रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का कहर जारी, आसमान से बरसी आग
प्रयागराज । मौसम विभाग के अनुसार जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जाता है, तो हीट वेव का खतरा बढ़ जाता है। हीट वेव का खतरा हर वर्ग के लोगों को रहता है। मगर इनमें सबसे ज्यादा परेशानी मधुमेह के मरीजों को होती है, क्योंकि अत्यधिक गर्मी से मधुमेह के मरीजों का शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिसे नियंत्रित करने में काफी मुश्किल होती है। चिलचिलाती धूप और रिकॉर्ड तोड़ गर्मी का कहर जारी है। इसकी वजह से लगातार तीसरे दिन प्रयागराज का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना रहा। रात में भी तापमान में कोई खास गिरावट नहीं देखी गई। इससे रात का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रहा। इससे लोगों को रात में भी गर्मी का एहसास होने लगा है। वहीं सोमवार को सुबह से ही गर्मी ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया था, जिसकी वजह से सड़क भट्ठी की तरह तपी तो गर्मी से कई लोगों को सिर चकराने, उल्टी, दस्त व सर्दी, जुकाम, बुखार की भी समस्या हुई। मौसम विभाग के अनुसार जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जाता है, तो हीट वेव का खतरा बढ़ जाता है। हीट वेव का खतरा हर वर्ग के लोगों को रहता है। मगर इनमें सबसे ज्यादा परेशानी मधुमेह के मरीजों को होती है, क्योंकि अत्यधिक गर्मी से मधुमेह के मरीजों का शुगर लेवल बढ़ जाता है, जिसे नियंत्रित करने में काफी मुश्किल होती है। इससे हीट वेव का खतरा बढ़ जाता है। मधुमेह के मरीजों के लिए गर्मियों में डिहाइड्रेशन सबसे बड़ा खतरा है। डायबिटीज के मरीजों को गर्मियों में हाईड्रेशन को बेहतर रखना चाहिए। ऐसे में गर्मी के दिनों में घर से बाहर निकलते समय अपने साथ पानी की बोतल जरूर रखें और थोड़ी-थोड़ी देर में पीते रहें। फिलहाल मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इस पूरे हफ्ते हीट वेव का खतरा है। तापमान में वृद्धि होगी और लू चलेगी।
क्या करें शुगर के मरीज
1-सुबह के समय व्यायाम करें
2-धूप में ज्यादा देर रहने से बचें
3-शरीर में पानी की मात्रा कम न होने दें
4-सीमित मात्रा में भोजन करें
5-प्रतिदिन शुगर लेवल चेक करें
शुगर के मरीजों को चाहिए कि वह तेज धूप में ज्यादा देर रहने से बचें। अपने साथ पानी की बोतल हमेशा रखें और शुगर लेवल प्रतिदिन नियम से जांचें। - डॉ.वैशाली सिंह, फिजीशियन, छावनी सामान्य अस्पताल सोमवार को लू चलेगी व तापमान में वृद्धि होगी। इसके अलावा आसमान साफ रहेगा। वहीं न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। - प्रो.एचएन मिश्रा, मौसम वैज्ञानिक, प्रयागराज