भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह हत्याकांड में न्याय की बड़ी जीत : फास्ट ट्रैक कोर्ट ने 16 दोषियों को सुनाई उम्रकैद की सजा

वाराणसी (रणभेरी): वाराणसी में भाजपा नेता पशुपतिनाथ हत्याकांड के चर्चित मामले में अदालत ने 16 आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है। सिगरा के जयप्रकाश नगर में ढाई साल पहले हुए हत्याकांड में 16 अभियुक्त दोषी करार दिए गए थे, जिन्हें आज सजा सुनाई गई है। मनबढ़ अपराधियों ने शराब पीकर सड़क पर हंगामा करने से मना करने पर भाजपा नेता की पीट-पीटकर जान ले ली थी। करीब ढाई साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद यह फैसला आया है। पीड़ित परिवार और स्थानीय लोगों ने फैसले का स्वागत किया है।
यह सनसनीखेज वारदात 12 अक्टूबर 2022 की रात हुई थी, जब भाजपा नेता पशुपति नाथ सिंह ने अपने घर के पास स्थित देशी शराब के ठेके पर हो रही शराबखोरी और गाली-गलौज का विरोध किया। उन्होंने शराब पी रहे युवकों को घर के बाहर शराब न पीने की नसीहत दी थी। इसी बात को लेकर बहस इतनी बढ़ गई कि कुछ ही देर में 30 से 40 की संख्या में हमलावरों ने पशुपति सिंह पर लाठी, डंडे और लोहे की रॉड से जानलेवा हमला कर दिया। शोर सुनकर उन्हें बचाने आए उनके बेटे राजन सिंह पर भी हमलावरों ने बेरहमी से हमला किया। गंभीर रूप से घायल पिता-पुत्र को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पशुपति सिंह को मृत घोषित कर दिया। राजन सिंह को कई महीने तक अस्पताल में रहकर इलाज कराना पड़ा। बाद में उन्होंने ही इस मुकदमे की लगातार पैरवी की।
इस हत्याकांड के बाद पुलिस पर लापरवाही और मिलीभगत के गंभीर आरोप लगे। लोगों के भारी विरोध और राजनीतिक दबाव के बीच जांच हुई और कार्रवाई करते हुए दो दरोगा और 9 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। पुलिस ने इस मामले में 18 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था, जिसमें से 16 को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया और अब उन्हें अदालत ने उम्रकैद की सजा सुनाई है। शेष दो आरोपियों के मामले अभी भी लंबित हैं या फरार बताए जा रहे हैंइसी बात को लेकर बहस इतनी बढ़ गई कि कुछ ही देर में 30 से 40 की संख्या में हमलावरों ने पशुपति सिंह पर लाठी, डंडे और लोहे की रॉड से जानलेवा हमला कर दिया।
इस हमले में जो युवक शामिल थे, वे सिगरा क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय एक आपराधिक गिरोह से जुड़े हुए बताए जाते हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि यही गिरोह क्षेत्र में गाली-गलौज, मारपीट, जबरन वसूली जैसी घटनाओं को अंजाम देता रहा हैँ
पशुपति नाथ सिंह की हत्या की खबर से राजनीतिक गलियारों में भी गहरा असर पड़ा था। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने घटना को दुखद बताते हुए कहा था कि भाजपा कार्यकर्ता की हत्या किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने भी इस हत्याकांड की कड़ी निंदा की थी और कहा था कि यह वारदात प्रदेश की कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल है।
फैसले के बाद पीड़ित परिवार और मोहल्लेवासियों ने राहत की सांस ली है, लेकिन साथ ही उन्होंने प्रशासन से सख्त रुख अपनाने और सिगरा क्षेत्र में सक्रिय आपराधिक तत्वों को पूरी तरह नेस्तनाबूद करने की मांग की है।