युवक की सरेआम हत्या कर मचाई सनसनी

युवक की सरेआम हत्या कर मचाई सनसनी

प्रयागराज। मोबाइल के विवाद में युवक की हत्या करने वाले आरोपी को पुलिस ने कुछ ही देर में मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार कर लिया। हत्या के बाद वह भागने की फिराक में था। पुलिस ने उसे घेरकर पकड़ लिया। जवाबी कार्रवाई के दौरान उसके पैर में गोली लगी है। उसका उपचार एसआरएन अस्पताल में चल रहा है। रविवार रात संदीप पाल नाम के युवक की गोली मारकर हत्या करने वाला बदमाश सोमवार सुबह पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हो गया। पुलिस की जवाबी कार्रवाई के दौरान उसके पैर में गोली लगी है। उसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  आरोपी मोहम्मद अर्श उर्फ बिल्ला है। जो फाफामऊ इलाके का ही रहने वाला है। घटना को अंजाम देने के बाद वह भाग निकला था। उसकी तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगी थीं। देर रात पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसने पुलिस पर फायरिंग का प्रयास किया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली से घायल हो गया। 

मोबाइल के विवाद में युवक की गोली मारकर हत्या

फाफामऊ के गद्दोपुर में रविवार रात संदीप पाल (28) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वह पान की दुकान के पीछे स्थित कमरे में था और तभी घटना अंजाम दी गई। प्रारंभिक जांच पड़ताल में वजह मोबाइल के विवाद के तौर पर सामने आई है। घटना में मृतक का साथी छर्रे लगने से जख्मी हुआ है, जिसे एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संदीप पुत्र संतोष खेती किसानी करता था। रविवार रात नौ बजे के करीब वह गद्दोपुर में प्रयागराज-लखनऊ हाईवे पर स्थित पान की दुकान पर गांव के ही रामनरेश पासी (32) के साथ गया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तभी वहां फाफामऊ क्षेत्र का ही रहने वाला एक युवक पहुंचा और संदीप से बातचीत करने लगा। कुछ देर बाद उनमें नोकझोंक होने लगी। जिस पर लोगों ने बीचबचाव कर मामला शांत करा दिया।इसके बाद संदीप व रामनरेश दोनों पान की दुकान के पीछे स्थित कमरे में चले गए। कुछ देर बाद नोकझोंक करने वाला युवक फिर लौटा और संदीप के सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा। आसपास के लोग उसे पास के अस्पताल ले गए लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उधर रामनरेश को भी रेफर कर दिया गया। जिसके बाद उसे एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है। उसके दाहिने कान में छर्रा लगा है। डीसीपी गंगानगर अभिषेक भारती ने बताया कि प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि मृतक के बुआ के लड़के का मोबाइल आरोपी ने छह महीने पहले छीन लिया था। इसी मोबाइल को लौटाने की बात कहकर उसने फोन कर संदीप को बुलाया था। जिसके बाद वारदात अंजाम दिया गया।

लौटकर आया था हमलावर
उधर अस्पताल में भर्ती रामनरेश ने बताया कि हमलावर एक बार जाने के बाद फिर लौटकर आया था। उसने पहले आकर संदीप से कुछ बात की और फिर दोनों में बहस हो गई। इसके बाद वह चला गया। फिर कुछ देर बाद लौट आया और इसके बाद संदीप के सिर में गोली मार दी। रामनरेश को कुछ समझ नहीं आया और अचानक कान में तेज दर्द उठा। गोली के छर्रे से उसके कान में खून निकलने लगा। तब उसे पता चला कि वह भी जख्मी है।