वाराणसी के सीपी आवास पर होमगार्ड ने लगाई फांसी

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी के पुलिस कमिश्नर के आवास पर एक 38 साल के होमगार्ड ने रविवार रात फांसी लगा ली। आवास के पीछे बैरक में छत के हुक के सहारे रस्सी का फंदा लगाया था। आनन-फानन वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने शव उतारा। हालांकि, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी। कैंट थाने की पुलिस ने उसका शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि होमगार्ड स्वास्थ्य संबंधी कारणों से परेशान रहता था। उसे सही से नींद नहीं आती थी और वह चिड़चिड़ेपन का शिकार था। वह खुद को भूत-प्रेत से भी बाधित समझता था। पुलिस होमगार्ड की आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। शव का आज सोमवार को पोस्टमॉर्टम किया गया।
मंगारी निवासी होमगार्ड अमेरिका पटेल (38) इन दिनों पुलिस आयुक्त के कैंप ऑफिस में सुरक्षा व्यवस्था में तैनात था। रविवार की देर रात उसके साथी पुलिसकर्मियों ने उसे काफी देर तक नहीं देखा तो उसकी तलाश शुरू की। काफी देर की तलाश के बाद वह पुलिस आयुक्त कैंप ऑफिस परिसर के एक कोने में फंदे के सहारे लटका मिला। रविवार सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक उसकी ड्यूटी थी। पुलिस के मुताबिक, बीते तीन दिनों से वह यहीं ड्यूटी पर थे। पुलिस कमिश्नर इस वक्त शहर से बाहर हैं।
अमरीका पटेल वर्ष 2011 से होमगार्ड की नौकरी कर रहे थे। तीन भाइयों में सबसे बड़े अमरीका के दो बच्चों में बेटी रितिका (10 वर्ष) और बेटा आदित्य (8 साल) हैं। पत्नी का नाम सरिता है। भाई अरविंद ने बताया कि टाइफाइड होने के बाद से भइया अक्सर प्लेटलेट्स के अप-डाउन होने से परेशान रहते थे।
भाई ने बताया- भइया रविवार सुबह 8 बजे ड्यूटी के लिए घर से निकले थे। देर शाम तक घर नहीं पहुंचे तो पता लगाना शुरू किए। उनका फोन भी बंद आ रहा था। रात ढाई बजे पुलिस वालों का फोन आया कि अमरीका ने फांसी लगा ली है। हम लोगों को सीधे पोस्टमॉर्टम हाउस बुलाया गया।