वाराणसी में फिर एक वीडियो ने बढ़ाया तेंदुए का खौफ

वाराणसी (रणभेरी सं.)। वाराणसी में तेंदुआ की दहशत अभी बरकरार है। चिरईगांव के आसपास क्षेत्रों में अभी भी तेंदुए दिखने से लोग डरे हुए हैं। सुबह और शाम को लोग खेतों की ओर ग्रुप बनाकर जा रहे हैं, जबकि रात में पशुओं की निगरानी कर रहे हैं। ऐसे में अब इस गांव से 3 किमी दूर सारनाथ के अनमोल नगर और श्रीनगर कॉलोनी (नवापुरा) में तेंदुआ दिखने की अफवाह फैल गई। सीसीटीवी में तेंदुआ जैसा जानवर भी दिखा। वन विभाग ने दावा किया- ये लैपर्ड कैट है। मगर लोग यह मानने को तैयार नहीं हैं, उनका कहना है कि ये तेंदुआ ही है। विभाग और पुलिस की टीम फिर से एक्टिव हो गई हैं। लैपर्ड कैट नजर आने के बाद वन विभाग और पुलिस ने राहत की सांस ली। सारनाथ पुलिस के मुताबिक, अनमोलनगर कॉलोनी में रहने वाले हरिकेश श्रीवास्तव के मकान के पीछे गुरुवार रात लोगों ने तेंदुए जैसा एक जानवर देखा। रात में उसकी आंखें चमक रहीं थी। लोगों ने उसे तेंदुआ समझकर पुलिस को सूचना दी। तेंदुआ दिखने की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस मौके पर पहुंची। आसपास लगे सीसीटीवी को खंगाला तो एक बिल्ली चहलकदमी करती दिखी। लाइट की वजह से उसकी आंखें तेंदुए जैसी चमक रही थी। जिससे लोगों को तेंदुए का भ्रम हो गया।
जंसा के बेरुका गांव में भी बिल्ली ही दिखी थी। वन विभाग और पुलिस ने बुधवार को इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले तो इसकी पुष्टि हुई। इस पर अधिकारी और ग्रामीण राहत महसूस कर रहे हैं। जिसके बाद पूरे गांव में तेंदुआ आने की अफवाह फैल गई थी।प्रभागीय वनाधिकारी स्वाति श्रीवास्तव ने बताया कि तेंदुए के चले जाने की संभावनाओं के बाद भी पूरी सतर्कता बरती जा रही है। सर्विलांस टीम और स्पेशल टीम लगातार 24 घंटे सक्रिय है। क्षेत्र में ड्रोन से भी निगरानी की जा रही है। पूरे साजो-सामान व उपकरणों के साथ विभागीय टीम क्षेत्र में बनी हुई है। टीम पूरी सतर्कता से तैनात है। उन्होंने बताया कि एक नया सीसीटीवी फुटेज आया है संज्ञान में उसे देखा गया है जिससे पुष्ट हुआ है कि वह तेंदुआ नहीं बल्कि फिशिंग कैट है।
ऐसे बढ़ा काशी में तेंदुआ का डर...
चौबेपुर की नई नवापुरा बस्ती में 23 मई की सुबह अमित मौर्य अपने खेत पर फूल तोड़ने पहुंचे थे। उन्होंने झाड़ियों में तेंदुए को छिपा देखा। शोर मचाकर गांववालों को बुला लिया। करीब 25 लोग लाठी-डंडे लेकर पहुंच गए। अभी कोई कुछ कर पाता, इससे पहले अमित ने तेंदुए को डंडे से छेड़ दिया। इसके बाद तेंदुए ने अमित पर हमला कर दिया। मौके पर मौजूद लोगों ने शोर मचाया तो तेंदुआ भागकर पास के एक बगीचे में छिप गया। हमले में घायल अमित को बस्ती के लोगों ने बाइक पर बैठाकर अस्पताल पहुंचा दिया। पुलिस-प्रशासन को तेंदुए के बारे में बताया। अमित के हाथ में गहरी चोट आई थी। सिर, पेट और पीठ पर भी तेंदुए के पंजे के निशान हैं। इसके 2 घंटे के बाद ग्राम पंचायत गौरा कला के कामाख्या नजर कॉलोनी में भी तेंदुए को भागते हुए देखा गया। वहां दो युवक तेंदुए को मारने के लिए बाग में घुस गए। तेंदुए ने दोनों युवकों अनिल और जयदेव को घायल कर दिया। इसके बाद वाराणसी वन विभाग ने 5 जिलों की टीमें बुला लीं। लखनऊ से भी टीम काशी आ गई। प्रशासन की टीम ड्रोन कैमरे से तेंदुए पर नजर रखने की कोशिश करती रही, लेकिन लोकेशन आज तक ट्रेस नहीं हो सकी।