पुलिस के लिए पहेली बनता जा रहा भदैनी हत्याकांड!

पुलिस के लिए पहेली बनता जा रहा भदैनी हत्याकांड!

सौ से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे, मोबाइल की निगरानी के बाद भी नहीं मिला क्लू

बहन की शादी में नहीं आया लेकिन दिवाली मनाने आ गया... जीजा ने उगले कई राज

वाराणसी (रणभेरी सं.)। भदैनी निवासी गुप्ता फैमिली के पांच लोगों की हत्या में मुख्य आरोपी विशाल उर्फ विक्की का 6 दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है। पुलिस भले ही विक्की का अबतक पता नहीं लगा पाई हो, लेकिन उस तक पहुंचने के प्रयास में नई-नई जानकारियां जरूर सामने आ रहीं है। विशाल के बैंक अकाउंट खंगालने पर चौंकाने वाली बात सामने आई कि नीतू गुप्ता यानी विशाल की ताई (राजेंद्र गुप्ता की पत्नी) उसके खर्च के लिए प्रत्येक माह 10 हजार रुपये भेजती थी। नीतू की बेटी गौरांगी वर्षों बाद दीपावली पर्व पर घर आए विशाल की लंबी उम्र की कामना करते हुए भाई दूज टीका की थी। दो मामलों के सामने आने के बाद नए सिरे से बहस शुरू हुई कि आखिर विशाल के हाथ अपनों पर गोली दागने के से पूर्व कांपे क्यों नहीं?

परिवार के पांच लोगों की हत्या

भदैनी के रहने वाले राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उसकी पत्नी नीतू और तीन बच्चों नमनेंद्र, सुबेंद्र व गौरांगी की गोली मार कर हत्या की गई है। पांचों का शव उनके मकान में गत पांच नवंबर को मिला था। राजेंद्र पर उसके छोटे भाई व उसकी पत्नी, पिता और चौकीदार की हत्या का आरोप था। राजेंद्र के छोटे भाई कृष्णा का बड़ा बेटा विशाल वारदात के बाद से लापता है। जबकि, वह चार जून को राजेंद्र के घर के आसपास ही देखा गया था। उससे पहले उसने अपनी दादी शारदा देवी को कहा था कि वह बड़े पापा की हत्या दीपावली पर ही करेगा।

मुंबई से लाए गए युवकों से हुई पूछताछ

गत चार नवंबर की भोर में राजेंद्र के घर से कुछ दूरी पर चार युवक सामान लेकर जाते हुए सीसी कैमरे में कैद हुए थे। पुलिस उनकी खोजबीन करते हुए उन्हें मुंबई से वापस लाई। पूछताछ में चारों ने बताया कि वह पूजा-पाठ का काम करते हैं। पांच नवंबर की सुबह उन्हें मुगलसराय से मुंबई के लिए ट्रेन में सवार होना था। पुलिस ने चारों की हर तरह से तस्दीक कराई और पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया। 

नीतू हर महीने खाते में भेजती थी 10 हजार रुपये

नीतू की सहेली शिल्पी ने पुलिस को बताया कि विक्की के खाते में प्रतिमाह उसकी बड़ी मां 10 हजार रुपये भेजती थी। नीतू कहती थी कि विक्की साफ्टवेयर डेवलपर का काम फ्रीलांसिंग में करता है। इसलिए उसको बहुत पैसे नहीं मिल पाते हैं। पुलिस की जांच में भी सामने आया कि सितंबर महीने तक नीतू ने विक्की के खाते में प्रतिमाह 10 हजार भेजा था।

झूठ बोलकर की थी भतीजी अनुप्रिया की शादी

राजेंद्र गुप्ता ने अपनी भतीजी अनुप्रिया की शादी कपड़ा फैक्ट्री मालिक से करने के लिए झूठ बोला था। पुलिस को यह बात अनुप्रिया के पति ने बताई, जब उनसे सवाल किया कि चार हत्या के आरोपी के घर शादी कैसे की? जिस पर अनुप्रिया के पति ने बताया कि राजेंद्र ने उनसे झूठ बोला था। बताया कि मेरे छोटे भाई कृष्णा और उनकी पत्नी बबिता की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। इसलिए भतीजी के मां-पिता मैं और मेरी पत्नी नीतू ही हैं। अनुप्रिया ने भी मुझसे यह बात छिपाए रही। सच्चाई की जानकारी पांच हत्याओं से संबंधी खबर मीडिया में पढ़ने के बाद हो पाई।

विक्की के जीजा से पुलिस ने की पूछताछ

पुलिस ने दिल्ली में रहने वाली उसकी बहन और बहनोई से संपर्क किया। पुलिस को पता लगा कि बहन गर्भवती है। बहनोई ने बताया कि वह गारमेंट्स का काम करते हैं। विक्की ने आखिरी बार अक्तूबर में अपनी बहन के लिए प्रसाद भिजवाया था। विक्की की बहन से भी उसकी खास बातचीत नहीं होती थी। डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि पुलिस की 10 टीमें विक्की की तलाश में लगी हैं। उसके गिरफ्त में आते ही वारदात की गुत्थी सुलझने में देरी नहीं लगेगी।

पांच नवंबर को हुई थी घटना

पांच नवंबर को भदैनी निवासी राजेंद्र गुप्ता की पत्नी नीतू गुप्ता, उनके बड़े बेटे नमनेंद्र, छोटे बेटे शिवेंद्र, मझली बेटी गौरांगी का गोलियों से छलनी शव चार मंजिल मकान के पहले और दूसरे मंजिल पर कमरों और बाथरूम में पड़ा मिला था। पुलिस ने छानबीन की तो पाई कि राजेंद्र ने ही अपने परिवार के लोगों को गोलियों से भून डाला है। पुलिस का यह दावा कुछ देर बाद भी बेदम पड़ गया, जब राजेंद्र का शव भदैनी से 10 किमी. दूर रोहनिया क्षेत्र के रामपुर लठिया स्थिति उसके निमार्णाधीन मकान में मच्छरदानी के अंदर गोलियों से छलनी मिला था। उसके बाद पुलिस राजेंद्र के भतीजे विशाल उर्फ विक्की को हत्यारोपित मान केस की तफ्तीश कर रही है। इसलिए कि विशाल के मां और पिता की राजेंद्र ने हत्या की थी। ऐसे में विशाल की गिरफ्तारी से ही पांच हत्याओं की मिस्ट्री सुलझेगी‘