काशी विश्वनाथ धाम- गर्भगृह की बाहरी दीवारों पर सोना मढ़ने का काम शुरू
वाराणसी (रणभेरी): श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर को दिव्य और भव्य कॉरिडोर बनाने के बाद बाबा दरबार के गर्भगृह को भी सोने के पत्तरों से मढ़ दिया गया है। अब बाबा दरबार में गर्भगृह के बाहरी परिक्षेत्र को भी सोने से मढ़ने की तैयारी शुरू हो गई है। गर्भगृह की भीतरी दीवारों के बाद अब बाहरी दीवारों को भी 23 किलो सोने से स्वर्ण मंडित करने की योजना है और इस पर काम शुरू भी हो गया है। सावन में स्वर्ण मंदिर में विराजमान होकर महादेव अपने भक्तों को आशीष देंगे।
परिसर में दो शिफ्ट में कारीगरों का दस सदस्यीय दल कार्य में जुट गया है। तीन दिनों में बांस-बल्ली बांधने के साथ बेस तैयार किया गया है। अब सांचे के साथ ही एक एक दीवार का आमाप लेने के बाद बाबा दरबार के बाहरी दीवारों को भी सोने से मढ़ दिया जाएगा। इसी के साथ बाबा दरबार के कायाकल्प का कार्य पूर्ण हो जाएगा।
गर्भगृह की बाहरी दीवारों पर सोना मढ़ने का काम दिल्ली की कंपनी को सौंपा गया है। इसमें जमीन से आठ फीट की ऊंचाई से शिखर तक सोना लगाया जाएगा। दरअसल, दक्षिण भारतीय शिव भक्त से दान में मिले सोने से मंदिर के गर्भगृह की भीतरी दीवारों को तो स्वर्ण मंडित कर दिया गया है।तांबे के सांचे के अनुसार सोना मढ़ा जाएगा।
काशी विश्वनाथ मंदिर की गर्भगृह और बाहरी दीवारों पर कुल 60 किलो सोना लगाया जाएगा। सूत्रों की माने तो पीएम नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन के वजन के बराबर ही मंदिर परिसर में सोना दान किया गया है। स्वर्ण आभा से दमक रहे गर्भगृह की पहली तस्वीर पीएम मोदी के काशी दौरे के दौरान ही सामने आई थी। गर्भगृह में 37 किलोग्राम और बाहरी दीवारों पर 23 किलोग्राम सोना लगेगा। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कहा कि स्वर्ण मंडित शिखर की दीवारों को पर सोना चढ़ाने का काम शुरू किया गया है। इसमें 23 किलोग्राम सोना लगाया जाएगा। जमीन से आठ फीट की ऊंचाई के बाद दीवारों को स्वर्णमंडित करने की योजना है। इस काम को जल्द से जल्द पूरा करा लिया जाएगा।