बीएचयू में प्लेसमेंट ग्राफ सुधारने की पहल: सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप से बढ़ेगा छात्रों का भविष्य

बीएचयू में प्लेसमेंट ग्राफ सुधारने की पहल: सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग और इंटर्नशिप से बढ़ेगा छात्रों का भविष्य

वाराणसी (रणभेरी): काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में (बीएचयू) में हर साल 10 हजार से अधिक छात्र विभिन्न पाठ्यक्रमों से उत्तीर्ण होते हैं, लेकिन इनमें से केवल 40% छात्र ही प्लेसमेंट प्रक्रिया में भाग लेते हैं और उनमें से भी केवल 10 से 13% को ही नौकरी मिल पाती है। बीते चार वर्षों में मात्र 4194 विद्यार्थियों को नौकरी का ऑफर मिल सका है, जो चिंता का विषय है।

बीएचयू के ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट ऑफिसर डॉ. उमेश सिंह के अनुसार, विश्वविद्यालय अब इस स्थिति में सुधार के लिए व्यापक रणनीति पर काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार प्लेसमेंट से पूर्व छात्रों को सॉफ्ट स्किल्स की विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमें कम्युनिकेशन स्किल्स, इंटरव्यू टेक्निक्स, टीमवर्क और प्रेजेंटेशन स्किल्स पर खास फोकस किया जाएगा।

लगातार बढ़ रहा है प्लेसमेंट ग्राफ

पिछले तीन वर्षों में प्लेसमेंट की स्थिति में सुधार देखने को मिला है। वर्ष 2021-22 में जहां 1129 छात्रों को नौकरी मिली, वहीं 2022-23 में यह आंकड़ा बढ़कर 1234 और 2023-24 में 1374 पहुंच गया। यानी हर वर्ष करीब 9 से 11 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। सिर्फ प्लेसमेंट ही नहीं, बल्कि इंटर्नशिप के अवसरों में भी इज़ाफा हुआ है। 2021-22 में 374, 2022-23 में 450 और 2023-24 में 523 छात्रों को इंटर्नशिप मिली। कुल मिलाकर तीन वर्षों में 1347 विद्यार्थियों को इंटर्नशिप का अनुभव प्राप्त हुआ।

अब नए कंपनियों को किया जाएगा आमंत्रित

डॉ. सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय का लक्ष्य अब प्लेसमेंट में भाग लेने वाले छात्रों की संख्या को बढ़ाकर 60 से 70 प्रतिशत तक लाना है। इसके लिए बीएचयू प्रशासन ज्यादा से ज्यादा कंपनियों को आमंत्रित करेगा, विशेषकर आईटी, एनालिटिक्स, रिसर्च और मैनेजमेंट सेक्टर की प्रमुख कंपनियों को। विश्वविद्यालय अब न केवल नीति-निर्माण में सक्रिय है, बल्कि फील्ड स्तर पर भी प्रयास कर रहा है ताकि उसके होनहार छात्र देश-विदेश की नामी कंपनियों में रोजगार पा सकें।