क्षेत्र का विकास और जनता की सेवा हमारा लक्ष्य : ओम प्रकाश ओझा

क्षेत्र का विकास और जनता की सेवा हमारा लक्ष्य : ओम प्रकाश ओझा
  • मंहगाई, बेरोजगारी दूर करने में नाकाम वर्तमान सरकार, बस करती है जाती- धर्म की राजनीति
  • कैंट विधानसभा में 32 साल से एक ही परिवार का दबदबा, फिर भी विकास को मोहताज है क्षेत्र
  • 2008 में प्रदेश कमिटी ने बनाया था जनरल सेक्रेटरी
  • 30 साल से राजनीति में है सक्रिय, कर रहे जनता की सेवा

वाराणसी (रणभेरी): यूपी में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये पार्टियों ने कमर कस ली है। चुनाव में कुछ ही महीने शेष हैं और राजनीतिक दल तैयारियों में जी जान से जुट गए हैं। एक तरफ गठबंधन की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं तो दूसरी ओर पार्टी की मजबूती और तैयारियों में आगे रहने पर भी जोर है। सत्ताधारी दल का पुराने साथियों को जोड़े रखने पर जोर है तो विपक्ष नए समीकरण गढ़ने में जुटा है। पर खुलकर पत्ते अब तक किसी ने नहीं खोले हैं। इस बीच कांग्रेस ने अभी से उम्मीदवारों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं भाजपा, सपा और बसपा जैसे बाकी दल संगठन की मजबूती में जुट गए हैं। कोशिश मूल वोट को एकजुट रखने के साथ ही दूसरी पार्टियों के बेस वोटों में सेंधमारी की है। संगठनों के नए पदाधिकारी इसी रणनीति के तहत तय किये जा रहे हैं। कांग्रेस इस बार यूपी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में आक्रामक रणनीति के साथ मैदान में है।

यूपी में दलित पॉलिटिक्स को हवा देने से लेकर कानून व्यवस्था, बोरोजगारी और महंगाई जैसे जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर प्रियंका गांधी समेत पूरी कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमला करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। इस बीच कांग्रेस प्रत्याशियों के चयन में जुटी है। चुनावी घमासन के बीच प्रियंका गांधी ने महिलाओं के लिए पिटारा खोल दिया है। प्रियंका ने महिला घोषणापत्र जारी कर विपक्षी खेमे में खलबली मचाने की कोशिश की है। कांग्रेस के महिला घोषणापत्र में महिलाओं को लेकर कई वादे किए गए हैं। प्रियंका गांधी ने महिला घोषणा पत्र जारी करते हुए कहा कि ये पहला महिला घोषणा पत्र नहीं होगा, इससे दूसरे राजनीतिक दलों पर भी दबाव होगा कि महिलाओं की भागीदारी को सीरियसली लिया जाए। प्रियंका का कहना है कि महिलाओं को सशक्त करना कांग्रेस का उद्देश्य है। महिलाएं अगर अपनी शक्ति पहचान लें तो देश की राजनीति बदल सकती है। चुनाव से पहले सूबे की आधी आबादी को साधने की कोशिश में जुटी प्रियंका गांधी इंदिरा गांधी और सुचेता कृपलानी का नाम लेकर महिलाओं की जनभावना को उभारने की कोशिश भी कर रही है। 

यूपी विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी द्वारा महिलाओं को 40% की भागीदारी, 20 लाख युवाओं को रोजगार, कॉलेज की लड़कियों को स्कूटी देने का वादा करके चुनावी दंगल में नया बदलाव ला दिया है। प्रियंका गांधी की सक्रियता ने यूपी विधानसभा चुनाव में एक नया मोड़ ला दिया है। प्रियंका गांधी जिस तरीके से निर्भीक होकर मैदान में उतरी है, उससे अन्य पार्टियों की नींदे गायब हो गई है। सभी पार्टियां विधानसभा चुनाव 2022 में अपना दमखम दिखाने में जुट गई है। इसी क्रम में आपका अखबार "रणभेरी" यूपी में होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 की रणनीतियों को लेकर कांग्रेस पार्टी के उत्तरी विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव में कैंट विधानसभा क्षेत्र से अपनी दावेदारी पेश कर रहे कांग्रेस के ओम प्रकाश ओझा से बात की। उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकार किस तरीके से काम कर रही है और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी किस प्रकार तैयार है....!

  • कांग्रेस के ओम प्रकाश ओझा से "रणभेरी" की खास बातचीत
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  • सवाल: आप राजनीति में कैसे आए और विधानसभा क्यों जाना चाहते हैं ? 

जवाब: मैं राजनीति में पढ़ाई के वक्त से ही हूं। जब मैं काशी हिंदू विश्वविद्यालय का छात्र था तभी एनएसयूआई से जुड़ गया। फिर मैंने यूथ कांग्रेस ज्वाइन किया। 2008 में प्रदेश कमिटी ने मुझे जनरल सेक्रेटरी भी बनाया। 30 साल से मैं राजनीति में हूं और समाजसेवा ही मेरा उद्देश्य रहा है। समाजसेवा के उद्देश्य से ही यह चुनाव लड़ रहा हूं ताकि मैं विधानसभा जाकर जनता के लिए और अच्छा कर सकूं, उनकी सेवा कर सकूं। 

  • सवाल: कांग्रेस पार्टी पिछले 32 सालों से प्रदेश में सरकार नहीं बना सकीं है। ऐसे में आप चुनाव जीतने का दावा कैसे कर सकते हैं ?

जवाब: कांग्रेस एक राष्ट्रवादी पार्टी है और लोगों को पार्टी पर भरोसा है। मैंने स्वंतत्रता सेनानियों को देखा तो नहीं है पर उन्होंने ही इस देश को आजादी दिलाई और कांग्रेस पार्टी भी इनमें से एक मानी जाती है। कांग्रेस पार्टी एक विचार है और मैं उन्हीं विचारों के साथ पार्टी से जुड़ा हूं। हमने कई सालों से देश की सेवा की है। 30 साल से मैं क्षेत्र की जनता की सेवा कर रहा हूं। विधायक या एमपी बनना हमारा उद्देश नहीं है बस जनता का साथ मिला तो हम चुनाव जीतेंगे और समाजसेवा करेंगे। हम लोगों की सेवा करने के लिए हैं।

  • सवाल: आपकी पार्टी के क्या मुद्दे है ? 

जवाब: हम दो तरह की मुद्दों के साथ यह चुनाव लड़ रहे हैं। एक तो राष्ट्रीय मुद्दा है और दूसरा क्षेत्रीय। वर्तमान में महंगाई भी एक बड़ा मुद्दा है। चाहे पेट्रोलझ्रडीजल हो या सरसों का तेल सभी के दाम आसमान छू रहे हैं। बिजली बिल से मध्यम वर्ग के लोग खासा परेशान हैं। अगर हम क्षेत्रीय मुद्दों की बात करें तो 32 साल से इस विधानसभा पर एक पार्टी और एक परिवार का ही कब्जा है। पिता विधायक थे, फिर मां विधायक बनी और अब बेटा भी विधायक बने हुए है। 32 साल से भाजपा के ही विधायक कैंट विधानसभा पर कब्जा किए हुए हैं। विडंबना है कि हम आज भी बेहतर सीवर की बात करते हैं। प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार है फिर भी स्थिति दैनीय है। अब क्या कोई नया दिन आएगा जब जनता को इन समस्याओं से निजात मिलेगा। 

  • सवाल: कैंट से वर्तमान विधायक  के बारे में आप क्या कहना चाहेंगे, अबतक उनका काम कैसा रहा ? 

जवाब: विधायक जी के लिए मैं कहना चाहूंगा की नौजवान व्यक्ति थे, करना चाहते तो कई काम करा सकते थे। इन्होंने पूरे पांच साल विधायक की कुर्सी पर बैठ आराम फरमाया है और कोई काम नहीं किया। पार्टी को भी पहले सोचना चाहिए था की ऐसे निष्क्रिय लोगों को टिकट नहीं देना चाहिए। दो बार कोरोना की लहर आई और दोनों बार हमारे विधायक क्वॉरेंटाइन हो गए। ऐसा कोई जनप्रतिनिधि नहीं होता।  विधायक का काम जनता के समस्याओं को दूर करने का होता है न की कुर्सी पर बैठ कर आराम करने का। 

  • सवाल: भाजपा भगाओ, महंगाई हटाओ के नारे से कांग्रेस क्या संदेश देना चाह रही हैं ? भाजपा को भागने से महंगाई कैसे हट जायेगी ?

जवाब: भाजपा सरकार में जहां देश की अर्थव्यवस्था गिरती जा रही तो वहीं भारत के कुछ उद्योगपति अमीर होते जा रहे हैं। गैस सिलेंडर पर पहले सरकार सब्सिडी देती थी फिर धीरे धीरे इसे कम करते हुए खत्म कर दिया, पर सिलेंडर का दाम बढ़ता ही चला जा रहा है। उसी तरह कांग्रेस की सरकार में पेट्रोल डीजल के दाम 60-70 ही रहते थे वही आज वर्तमान भाजपा सरकार में 100 का अकड़ा पार कर चुकी है। कांग्रेस जबतक सरकार में रही महंगाई को जनता से दूर रखने का ही प्रयास किया। इसलिए यदि भाजपा हारती है और कांग्रेस की सरकार बनती है तो महंगाई दूर करने का कार्य पहले किया जायेगा। 

  • सवाल: कैंट विधानसभा सीट की बात करें तो यहां 1991 से ही एक परिवार और एक पार्टी का ही दबदबा रहा है। तो आप इसे आप कैसे तोड़ेंगे ? 

जवाब: मैंने पूरा जीवन इसी क्षेत्र की सेवा करने में लगाया है। मैं 30 साल से इस क्षेत्र की सेवा कर रहा हूं और जब कोरोना काल आया था तब विधायक जी तो क्वॉरेंटाइन हो गए थे पर हमने लोगों के लिए व्यवस्थाएं कराई, उपचार कराया, ब्लड डोनेट करवाया, लोगों को जागरूक किया। हमारी सरकार नहीं थी कि लोगों को सरकारी फायदा दे सकें। हमने यहां के मुद्दों को हमेशा उठाया और जनता की सेवा की है। एक ही परिवार के लोग 32 सालों से बैठकर आराम फरमा रहे पर किया कुछ नहीं। हमें विश्वास है की जनता इस बार सही फैसला करेगी और हमारी सरकार बनेगी। 

  • सवाल: कैंट विधानसभा में जनता की कौनसी समस्याओं को आप प्राथमिकता देंगे ? 

जवाब: यहां कई समस्याएं हैं, बाहर से आकर कई लोग यहां बसते है। कई कॉलोनियां हैं जो बाढ़ से बहुत प्रभावित होती हैं तो सबसे पहले फाटक बनवाने का कार्य करवाया जायेगा। जो भी लोग घाट किनारे बसे हैं उनके मकान न टूटे इसके लिए प्रदेश और केंद्र सरकार से बात करके उपाय किया जायेगा। यदि हमारी सरकार बनी तो प्राथमिकता के तौर पर बेरोजगारी दूर करने का प्रयास रहेगा। बेहतर सड़के, कम बिजली बिल, सीवर की समस्याओं को दूर करने का कार्य करेंगे। क्षेत्र के विकास के लिए हर प्रयास किया जायेगा। 

  • सवाल: कैंट विधानसभा की जनता आप को ही क्यों वोट करें ? 

जवाब: मैं 30-35 साल से राजनीति में हूं और जनता की सेवा कर रहा हूं। मैं क्षेत्र की समस्याओं को दूर करना चाहता हूं। जो आम जनमानस की समस्याएं है जैसे की पानी, बिजली बिल, सीवर, सड़क की समस्या को दूर करना चाहता हूं। कोरोनाकाल में भी मैंने जनता की सेवा की है। मैं हमेशा से लोगों के बीच रहा हूं उनके दुख दर्द को समझता हूं। अब जनता का फैसला होगा की हमें वोट करेंगे या उनको जो विधायक की कुर्सी पर बैठ सिर्फ आराम फरमाते हैं। 

  • सवाल:  जनता से आप क्या कहना चाहते हैं? 

जवाब: मैं अपने काशीवासियों से, कैंट विधानसभा के जनता से निवेदन करता हूं कि आप कांग्रेस को वोट दें, क्योंकि आप देश व क्षेत्र का विकास चाहते हैं तो धर्म-जाति की राजनीति को छोड़ विकास के लिए हमें वोट करें। जो भी प्रतिनिधि चुने, धर्म या जाति के नाम पर न चुने। पढ़े-लिखे लोगों को ही चुने जो आपका और क्षेत्र का विकास कर सके। जो बेहतर हो उसे वोट दें, ज्यादा से ज्यादा लोग मतदान करें, अपने मताधिकार का इस्तेमाल करें।