वाराणसी की सड़कों पर कांग्रेस नेताओं का उग्र प्रदर्शन

वाराणसी की सड़कों पर कांग्रेस नेताओं का उग्र प्रदर्शन
  • ईडी के कार्रवाई का विरोध, कई नेता हिरासत में तो कुछ किए गए नजरबंद
  • सरकार के खिलाफ नारेबाजी, पुलिस को चकमा देकर पटेल प्रतिमा पर किया माल्यार्पण

वाराणसी (रणभेरी): केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ गुरुवार को वाराणसी में कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस ने सड़कों पर उतरकर इसे तानाशाही करार दिया। महानगर कांग्रेस कार्यालय से लेकर मलदहिया चौराहे तक विरोध मार्च निकाला गया। इस दौरान पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद कांग्रेस नेता पुलिस को चकमा देकर सरदार वल्लभभाई पटेल की प्रतिमा तक पहुंचे और माल्यार्पण किया। इसके बाद सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। स्थिति को देखते हुए पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया और उन्हें पुलिस लाइंस भेज दिया। 

प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने ‘यंग इंडियन’ मामले में पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को पूरी तरह अवैध और राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित बताया। नेताओं का कहना था कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि लोकतंत्र में विरोध की आवाज को कुचलने के लिए सरकारी एजेंसियों को हथियार बनाया जा रहा है। प्रदर्शन के दौरान तानाशाही नहीं चलेगी और ईडी-सीबीआई का दुरुपयोग बंद करो जैसे नारे गूंजते रहे।

सुबह से ही कई नेताओं को किया गया हाउस अरेस्ट

प्रदर्शन से पहले ही पुलिस प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया। महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, जिलाध्यक्ष समेत अनेक प्रमुख नेताओं को सुबह ही उनके आवासों पर नजरबंद कर दिया गया। इसके बावजूद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। पुलिस ने मलदहिया, लहुराबीर और आसपास के इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किया था। जैसे ही कांग्रेस नेता बीजेपी कार्यालय की ओर बढ़ने लगे, पुलिस ने उन्हें रोक लिया और सभी को हिरासत में लेकर पुलिस लाइंस भेज दिया। 

प्रदर्शन के दौरान कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा। हिरासत में लिए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि गांधीवादी विचारधारा से घबराई सरकार तानाशाही तरीके से विपक्ष को दबाना चाहती है। कांग्रेस नेताओं ने स्पष्ट कहा कि वे इस तरह की पुलिस कार्रवाई से डरने या दबने वाले नहीं हैं।

नेताओं ने दो टूक कहा कि हम कांग्रेस के लोग हैं, अन्याय के खिलाफ लड़ना हमारी परंपरा है। अंतिम सांस तक न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे। प्रदर्शन के चलते शहर में कुछ देर के लिए तनावपूर्ण माहौल रहा, हालांकि पुलिस की सख्ती के कारण स्थिति नियंत्रण में रही। कांग्रेस ने संकेत दिए हैं कि यदि ईडी की कार्रवाई बंद नहीं हुई तो आगे भी चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा।