024 में शहर कोतवाली में उस पर गैंगस्टर सहित चार मुकदमे और 2009 में दुल्लहपुर थाने में तीन मुकदमे दर्ज किए गए। बताते हैं कि अनुज वर्ष 2009 तक दुल्लहपुर, चिरैयाकोट, आजमगढ़ इलाकों में सक्रिय था। यहां उसके गुर्गे भी अपराध में लिप्त थे। यहीं एक दुकान पर वह खूब आता था।

दुकानदार की पोती रीना राय की खूबसूरती का वह दीवाना हो गया था। धीरे-धीरे दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गई, जिसका खुलासा 20 अप्रैल 2009 को हुई मनोज वर्मा की हत्या के पुलिस वर्कआउट के समय हुआ। रीना के दादा की दुकान के बगल में मेडिकल स्टोर है, जहां सिक्के वाला पीसीओ बॉक्स लगा था।

पीसीओ पर अनुज का फोन आता और दुकानदार संजय वर्मा उसे बुलाता लेकिन कुछ दिन बाद बात बिगड़ गई। शक और गुस्से में आकर अनुज और उसके दोस्त 20 अप्रैल 2009 को संजय वर्मा के मेडिकल स्टोर पर धमक गए।

इस साजिश में रीना भी शामिल थी लेकिन बदमाशों ने गलतफहमी में संजय की जगह उसके भाई मनोज वर्मा की हत्या कर दी। दुल्लहपुर बाजार में हुई यह घटना आज भी लोगों को याद है। मामले में अनुज कनौजिया और उसकी प्रेमिका रीना समेत उसके अन्य साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। उधर, व्यापारी वर्ग में बढ़ता आक्रोश देख पुलिस ने रीना और उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।