गोरखनाथ मंदिर में PAC जवानों पर हमला, एटीएस ने शुरू की जांच
- सिपाहियों पर हमला किसी बड़ी साजिश की ओर कर रही इशारा
- हमलावर केमिकल इंजीनियर मुर्तजा धारदार हथियार लेकर घुसा था
(रणभेरी): जिस गोरखनाथ पीठ के पीठाधीश्वर सीएम योगी है। उस गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर रविवार की शाम हमले की कोशिश की गई। मुंबई से आए एक युवक ने मंदिर में जबरन घुसने का प्रयास किया। सुरक्षा में तैनात PAC के जवानों को शक हुआ तो उसे रोका। युवक ने गमछे में धारदार हथियार लपेटकर रखा था। उसने हथियार निकालकर जवानों पर हमला कर दिया। अपराधी घटना के जरिए कोई बड़ा संदेश देना चाहते थे। दूसरी तरफ, मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले की खबर मिलते ही पुलिस अफसर मौके पर दौड़ पड़े। गोरखपुर से लखनऊ तक अफसरों के मोबाइल फोन घनघनाने लगे थे। मुख्यमंत्री कार्यालय से पूरी घटना की जानकारी ली गई है।
इस हमले में PAC के 2 जवान घायल हुए हैं। दोनों जवानों के पैर में गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। हमले के बाद मंदिर के कर्मचारियों और भीड़ ने आरोपी को पकड़कर पीटा। उधर, बड़ी आतंकी साजिश की आशंका को देखते हुए ATS ने जांच शुरू कर दी है।आरोपी गोरखपुर का रहने वाला है। उसका नाम अहमद मुर्तजा अब्बासी है। वह केमिकल इंजीनियर है। हमले के पीछे अहमद की मंशा क्या थी? इसका पता लगाया जा रहा है। शहर के अब्बासी नर्सिंग होम में पुलिस आरोपी के परिवार वालों से पूछताछ कर रही है।
गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात सिपाहियों पर हमले के बाद मंदिर की सुरक्षा का एसएसपी डॉ विपिन ताड़ा ने जायजा लिया है। साथ ही सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी। हर आने-जाने वाले की जांच की गई, फिर मंदिर परिसर में जाने दिया गया। जानकारी के मुताबिक, गोरखनाथ मंदिर पहले से ही आतंकी निशाने पर रहा है। प्रमुख धार्मिंक स्थल होने के साथ ही मुख्यमंत्री का आवास भी है। लिहाजा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहते हैं।रोजाना सुबह-शाम चेकिंग भी की जाती है। इसी वजह से हमलावर को गोरखनाथ मंदिर अंदर दाखिल होते ही दबोच लिया गया। मंदिर सुरक्षा ड्यूटी के एसपी ने घटना के कुछ देर पहले ही मंदिर सुरक्षा की रुटीन चेकिंग भी की थी। गोरखनाथ मंदिर के दूसरे सभी गेट शाम में बंद ही रखा जाता है, यही वजह है कि आरोपी मुख्य गेट से प्रवेश करने की कोशिश कर रहा था।
20 साल पहले गोलघर में सीरियल ब्लास्ट हो चुका है, जिसमें आतंकी संगठनों का नाम आया था। गोरखपुर और गोरखनाथ मंदिर CM का क्षेत्र होने के नाते हमेशा निशाने पर रहता है। CM अक्सर मजबूत कानून व्यवस्था और एक भी दंगा न होने का जिक्र करते रहते हैं, इसलिए आतंकियों का प्लान राज्य के लॉ एंड ऑर्डर को बिगाड़ने का है। बता दें कि योगी के शपथ ग्रहण के ही दिन गोरखपुर के चौरीचौरा में उपद्रव कराकर दंगा कराने की साजिश भी रची गई थी।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी के पास से एक इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट का टिकट भी मिला है। उसने पुलिस को बताया कि वह सिविल लाइंस गोरखपुर में कार्मल स्कूल के बगल में रहता है। उसकी शादी हुई थी। वह अलीगढ़ से पढ़ाई पूरी कराने के बाद मुंबई में केमिकल इंजीनियर की जॉब करता था, लेकिन अक्टूबर 2021 में उसकी नौकरी छूट गई थी। इसके बाद उसकी पत्नी छोड़कर चली गई थी। इससे अवसाद में रहता था। उसका कहना है कि वह कई रातों से सो नहीं पाया था। परेशान चल रहा था। चाहता था कि कोई उसे गोली मार दे। इस लिए उसने पुलिस वालों पर हमला किया।
पुलिस उसकी कहानी की सच्चाई पता कर रही है। DIG जे रविंद्र गौड़ ने कहा कि आरोपी के पिता को भी हिरासत में लिया गया है। पूछताछ के बाद उसके मकसद के बारे में और उसने ऐसा क्यों किया इसका पर्दाफाश किया जाएगा। पुलिस का मानना है कि हमलावर युवक के साथ अन्य लोग भी हो सकते हैं। वे घटना के बाद फरार हो गए होंगे। पुलिस CCTV के आधार पर उनकी तलाश कर रही है।