सेवानिवृत्त रेल कर्मी के निर्माणाधीन मकान की चौथी मंजिल का छज्जा गिरने से दो मजदूरों की मौत, CM ने लिया संज्ञान
वाराणसी (रणभेरी): पांडेयपुर नई बस्ती में बुधवार को सेवानिवृत्त रेल कर्मचारी के निर्माणाधीन 4 मंजिला अवैध मकान का छज्जा गिरने से दो मजदूरों की मौत हो गई। पांडेयपुर पुलिस चौकी के ठीक सामने हुए हादसे के बाद अफरातफरी मच गई। इसका संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी लिया और दोनों मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये के आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
रिटायर्ड रेलकर्मी रामलाल पुत्र नग्गू राम का पंचकोशी मार्ग पर यादव भोजनालय के पास मकान है। बुधवार को चौथी मंजिल पर निर्माण कार्य चल रहा था। इसी बीच बारजा भरभराकर गिर पड़ा। इसकी चपेट में आने से दीपक जायसवाल (42) पुत्र स्व रामचंद्र जायसवाल निवासी कांशीराम आवासीय योजना शिवपुर और छोटई (40) पुत्र रामधारी निवासी कोईलबहा इंद्रपुर शिवपुर भी निर्माणाधीन मकान के खुले हुए आंगन में गिर पड़े।जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
छाेटेलाल की पत्नी रानी ने कहा कि वह अपनी मौसी के घर काम कर रहे थे। परिजन ने बिलखते हुए कहा कि उनके पास कोई अधिकारी नहीं आया। न ही पैसे देने की कोई जानकारी है। वहीं, दूसरे मजदूर दीपक की पत्नी बेबी ने कहा कि वह चौथी मंजिल पर एक पाइप पर चढ़कर काम कर रहे थे। इसी दौरान गिरकर उनकी मौत हुई। वाराणसी के DM ने सहायता देने की बात की है।
ये मजदूर घर की चौथी मंजिल के छज्जे पर ही खड़े होकर दीवार जोड़ रहे थे। अचानक दीवार का एक हिस्सा टूटने से वे चौथी मंजिल से सीधे नीचे कोर्टयार्ड में गिर गए। वहां खड़े अन्य लोगों ने पास में ही जिला अस्पताल ले जाया गया, मगर मजदूरों की मौत पहले ही हो चुकी थी। बताया जा रहा है कि मौत की बात पता चलते ही रामलाल और उसके परिवार के सभी 30 लोग घर पर ताला लगाकर कहीं चले गए। वाराणसी विकास प्राधिकरण (VDA) द्वारा इस घर का नक्शा पास नहीं कराया गया था।वाराणसी के DM एस. राजलिंगम ने घटनास्थल का मुआयना किया। DM ने कहा कि मकान के निर्माण के स्वीकृति की जांच कराई जाएगी। VDA को भी इस अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया जाएगा।