इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन के घर और 35 ठिकानों पर आयकर की जांच जारी

इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन के घर और 35 ठिकानों पर आयकर की जांच जारी

(रणभेरी): यूपी के कन्नौज में एक और इत्र व्यापारी के घर शुक्रवार को इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है। व्यापारी का नाम पुष्पराज जैन पम्पी है। इत्र कारोबारी पुष्पराज जैन अखिलेश यादव के करीबी है और हाल में उन्होंने समाजवादी इत्र लांच किया था। आज अखिलेश यादव कन्नौज में प्रेसवार्ता करने आ रहे थे उनके आने से पहले शुरू हुई कारवाई को लेकर हलचल बढ़ गई, आयकर विभाग ने समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी (P. Jain) के कन्नौज, कानपुर और मुंबई स्थित ठिकानों पर छापेमारी की है। उनके घर, दफ्तर समेत 50 ठिकानों पर आयकर की छापेमारी जारी है।

अभी उनके घर से आयकर के हाथ क्या लगा है, इसकी जानकारी आनी बाकी है। पुष्पराज जैन पम्पी का नाम तब चर्चा में आया था, जब इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा था कि बीजेपी का असली निशाना पुष्पराज जैन पम्पी थे. लेकिन, बीजेपी ने अपने पीयूष जैन के यहां छापा डलवा दिया। 

आपको बता दे यूपी में एक साथ 50 जगहों पर इनकम टैक्स की छापेमारी चल रही है। इसमें 7 ठिकाने पुष्पराज के हैं। लखनऊ, कन्नौज, कानपुर, नोएडा और हाथरस के ठिकानों पर सर्चिंग जारी है। लखनऊ में भी इत्र कारोबारी के यहां छापा पड़ा है। कन्नौज के बाद इत्र कारोबारी मोहम्मद याकूब मलिक के भाई मोहसिन के घर IT पहुंची है। हजरतगंज स्थित मोहसिन की कोठी पर सर्चिंग चल रही है। वहीं, इत्र और गुटखा कारोबार से जुड़े अन्य व्यापारियों के यहां छापा पड़ा है।

पुष्पराज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी और पार्टी के बड़े फाइनेंसर बताए जाते हैं। पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद से ही पुष्पराज चर्चा में थे। इसके अलावा एक और इत्र कारोबारी मलिक मियां के ठिकानों पर भी कन्नौज में छापेमारी चल रही है। यूपी के नोएडा और अंबेडकर नगर में भी 30 से ज्यादा जगहों पर रेड जारी है। पिछली बार भी IT विभाग पुष्पराज के ठिकानों पर छापा मारने की तैयारी में था। टीम को P की तलाश थी। लेकिन टीम गलती से P यानी पीयूष जैन के घर पहुंच गई।

अखिलेश यादव आज कन्नौज के दौरे पर जाएंगे। उन्हें यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करनी है। बताया जा रहा है कि यहां पुष्पराज को भी आना था। माना जा रहा है कि कॉन्फ्रेंस के दौरान अखिलेश करीबियों के ठिकानों पर पड़ रहे छापों पर भी बयान देंगे।

पीयूष पर छापे के बाद मुंबई चला गया था पुष्पराज

जिस दिन कानपुर में पीयूष जैन के यहां छापा पड़ा था। उसके अगले दिन ही पुष्पराज जैन मुंबई रवाना हो गया था। क्योंकि, उसे पूरी शंका थी कि उसके यहां भी आईटी की टीम पहुंच सकती है। बताया जा रहा है कि मुंबई में वह अपने चार्टर्ड एकाउंटेंट से मिला है।चर्चा इस बात की भी है कि उसने अपने जरूरी कागजों और नगदी को व्यवस्थित भी किया है। आयकर टीम पुष्पराज के घर ही छापा मारना था। लेकिन पी-कोडवर्ड के चलते आयकर अफसरों से गलती हुई और पीयूष जैन उसके शिकंजे में आ गया।

वही 23 दिसंबर को पीयूष के ठिकानों पर छापा पड़ा। इसके बाद सपा का इत्र बनाने वाले पुष्पराज जैन पम्पी का नाम भी सामने आने लगा।कि 8 दिन बाद पुष्पराज जैन के घर छापे में कुछ खास बरामदगी नहीं हो सकती है। क्योंकि इन दिनों में कोई भी अपनी संपत्ति को ठिकाने लगा सकता है।

सपा और भाजपा में वार-पलटवार

पीयूष जैन के यहां छापेमारी के बाद भाजपा ने उन्हें सपा का बताया तो सपा ने भाजपा से नाता जोड़कर बताया। छापेमारी के बीच 28 दिसंबर को पीएम मोदी कानपुर में ही थे। यहां उन्होंने सपा पर निशाना साधा। बोले- जिन्होंने यूपी में भ्रष्टाचार का इत्र छिड़का था, आज वह सभी के सामने हैं। अब वे लोग क्रेडिट लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। थोड़ी ही देर में इस पर अखिलेश का पलटवार आया। उन्नाव से अखिलेश यादव ने कहा- BJP का असली निशाना पुष्पराज जैन थे। हमारे एमएलसी पुष्पराज जैन ने समाजवादी पार्टी नाम से इत्र बनाया था। BJP ने अपने पीयूष जैन के घर छापा पड़वाया।