सीएम योगी ने बिजली हड़तालियों पर दिया दंडात्मक कार्रवाई का निर्देश
वाराणसी (रणभेरी): यूपी में बिजली कर्मचारियों की 72 घंटे की हड़ताल के चलते बिजली संकट बढ़ता रहा जा रहा है। बिजली नहीं होने की वजह से कई जिलों में पानी की समस्या भी होने लगी है। वही राज्य सरकार की कार्रवाई का हड़ताल पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा। कुछ कर्मचारी नेताओं और कर्मचारियों के खिलाफ FIR भी दर्ज हुई है। वही सीएम योगी बनारस दौरे पर पहुंचे बिजलीकर्मियों की हड़ताल पर सख्त रुख अपनाने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों से दो टूक कहा कि बिजली आपूर्ति में बाधा डालने व अराजकता पैदा करने वाले अभियंताओँ व कर्मचारियों की सूची तैयार करें। फीडर बंद करने वाले लोगों के विरुद्ध बेहिचक दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
प्रदेश में बने बिजली के संकट को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार दोपहर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा सहित विभाग के अफसरों के साथ बैठक की। उन्होंने प्रदेश में 24 घंटे बिजली आपूर्ति के निर्देश दिए हैं। मामले पर ऊर्जा मंत्री अब से कुछ ही देर में प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। सीएम योगी ने विद्युत प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों को निर्देश दिया है कि किसी भी कीमत पर उपभोक्ताओं की अनदेखी न होने पाए। उद्योगों को भी पर्याप्त बिजली दी जाए। अधिकारियों ने बताया कि अभी मार्च माह तक वे उत्पादन कम होने के बाद भी निर्बाध बिजली देने की स्थिति में है। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हड़ताल पर जाने वालों से सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है।प्रदेश में बिजली की प्रतिदिन की खपत 10 हजार मेगावाट की है जबकि उपलब्धता 17 हजार मेगावाट की है। अनपरा की 300 मेगावाट की एक और ओबरा की 100-100 मेगावाट की दो इकाइयां बंद हैं। हड़ताल से कुल 500 मेगावाट का उत्पादन प्रभावित हुआ है।