देर रात फैसलें में तबदीली कौशल राज शर्मा बने रहेंगे वाराणसी के डीएम
वाराणसी (रणभेरी): उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को दर्जन भर आइएएस अधिकारियों के तबादले किए गए। 2006 बैच के आईएएस अधिकारी और वाराणसी के जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा को प्रयागराज का कमिश्नर नियुक्त किया गया। उनकी जगह एस.राजलिंगम वाराणसी के नए जिलाधिकारी बनाए गए थे। लेकिन योगी सरकार ने देर रात फैसला लिया कि कौशल राज शर्मा वाराणसी के जिलाधिकारी बने रहेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 57वें जिलाधिकारी के रूप में कौशलराज शर्मा ने नवंबर 2019 में को कार्यभार ग्रहण किया था। तीन साल के कार्यकाल में उन्होंने ऐसे कई कार्य किए जिन्हें वाराणसी में लंबे वक्त तक याद रखा जाएगा। जिलाधिकारी के रूप में लोकसभा चुनाव में काम काज और पीएम स्वनिधि योजना के क्रियान्वयन में उन्हें सम्मान भी मिला।मूल रूप से हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले कौशल राज शर्मा ने 2006 में आईएएस की परीक्षा पास की और यूपी कैडर में शामिल हुए। इसके बाद अगले ही दिन प्रदेश सरकार ने कौशलराज शर्मा के विकास में योगदान को देखते हुए वाराणसी के जिलाधिकारी के पद पर बने रहने की नई सूचना जारी की है।
इसके बाद कोरोना काल में उन्होंने वाराणसी में कोरोना संक्रमण रोकथाम के अलावा कई पीएम के महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को लेकर भी सक्रियता दिखाई और प्रदेश व राज्य सरकार से कई बार सराहना भी प्राप्त की। इसके अतिरिक्त पीएम स्वनिधि योजना में देश भर में वाराणसी के नंबर एक होने पर पीएम द्वारा वह सम्मानित भी हो चुके हैं।
शासन ने एक दिन पूर्व कुशीनगर में तैनात 2009 बैच के आईएइस डीएम एस राजलिंगम को वाराणसी के डीएम के पद पर नियुक्त किया था। साथ ही यह पत्र में यह भी उल्लेख था कि यह आदेश एक अगस्त से प्रभावी होगा। नवागत डीएम के आने की तैयारी व पुराने की विदाई की तैयारियां सभी अनुभागों से जुड़े कर्मचारी व अधिकारी कर रहे थे। लेकिन फिलहाल धरा का धरा रह गया। शासन से निरस्तीकरण के आदेश को स्वंय डीएम कौशल राज शर्मा की ओर से जारी किया गया है।