नववर्ष से पहले काशी में महाकुंभ जैसी सुरक्षा व्यवस्था, 5 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ का अनुमान

नववर्ष से पहले काशी में महाकुंभ जैसी सुरक्षा व्यवस्था, 5 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ का अनुमान

वाराणसी (रणभेरी) : नए साल के आगमन से पहले काशी में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना को देखते हुए पुलिस कमिश्नरेट क्षेत्र में महाकुंभ जैसी व्यापक सुरक्षा और यातायात व्यवस्थाएं लागू कर दी गई हैं। अनुमान है कि नववर्ष से पहले शहर में पांच लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंच सकते हैं। इसे देखते हुए भीड़ नियंत्रण, यातायात संचालन और सुरक्षा के लिए करीब 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।

श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, गोदौलिया, मैदागिन और आसपास के संवेदनशील क्षेत्रों में पीएसी और आरएएफ के जवानों को भी तैनात किया गया है। भीड़ के दबाव को कम करने के लिए मैदागिन-गोदौलिया मार्ग को पूरी तरह नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। इसके साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की ओर वीआईपी वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है।

मंगलवार शाम पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने गोदौलिया-गिरजाघर और मैदागिन क्षेत्र का निरीक्षण कर सुरक्षा एवं यातायात व्यवस्थाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गोदौलिया-गिरजाघर मार्ग पर ई-रिक्शा और ऑटो के संचालन पर तत्काल प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिए। अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि श्रद्धालुओं की आवाजाही में किसी भी प्रकार की बाधा नहीं होनी चाहिए।

बाहरी वाहनों के शहर में प्रवेश को नियंत्रित करने के लिए संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के पास बैरिकेडिंग की गई है। यहां से वाहनों को लहुराबीर की ओर जाने से रोका जा रहा है। वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में की गई है। भीड़ बढ़ने की स्थिति में लहुराबीर चौराहे से पहले ही वाहनों को रोक दिया जाएगा। पुलिस वाहनों की संख्या भी तय मानकों के अनुसार ही रखी जाएगी।

प्रशासन ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अपील की है कि वे तय मार्गों का पालन करें और पुलिस-प्रशासन को सहयोग दें, ताकि नववर्ष का उत्सव सुरक्षित और सुगम तरीके से संपन्न हो सके।