प्रयागराज के बाद काशी के गंगा तट पर सजेगा मिनी कुंभ, उमड़ेगा भगवा-भभूत का रेला
वाराणसी (रणभेरी): संगम तट पर द्वादशवर्षीय कुंभ में उमड़े 13 अखाड़ों के नागा साधू वसंत पंचमी के स्नान के बाद बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी की ओर चल देते हैं। फिर यहां सजता है गंगा तट पर मिनी कुंभ। काशी के गंगा घाट पर इस पार से लेकर उस पार पार रेती तक और विभिन्न मठों, आश्रमों,धर्मशालाओं में नागा साधुओं का डेरा पड़ जाता है। फिर तो होली पर्व तक हजारों नागाओं की चहलकदमी काशी में गंगा से लेकर बाबा विश्वनाथ के दरबार तक बनी रहती है।
आदि शंकराचार्य द्वारा धर्म रक्षा के लिए स्थापित किए गए नागा साधुओं सभी 13 अखाड़ों में सबसे बड़े अखाड़े श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े सहित चार प्रमुख शैव सन्यासी अखाड़ों का मुख्यालय काशी में ही है। इनमें हनुमान घाट पर श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा, दशाश्वमेध घाट पर श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा, हनुमान चैक कपिलधारा में श्री पंच अटल अखाड़ा, शिवाला घाट पर महानिरंजनी अखाड़ा के मुख्यालय हैं।
श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के पुजारी संतोष मिश्र ने कहा - जूना अखाड़ा के साथ ही अग्नि और आवाहन अखाड़ों के नागा सन्यासी महाकुंभ में वसंत पंचमी पर संगम स्नान के बाद काशी की ओर प्रस्थान करेंगे। आठ फरवरी को रमता पंच के नेतृत्व में बाजे-गाजे व हाथी-घोड़ों, रथों तथा पैदल सन्यासियों की भव्य शोभायात्रा में पूरे लाव-लश्कर व अस्त्र-शस्त्रों के साथ उनका नगर प्रवेश होगा। अधिकांश सन्यासी बैजनत्था स्थित जपेश्वर मठ पर रुक जाते हैं। फिर 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर जपेश्वर मठ से उनकी शोभायात्रा निकलेगी और सभी अपने-अपने लाव-लश्कर अस्त्र-शस्त्र के साथ हनुमान घाट पहुंचेंगे।
काशी नगर प्रवेश के बाद सभी सन्यासियों का जत्थे अपने-अपने आश्रमों-मठों के साथ गंगा तट के दोनों ओर पड़े तंबुओं, छावनियों में अपना डेरा जमाएंगे। फिर होली तक यह जमावड़ा काशी में बना रहेगा। महाकुंभ के समापन के बाद 13 अखाड़े बनारस में बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए पहुंचेंगे। महाशिवरात्रि पर 26 फरवरी को काशी में अखाड़ों की पेशवाई होगी। गाजे-बाजे, रथ, हाथी और घोड़े के साथ अखाड़ों की पेशवाई अखाड़ों से श्री काशी विश्वनाथ धाम के साथ ही शहर की सड़कों पर निकलेगी।इस दौरान काशी की जनता बाबा विश्वनाथ की सेना के रूप में मशहूर नागा साधुओं का वैभव देखेगी। अपनी-अपनी धर्मध्वजा के साथ अखाड़ों के महामंडलेश्वर पेशवाई का नेतृत्व करेंगे।