काशी पहुंचे प्रसिद्ध कवि डॉ. कुमार विश्वास

वाराणसी (रणभेरी सं.)। कवि डॉ. कुमार विश्वास वाराणसी पहुंचे हैं। शुक्रवार शाम उन्होंने अस्सी घाट पर पत्नी के साथ विधिवत गंगा पूजन किया। उन्होंने यह गंगा पूजन अपने परिवार की सुख समृद्धि और अपने कार्य में उन्नति के लिए किया। गंगा की रेती पर बैठकर लगभग 30 मिनट तक मां भागीरथी की साधना की। पूजन के बाद उन्होंने कहा- काशी आकर एक अलग ही शांति मिलती है। यहां के गंगा घाट पर बहने वाली शीतल हवाएं मन को काफी सुकून देती हैं। सुबह-ए-बनारस मंच के कृष्ण मोहन पाण्डेय ने उनके पूजन की व्यवस्था की थी। कुमार विश्वास आज रुद्राक्ष सभागार में महारानी अहिल्याबाई पर व्याख्यान देंगे। कुमार विश्वास का यह निजी कार्यक्रम अचानक बना था। गंगा पूजन के दौरान घाट पर सुरक्षा व्यवस्था में पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे।
कुमार विश्वास को घाट पर देखते ही स्थानीय लोग और प्रशंसक जुट गए। कुछ लोगों ने कुमार विश्वास के साथ सेल्फी लेने का भी प्रयास किया। हर हर महादेव के जय घोष से उनका अभिवादन किया। उन्होंने कहा- बाबा की नगरी काशी अद्भुत है। यहां मन को शांति मिलती है। इस दौरान उन्होंने अपनी कविता "कंकर-कंकर मेरा शंकर,मैं लहर-लहर अविनाशी हूं,मैं काशी हूं-मैं काशी हूं-मैं काशी हूं..। भी गुनगुनाई। महारानी अहिल्या बाई होल्कर की त्रिशताब्दी जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. कुमार विश्वास शामिल होंगे। महिला आयोग की ओर से यह कार्यक्रम रुद्राक्ष सभागार में आयोजित किया गया है। जहां पर कुमार विश्वास महारानी अहिल्याबाई पर अपना व्याख्यान देंगे।