खड़गे ने खोला सभापति जगदीप धनकड़ का ऐसा राज, सदन ने लगाए ठहाके
'लगता है आप मुझपर JPC बिठा दोगे'- धनकड़
(रणभेरी): बजट सत्र के 8वें दिन बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस और भाजपा सांसदों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की स्पीच के दौरान कई पल ऐसे आए जब हंसी-ठिठोली भी हुई। मोदी-शाह की वॉशिंग मशीन, हरिश्चंद्र का जिक्र हुआ। खड़गे ने शेर सुनाया तो सभापति भी शायराना हो गए। 40 मिनट की स्पीच के दौरान खड़गे सभापति जगपति धनखड़ से भी उलझते दिखे। वही आज भी अडानी के मामले पर राज्यसभा में जबरदस्त टकराव देखने को मिला। उन्होंने अड़ाणी-PM मोदी के रिश्ते, अडाणी के तेजी से अमीर बनने, अडाणी की कंपनियों को लेकर सवाल पूछे।
दरअसल, खरगे ने सभापति जगदीप धनखड़ के सामने राज्यसभा में एक किस्सा साझा किया था। खरगे ने कहा, "जब आप शुरू में वकालत करते थे। आपने कहा था कि हाथ से पैसे गिनना। जब इनकी वकालत आगे बढ़ी तो इन्होंने मशीन खरीदी और इससे पैसे गिनने लगे।" खरगे के इतना कहते ही सभापति ने कहा कि ऐसा मैंने नहीं कहा था... मुझे लगता है कि आप मुझ पर ही जेपीसी बिठा दोगे। सभापति के इतना बोलते ही पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। पीएम मोदी भी इस दौरान हंस पड़े।
खरगे ने कहा कि एक व्यक्ति जिसकी संपत्ति ढाई साल में 12 गुना बढ़ गई। 2014 में 50 हजार करोड़ की थी, वह 2019 में एक लाख करोड़ की हो गई। अचानक ऐसा क्या जादू हुआ कि संपत्ति 12 लाख करोड़ बढ़ गई। क्या ये दोस्ती के कारण हुआ है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट तो है ही जिसे वे भाजपा नहीं मानते है। हम चाहते हैं कि इस पूरे मामले को लेकर जेपीसी जांच बिठाई जाए। खरगे ने पूछा कि देश में इस वक्त 30 लाख पद खाली हैं। सरकार इनमें भर्तियां क्यों नहीं कर रही है? आपको पब्लिक सेक्टर को मजबूत करना चाहिए जहां 10 लाख लोग काम कर रहे हैं, लेकिन आप अदाणी जैसे निजी संस्थान में पैसा डाल रहे हैं जहां सिर्फ 30 हजार लोग काम करते हैं। खरगे द्वारा पीएम पर आरोप लगाने के बाद उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उन्हें रोका और कहा, "आप प्रधानमंत्री को बदनाम कर रहे हैं, जिसकी अनुमति नहीं दी जा सकती। दुनिया के किसी भी कोने से किसी भी रिपोर्ट को यहां नहीं दिखाया जा सकता।" खरगे ने कहा कि अगर मैं सच बोलता हूं, तो क्या यह राष्ट्र-विरोधी है? मैं देशद्रोही नहीं हूं। मैं यहां किसी से भी ज्यादा देशभक्त हूं। मैं 'भूमि-पुत्र' हूं। आप देश को लूट रहे हैं और मुझे बता रहे हैं कि मैं देशद्रोही हूं।