हीट स्ट्रोक से बचने के लिए रात में कराया जा रहा है सड़क-नाली का काम

 हीट स्ट्रोक से बचने के लिए रात में कराया जा रहा है सड़क-नाली का काम

गोरखपुर। जल निगम के अधिकारियों की चुनौती है कि बरसात से पहले प्रमुख कार्य नहीं हुए तो कई कॉलोनियों में पानी भरने से दिक्कतें बढ़ सकती हैं। जल निगम के अधीक्षण अभियंता रतन सेन सिंह ने बताया कि कम समय से अधिक कार्य करने के लिए तीन शिफ्टों में 8-8 घंटे कार्य कराया जा रहा था, लेकिन अब दोपहर में कार्य नहीं कराया जा रहा है। भीषण गर्मी में पारा 43 डिग्री के आसपास पहुंच रहा है। तो धूप में कुछ देर भी ठहर पाना मुश्किल हो रहा है। इस कारण सड़क और नाला निर्माण का कार्य दोपहर में नहीं कराया जा रहा है, क्योंकि हीट स्ट्रोक के कारण श्रमिकों की जान खतरे में पड़ सकती है। प्रमुख प्रोजेक्ट में श्रमिकों से रात में कार्य कराया जा रहा है। सड़क एवं नाला निर्माण के कार्यों को बरसात से पहले करने की चुनौती है तो तेज धूप में हीट स्ट्रोक का भी जोखिम है। इस कारण सुबह 10 बजे से शाम 4:00 बजे तक खुले आसमान के नीचे कार्य नहीं कराया जा रहा है। शहर के गोड़धोइया नाला में निर्माण के साथ सफाई कार्य भी किया जा रहा है। जल निगम के अधिकारियों की चुनौती है कि बरसात से पहले प्रमुख कार्य नहीं हुए तो कई कॉलोनियों में पानी भरने से दिक्कतें बढ़ सकती हैं। जल निगम के अधीक्षण अभियंता रतन सेन सिंह ने बताया कि कम समय से अधिक कार्य करने के लिए तीन शिफ्टों में 8-8 घंटे कार्य कराया जा रहा था, लेकिन अब दोपहर में कार्य नहीं कराया जा रहा है। रात में कार्य कराया जा रहा है ताकि कोई धूप की चपेट में न आए। पैडलेगंज से नौसढ़ सिक्सलेन निर्माण में एप्रोच बनाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है, जबकि साथ ही नाला निर्माण किया जा रहा है। नाला निर्माण जल्द करने की कोशिश की जा रही है, ताकि कॉलोनियों की नालियों को नाले से जोड़ा जा सके। इसी प्रकार पैडलेगंज से फिराक गोरखपुरी चौक तक के फोरलेन निर्माण के कार्य में रात में कार्य कराया जा रहा है। लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता रंजन सिंह ने बताया कि लक्ष्य के अनुसार बरसात से पहले कार्य कराया जाना है, जबकि श्रमिकों की सुविधा का भी ध्यान देना है। इसलिए रात में कार्य कराया जा रहा है।