दुर्गंध से चकराया लोगों का सिर, बंद मकान खुला तो अंदर पड़ी थी मजदूर की लाश

 दुर्गंध से चकराया लोगों का सिर, बंद मकान खुला तो अंदर पड़ी थी मजदूर की लाश

आजमगढ़ । अतरौलिया थाना के कबीरूद्दीनपुर गांव में गुरुवार की सुबह एक मजदूर का शव मिला। मकान से दुर्गंध उठने पर लोगों ने पुलिस को मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को घर से कमरे निकलवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। कबीरूद्दीनपुर गांव के रहने वाले योगेंद्र गुप्ता (46) मजदूरी कर अपनी अजीविका चलाता था। योगेन्द्र का विवाह बहराइच में हुआ था। विगत 10 वर्षों से योगेन्द्र की पत्नी अपने बच्चे को लेकर अपने मायके में रह रही है। कबीरूद्दीनपुर में योगेन्द्र अकेले रहता था। ग्रामीणों ने बताया कि रविवार 30 जून को गांव के गुन्नू राम के यहां तेरही भोज में योगेंद्र को देखा गया था। उसके बाद से उसके कमरे का दरवाजा नहीं खुला था। चार दिन बाद जब कमरे से बदबू उठने लगी तो लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।

लाश पर भिनभिना रही थीं मक्खियां
ग्रामीणों की सूचना पर मौके थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह पहुंच गए। उन्होंने कमरे के अंदर सिपाहियों को कुदाया तो पाया कि मजदूर का शव पड़ा था जो बुरी तरह से सड़ चुका था और उस पर मक्खियां भिनभिना रही थी।  सूचना पाकर मौके पर क्षेत्राधिकारी किरन पाल सिंह भी पहुंच गए और थानाध्यक्ष ने फोरेंसिंक टीम को भी मौके पर बुला लिया। इसके बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक तीन भाई हैं। 

तीनों भाइयों की जमीन नेशनल हाइवे में गई थी। ऐसे में सभी को आठ-आठ लाख रुपए का मुवावजा भी मिला था और दोनों भाईयों ने घर बनवा लिया, पर मृतक ने अपना पूरा घर नहीं बनवाया था। मृतक के साथ काम करने वाले मजदूर भी दो दिन घर पर आए पर दरवाजा न खुलने पर वह वापस चले गए।  गांव के प्रधान सुरजीत कुमार ने बताया कि आस-पास के लोगों ने जब घर से दुर्गंध आने की जानकारी दी तो मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस इस मामले में तहरीर भी प्राप्त कर रही है।

बोले अधिकारी
अतरौलिया थाना क्षेत्र के कबीरुद्दीनपुर गांव में एक मजदूर का शव मिला है। जिस कमरे में वह रहता था वह अंदर से बंद था। परिवार के लोग बाहर गए थे। ऐसे में उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। ताकि मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सके। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। - शैलेंद्र लाल, एसपी सिटी।