लुभा रहा शिल्प मेला, ग्राहकों की उमड़ रही भीड़
- सदरी और सिल्क साड़ी, आर्टिफिशियल ज्वेलरी कर रहे आकर्षित, खूब हो रही खरीदारी
- राजस्थानी आंवला मुरब्बा और बनारसी पिज्जा की डिमांड
- महिलाओं को खूब पसंद आ रहे चीनी मिट्टी के बर्तन
वाराणसी (रणभेरी): चौकाघाट स्थित सांस्कृतिक संकुल में चल रहा शिल्प मेला लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। मेले में अलग-अलग प्रदेशों के व्यापारियों ने स्टॉल लगाए हैं। कश्मीर और उतराखंड ऊनि कपड़े, फरीदाबाद का टेराकोटा, आसाम का कैन बांस के सामान, सहारनपुर के फर्नीचर लोग पसंद कर रहे हैं। शिल्प मेले में सदरी और सिल्क साड़ी की खूब बिक्री हो रही है। इसके अलावा मेले में खाद्य पदार्थ, चीनी मिट्टी के बर्तन, लकड़ी के उत्पाद, खदी के बैग, गर्म कपड़े आर्टिफिशियल ज्वेलरी, घरों के सजावटी सामान आदि बिक रहे हैं। भारत की सबसे बड़ी हस्तशिल्प और हथकरघा प्रदर्शनी का आयोजन सामाजिक विकास सेवा समिति सहारनपुर की ओर से किया गया है। मेले में 11 राज्यों के शिल्पकारों ने भाग लिया है। यह शिल्प मेला 11 दिसम्बर तक चलेगा।
- लोगों को खुर्जा की विश्व प्रसिद्ध क्रोकरी भा रही
सीजन को देखते हुए इस बार मेले में पहली प्राथमिकता कश्मीर और उत्तराखंड वालों को दी गई है। कश्मीरी शाल उत्तराखंड के कोर्ट आदि प्रमुखता से बिक रहे हैं। इसके अलावा खुर्जा की विश्व प्रसिद्ध क्रोकरी को भी स्थान दिया गया है। फरीदाबाद का टेराकोटा, आसाम का कैन बांस के सामान, सहारनपुर के फर्नीचर में शीशम से बने छोटे बड़े सोफे, अलमारी सभी प्रकार के घरेलू सामान लोगों को पसंद आ रहे है।
- 93 स्टॉलों में बनारस के चार स्टॉल
मेले में 11 राज्यों के दुकानों पूरे 93 स्टाल लगाए गए हैं। इसके अलावा 8 खुला दुकान भी शामिल है। बनारस के 4 स्टॉल में बनारसी साड़ी के दो स्टॉल के साथ एयरिंग के भी स्टाल लगे हुए हैं। शादी में पहने जाने वाले कपड़े, पार्टी और सर्दियों के लिए गर्म कपड़े लोग पसंद कर रहे हैं। शिल्प मेले में सदरी और सिल्क साड़ी की खूब बिक्री हो रही है।
- राजस्थानी दाल कचौड़ी की डिमांड
मेले में खाद्य पदार्थ राजस्थानी दाल की कचौड़ी, मूंग दाल का हलवा, छोले भटूरे की खूब डिमांड है। इसके अलावा मध्यप्रदेश का भुट्टा, भेलपुरी, अमेरिकन स्वीट कॉर्न के साथ बनारसी पिज्जा का भी लोग खूब लुफ्त उठा रहे।
- महिलाओं की पहली पसंद आर्टिफिशियल ज्वेलरी
मेले में चीनी मिट्टी के बर्तन में कप सेट के साथ शीशे के छोटे गिलास की ज्यादा डिमांड है। लकड़ी के उत्पादों में हैंगर, बेलन आदि चीजों की महिलाएं खूब खरीददारी कर रही है। खदी के बैग, गर्म कपड़े के साथ आर्टिफिशियल ज्वेलरी महिलाओं की पहली पसंद बनी है। इसके अलावा घरों के सजावटी सामान के साथ-साथ कश्मीरी शॉल ईयररिंग, कश्मीरी कोर्ट, ज्वेलरी की खूब बिक्री है।
- आगे के मेलो में बढ़ेगी स्टालों की संख्या
मेले के आयोजककर्ता अमरदीप ने बताया इस मेले की सफलता के बाद आगे चलकर 200 से 250 तक के स्टाल भी मेले में लगाये जायेंगे। मेले के उद्घाटन मुख्य अतिथि उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक के हाथों 20 नवंबर को हुआ था।
- कश्मीरी साल 550 से 19 हजार तक
खरीददारी करने आये नैंसी ने बताया कि उन्हें कश्मीर के साल बहुत पसंद आये। हर बार वो इस मेले में अपनी पसंद की चीजें लेने आती हैं। बताया कि, कश्मीरी शाल की कीमत 550 रुपए से 19000 तक तक है।
- बीकानेर के प्रसिद्ध पापड़ नमकीन का जवाब नहीं
मेले में बीकानेर के प्रसिद्ध पापड़ नमकीन का जवाब नहीं है, इसके साथ ही राजस्थानी आंवला मुरब्बा, बांस का अचार, अगस्त का अचार लोगों के लिए आकर्षण और अलग है। तरह-तरह के पान मसालों की तरह खट्टे मीठे फलों से बने चुरन और टॉफियां भी लोगों को पसन्द आ रहे।
- साड़ियों की कई वेरायटी
मेले में सिल्क साड़ी लोग खूब खरीद रहे हैं। इसमें कई वैरायटी की साड़ियां बिक रही हैं। बनारसी सिल्क लोग ज्यादा खरीद रहे हैं। इसके अलावा शादी में पहनने के लिए सिल्क से बना लहंगा कुर्ती और अन्य कपड़े भी लोग खरीद रहे हैं। बनारस से कपड़े का स्टॉल लगाए दुकानदार ने बताया सिल्क साड़ियों की खूब बिक्री हो रही है। उनके यहां 1500 से लेकर 20 हजार रुपये तक की साड़ियां उपलब्ध हैं।
- मुख्य आकर्षण मिट्टी के खिलौने
मेले में मुख्य आकर्षण का केंद्र मिट्टी से बने खिलौने है। जिसमें गणेश प्रतिमा, घोड़े हाथी सहित अन्य खिलौने शामिल है। दुकानदार अजय ने बताया 100 से लेकर हजार रुपए तक खिलौने उपलब्ध है। हस्तशिल्प का अनोखा अनोखा प्रदर्शन साइकिल के रूप में देखने को मिलेगा जो देखने में तो असली लगता है और चलता भी है जिसकी कीमत आकार के हिसाब से 250 से ₹800 तक तय की गई है, जिसके प्रति बच्चे काफी आकर्षित हो रहे हैं।