करौली बॉर्डर पर रोकी गई भाजपा की न्याय यात्रा, 3 जिलों के SP सहित एक हजार पुलिसकर्मी तैनात
(रणभेरी): करौली में 2 अप्रैल को हुई हिंसा को लेकर बीजेपी इसे राष्ट्रीय स्तर का मुद्दा बनाने की तैयारी में जुट गई है। इसी कड़ी में बुधवार को बीजेपी युवा मोर्चा दंगा पीड़ितों से मिलने के लिए न्याय यात्रा निकाल रहे भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के काफिले को पुलिस ने दौसा-करौली बॉर्डर पर रोक दिया गया है। दौसा करौली बॉर्डर पर राजस्थान सरकार ने भारी पुलिस जाब्ता लगाते हुए 500-600 जवानों को लगाया है। यहां पुलिस व भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प भी हुई है। पुलिस के रोकने से गुस्साए सूर्या सैकड़ों कार्यकर्ता सलेमपुर थाना क्षेत्र में करौली जिले के बॉर्डर पर धरने पर बैठ गए हैं। सूर्या ने कहा कि गहलोत सरकार आरोपियों को बचाने का प्रयास कर रही है।
भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या ने गहलोत सरकार को चेतावनी दी कि उन्हें अगर जाने नहीं दिया गया तो यही पर उग्र आंदोलन किया जाएगा। सूर्या ने कहा कि हर कीमत पर करौली जाएंगे, नहीं तो सामूहिक रूप से गिरफ्तारियां देंगे। इस दौरान 'गहलोत हमसे डरता है' और 'जय श्री राम' की जमकर नारेबाजी हुई। भारी पुलिस बल मौके पर तैनात है। पुलिस ने मौके पर तीन लेयर बैरिकेड्स लगा रखा है। पुलिस ने मौके पर मौजूद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं से समझाइश करने की कोशिश की लेकिन वे नहीं माने। पुलिस पक्ष का कहना है कि अगर सरकार इजाजत देती है, तभी जाने देंगे।
युवा मोर्चा ने अपनी न्याय यात्रा को 'करौली चलो' का नारा दिया है। यह यात्रा बुधवार को 12 बजे भाजपा मुख्यालय से शुरू हुई, जो करौली तक जाएगी। भाजपा के न्याय यात्रा को देखते हुए करौली के सभी एंट्री मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं करौली में 14 अप्रैल तक कर्फ्यू बढ़ा दिया गया है। वहीं न्याय यात्रा को लेकर तीन आईपीएस, 16 आरपीएस अधिकारियों को करौली रवाना किया गया था। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। करौली के 50 भाजपा नेताओं को पाबंद किया गया है कि अगर कोई उपद्रव हुआ तो कार्रवाई होगी। करौली में शांति को बनाए रखने के लिया कर्फ्यू की अवधि भी घटा दी गई है। अब दस बजे ही कर्फ्यू लागू कर दिया जाएगा।