कॉम्पटीशन के बीच कॉलेजों में मिशन एडमिशन

कॉम्पटीशन के बीच कॉलेजों में मिशन एडमिशन
कॉम्पटीशन के बीच कॉलेजों में मिशन एडमिशन

वाराणसी (रणभेरी)। यूपी बोर्ड के बाद सेंट्रल बोर्ड आफ सीबीएसई भी 12वीं बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी कर चुका है। इन दोनों बोर्ड का रिजल्ट आने के बाद मिशन एडमिशन शुरू होने के साथ इसकी प्रक्रिया भी तेज हो गई है। अब महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों में प्रवेश को लेकर अभी से टफ प्रतिस्पर्धा भी दिखने लगी है। ऐसा इसलिए कि इन दोनों बोर्ड के अधिकतर छात्र-छात्राओं ने इस बार 90 परसेंट से अधिक अंक प्राप्त किए हैं। इस बार मार्किंग के तरीकों के बदलने के चलते छात्रों का पासिंग परसेंटेज भी काफी अच्छा रहा है। इसी परसेंटेज के आधार पर स्टूडेंट का यूजी में एडमिशन प्रक्रिया भी तय होगी। मनपसंद कॉलेजों में एडमिशन के लिए कॉलेजों में अभी से सीटों को लेकर मारामारी शुरू हो गई है। आॅप्शनल कॉलेज के साथ छात्रों का फोकस पसंदीदा कॉलेज पर पहले है। अब कॉलेज जाने वाले छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के दाखिलों में तगड़ी लड़ाई देखने को मिल सकती है। इस बार यूपी बोर्ड के तहत बनारस का रिजल्ट 84.53 फीसदी रहा तो सीबीएसई के तहत पूरे जिले का रिजल्ट 78.25 परसेंट रहा। इस लिहाज से देखा जाए तो दोनों बोर्ड का रिजल्ट काफी अच्छा गया है। अब इसी परसेंटेज के आधार पर कॉलेजों में भी सीटों का बंटवारा होना है।
कॉलेजों में हाई मेरिट लिस्ट
जिस तरह से इस बार दोनों बोर्ड का रिजल्ट अच्छा गया है, उस लिहाज से कॉलेजों की मेरिट भी हाई जा सकती है। हर साल अलग-अलग कॉलेजों में बीकॉम की मेरिट लिस्ट 100 परसेंट तक रहती है, जबकि अन्य कोर्स की मेरिट कई कॉलेजों में ही 85 से 90 परसेंट को क्रास करती है। लेकिन, इस बार के परिणामों को देखकर ये अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब-करीब सभी कोर्स में पहली मेरिट लिस्ट 95 के पार जाने वाली है।
बच्चों की पहली पसंद बीएचयू
बनारस में 4 यूनिवर्सिटी बीएचयू, तिब्बती यूनिवर्सिटी, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संपूणार्नंद संस्कृत यूनिवर्सिटी है। वहीं, बीएचयू से सम्बंधित वसंत कन्या महाविद्यालय, वसंता कॉलेज फॉर वीमेन, आर्य महिला पीजी कॉलेज, डीएवी कॉलेज के अलावा अन्य सरकारी कॉलेजों यूपी कॉलेज, हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज, जगतपुर पीजी कॉलेज, डॉ. विभूनारायण सिंह कैंपस, अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज, धीरेन्द्र महिला पीजी कॉलेज, श्रीराम पीजी कॉलेज, सनबीम वीमेन कॉलेज के अलावा कई सारे प्राइवेट कॉलेजेस हैं।   जानकारों की मानें तो हर साल के मुकाबले इस बार बोर्ड का रिजल्ट जल्दी आने से स्टूडेंट्स को फायदा मिलने वाला है। स्टूडेंट्स को अपने अंकों के अनुरूप कॉलेज चुनने में आसानी होगी। हालांकि, सबसे खास चीज देखी जा रही है कि अभी भी स्टूडेंट्स की पहली पसंद दिल्ली यूनिवर्सिटी और उसके बाद बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी है। हालांकि, सीयूईटी पैटर्न पर एग्जाम्स होने से सब कुछ कट आफ पर निर्भर हो गया।
यह है बनारस के कॉलेजों की स्थिति

  • बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी

बीएचयू में यूजी की 3389 और पीजी की 2045 सीटें हैं। यहां प्रवेश प्रक्रिया के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है, जो अभी चल रही है।

  • महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

विद्यापीठ व इससे संबद्ध कॉलेजों में यूजी पाठ्यक्रम में कुल करीब 4500 सीटें हैं। एडमिशन प्रक्रिया शुरू करा दी गई है।

  • यूपी कॉलेज

उदय प्रताप कॉलेज में यूजी की 1991 और पीजी की 720 सीटें मिलाकर कुल 2711 सीटें हैं। कॉलेज में यूजी-पीजी के लिए अब तक करीब 3500 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।

  • हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज

यहां यूजी की 2067 व पीजी की 500 मिलाकर 2567 सीटें हैं। यहां अब तक 2500 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन करा लिया है।

  • अग्रसेन कन्या पीजी कॉलेज

यहां यूजी-पीजी की कुल 1500 सीटों के लिए एप्लिकेशन लेने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
कॉलेज चुनने का भरपूर समय
शिक्षा जानकारों की मानें तो पहले के मुकाबले अब स्टूडेंट्स के पास कई सारे विकल्प उपलब्ध हैं। अभी तक बीएचयू से काशी विद्यापीठ से लेकर अन्य किसी भी कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। फिलहाल सभी में फार्म भरवाए जा रहे हैं। ऐसे में अपने अंकों के आधार पर स्टूडेंट्स को कॉलेज चुनने के लिए भरपूर समय मिल रहा है। बनारस के ज्यादातर स्टूडेंट्स की पहली पसंद बीएचयू ही रहती है। छात्रों को बीएचयू का स्टडी मेथड, कम फीस और लाइफ स्टाइल और पॉपुलैरिटी काफी पसंद आती है। इसके बाद छात्र डीयू या फिर जेएनयू में प्रवेश लेना चाहते हैं। हालांकि जो इन कॉलेजों के खर्च को वहन नहीं कर पाते वे बीएचयू में एडमिशन न मिलने पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ या हरिश्चंद्र पीजी कॉलेज में एडमिशन लेना चाहते हैं।