होगा ज्योति मिलन...गंगा से आकाशगंगा का
सितारों का जमीं से मिलन है आज की रात,गंगा के समानांतर बहेगी ज्योतिगंगा
वाराणसी (रणभेरी सं.)। देवताओं की दीपावली मनाने के लिए शिव की नगरी सजकर तैयार है। गंगा के अर्धचंद्राकार घाट दीपों का चंद्रहार पहनेंगे तो मंदिरों से लेकर घरों की चौखट भी दीपों की रोशनी से जगमग होगी। देव दीपावली पर गंगा-वरुणा, गंगा-असि और गंगा-गोमती के संगम पर भी दीपदान होगा। श्रद्धालु व पर्यटक गंगा पार रेत पर शिव के भजनों के साथ ग्रीन क्रैकर्स लेजर शो का भी आनंद ले सकेंगे। देव दीपावली पर गंगा में उतरती आस्था की सीढ़ियों पर सनातन की ज्योति से पूरा विश्व दीप्तिमान होगा। काशी की जनता के साथ ही देश-विदेश से आए मेहमान दीप जलाकर देवताओं के साथ देव दीपावली मनाएंगे। जनसहभागिता से काशी के घाटों, कुंडों, तालाबों और देवालयों में 17 लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे। इसमें तीन लाख से अधिक दीप गाय के गोबर से बने हुए हैं। घाटों पर दीपों की माला पहने हुए मां गंगा का शृंगार और आरती होगी। इस अलौकिक, अप्रतिम और दिव्य दृश्य को देखने के लिए देशी और विदेशी पर्यटक काशी पहुंच चुके हैं। इसके अलावा पितरकुंडा पर पितरों के नाम, रामकुंड पर रामेश्वर महादेव व भगवान राम, कंदवा में कर्दमेश्वर महादेव, ईश्वरगंगी पर देवताओं के नाम से दीप जलाए जाएंगे।
10 लाख से अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद
देव दीपावली पर 10 लाख से अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। देव दीपावली पर होटल, गेस्ट हाउस, नाव, बजड़े, बोट और क्रूज पहले से बुक हो गए हैं। चेत सिंह घाट पर 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग लेजर शो होगा। घाट किनारे की इमारतों पर सनातन की शाश्वत कहानी जीवंत होती दिखेगी। काशी का धार्मिक इतिहास दिखाया जाएगा। पर्यटक गंगा पार रेत पर शिव के भजनों के साथ ग्रीन क्रैकर्स लेजर शो का भी आनंद ले सकेंगे।
होटल, गेस्ट हाउस, लॉज और होम स्टे तक फुल
देवताओं के धरा पर उतरने का पर्व देव दीपावली का साक्षी बनने के लिए देश के कोने-कोने से पर्यटकों का समूह काशी में पहुंच चुका है। पिछली बार की तुलना में इस साल 25 फीसदी अधिक सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। शहर के लगभग चार हजार होटल, गेस्ट हाउस, लॉज और होम स्टे तक फुल हैं। 200 टूर आॅपरेटरों ने लगभग 50 हजार छोटी और बड़ी गाड़ियों की बुकिंग कराई है। विदेशी सैलानियों के लिए 1500 से अधिक टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट की गाड़ियां भी बुक हो चुकी हैं। नमो घाट से लेकर सामनेघाट तक 3000 नाव, मोटरबोट, बजड़ा और क्रूज तक में जगह नहीं है।
महाआरती देगी राष्ट्रीयता का संदेश
देव दीपावली के लिए दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की आरती को भव्य स्वरूप दिया जा रहा है। धर्म के साथ राष्ट्रीयता और सामाजिकता का संदेश देने वाली ये महाआरती कारगिल युद्ध के शहीदों को समर्पित रहती है। इस वर्ष शौर्य की रजत जयंती के रूप में मनाई जा रही है। 21 अर्चक व 42 देव कन्याएं ऋद्धि-सिद्धि के रूप में दशाश्वमेध घाट पर महाआरती करेंगी।
ड्यूटी के दौरान सतर्क और अनुशासित रहें
देव दीपावली पर सभी राजपत्रित अधिकारी व ड्यूटी प्वाइंट प्रभारी अपने साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम और पर्याप्त मात्रा में रस्से रखें। ड्यूटी के दौरान सतर्क रहें और पुलिस कर्मी पर्यटकों के साथ अतिथियों जैसा व्यवहार करें। ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी मोबाइल फोन का तभी प्रयोग करें जब अति आवश्यक हो। सभी पुलिसकर्मी अपने पास सीटी रखें और भीड़ नियंत्रण के लिए प्रयोग करें। पुलिस आयुक्त ने कहा कि वीआईपी कार्यक्रम स्थल पर प्रॉपर चेकिंग-फ्रिस्किंग के बाद ही प्रवेश दिया जाए। यह निर्देश पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को पुलिस लाइन में पुलिस अफसरों और कर्मियों को दिए। गंगा और घाटों के आसपास के क्षेत्रों को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है। देव दीपावली पर उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित 40 से ज्यादा वीआईपी काशी आएंगे। इसके मद्देनजर शहर से गंगा घाटों तक पुलिस आयुक्त के नेतृत्व में 13 से ज्यादा आईपीएस और 2500 से ज्यादा पुलिसकर्मी शहर में चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे। इससे पहले बृहस्पतिवार को पुलिस फोर्स ने सुरक्षा और डमी फ्लीट का रिहर्सल किया।
नौ सेक्टर में 68 मोटरबोट के साथ तैनात हैं 444 जवान
देव दीपावली के मद्देनजर घाटों के साथ गंगा में भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम हैं। नमोघाट से सामनेघाट तक गंगा को नौ सेक्टर में बांटकर शुक्रवार को 68 मोटरबोट पर 444 जवान तैनात हैं। गंगा में 11 एनडीआरएफ की एक वॉटर एंबुलेंस तैनात रही। वहीं, 20 मोटरबोट में प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध है। अस्सी, दशाश्वमेध और राजघाट पर वायरलेस कम्युनिकेशन स्टेशन बनाया गया है। यह पुलिस के कंट्रोल रूम की तरह काम करेगा। गंगा में फोर्स की सारी मोटरबोट एक-दूसरे से वायरलेस सेट से कनेक्ट रहेंगी। प्रयागराज से विशेष रूप से 10 गोताखोर बुलाए गए हैं।
नहीं चलेंगी चप्पू वाली नावें
शुक्रवार को गंगा में मछली पकड़ने और चप्पू वाली नावें नहीं चलेंगी। सभी नाव पर यात्रियों की क्षमता लिखने के साथ ही लाइफ जैकेट जैसे जीवन रक्षक उपकरण रखना आवश्यक होगा। किसी नाव पर नाविक या यात्री शराब के नशे में मिले तो उनके खिलाफ कार्रवाईकी जाएगी।
पहली बार 101 महिलाएं करेंगी गंगा आरती
देव दीपावली पर महिलाएं पहली बार मां गंगा की आरती करेंगी। राजघाट पर 101 महिलाएं देव दीपावली के इस आयोजन को खास बनाएंगी। इस दौरान झांकियों में गुरुनानक देव और गौतम बुद्ध की आभा निखरेगी। देव दीपावली एवं आरती महासमिति के अध्यक्ष आचार्य वागीश दत्त ने बताया कि राजघाट पर 101 महिलाएं मां गंगा की आरती करेंगी। वहीं, पर गुरुनानक देव के 555वें प्रकाश पर्व और बूंदी परकोटा घाट पर बने भगवान गौतम बुद्ध पार्क में दीपदान के साथ सौ पौधे रोपे जाएंगे।
आज-कल बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन नहीं होंगे
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में देव दीपावली के अवसर पर भक्तों को स्पर्श दर्शन नहीं मिल पाएंगे। काशी विश्वनाथ न्यास ने 15 और 16 नवंबर को आम श्रद्धालुओं के लिए बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक लगाई है। भक्तों को मंदिर में केवल झांकी दर्शन होंगे, श्रद्धालु कतार बद्ध होकर एक द्वार से बाबा का दर्शन कर सकेंगे। मंदिर न्यास की ओर से बताया गया कि 15 को देव दीपावली के पावन पर्व पर श्री काशी विश्वनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या में अत्यधिक वृद्धि होने की संभावना है। इस कारण, सुरक्षा और व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए दिनांक 15 और 16 नवंबर को बाबा विश्वनाथ के स्पर्श दर्शन पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेंगे।