पुलिस और गोताखोर तलाश रहे थे नदी में, युवक सो रहा था मौसी के घर
गोरखपुर। मुखलिसपुर पुल से कुआनो नदी में रात छलांग लगाने वाले युवक की तलाश में एक तरफ पुलिस और गोताखोर घंटों मशक्कत करते रहे, उधर युवक अपनी मौसी के घर चैन की नींद सो रहा था। बताया जा रहा है कि नदी में कूदने के बाद वह तैर कर निकल गया और कुछ दूरी पर रहने वाली मौसी के घर चला गया। उसने परिवारवालों को भी इसकी जानकारी नहीं दी। घटना के करीब 24 घंटे बाद युवक के सही सलामत होने का पता चलने पर पुलिस उसकी मौसी के घर पहुंची और उससे पूछताछ के बाद घरवालों के हवाले कर दिया। जानकारी के अनुसार, महुली थाना क्षेत्र के चोलखरी गांव निवासी भीमचंद्र (26) बुधवार को अपने भांजे अरुण कुमार (40) के साथ धनघटा क्षेत्र के सुरैना गांव में अपनी ससुराल गया था। भीम की हरकतों से तंग आकर उसकी पत्नी दो बच्चों के साथ मायके में ही रह रही थी। भीम जब ससुराल पहुंचा तो पता चला कि पत्नी शशिप्रभा (25) अपनी ननिहाल धनघटा के ही मथिया गांव गई है। इस पर भीम भांजे के साथ मथिया पहुंच गया। वह पत्नी को साथ घर ले जाना चाहता था पर पत्नी ने इनकार कर दिया। इसको लेकर विवाद हुआ और बताया जा रहा है कि उसने पत्नी को तीन-चार थप्पड़ भी मार दिए। अरुण किसी तरह उसे समझा बुझाकर वहां से लेकर घर को चला। रास्ते में मुखलिसपुर पुल के पास रात करीब 10 बजे वे पहुंचे। भीम ने पुल पर ई-रिक्शा रोका और उतरकर अचानक पुल से नदी में छलांग लगा दी। भीम के नदी में कूदते देख अरुण सन्न रह गया। उसने शोर मचाया तो आसपास के लोग पहुंचे। डॉयल 112 को भी सूचना दी गई तो कुछ देर में पुलिसवाले भी पहुंच गए और भीम की तलाश की कोशिश की, लेकिन अंधेरा होने के कारण कुछ पता नहीं चला। सुबह महुली और धनघटा पुलिस दोनों मौके पर पहुंची और स्थानीय गोताखोरों की मदद से भीम की तलाश शुरू की। करीब पांच-छह घंटे तलाश के बाद भी कुछ पता नहीं चला तो पुलिस ने तलाश बंद कर दी। इस दौरान अरुण के अलावा भीम के परिवार का कोई मौजूद नहीं था। उधर, रात करीब नौ बजे पुलिस को सूचना मिली कि भीम घटनास्थल से करीब तीन -चार किमी दूर एक गांव में अपनी मौसी के घर पर मौज से सौ रहा है। यह पता चलने पर पुलिस उसके रिश्तेदार के घर पहुंची और उसे उसकी हरकतों के लिए डांटने के साथ ही दोबारा ऐसी हरकत न करने की सलाह देते हुए उसके घरवालों को सौंप दिया। मुखलिसपुर पुलिस चौकी के सिपाही और चोलखरी गांव के लोगों का कहना है कि भीम घरवालों को डराने के लिए कभी फंदा लगाने तो कभी हाथ की नस काटने जैसा काम करता रहा है। इस बार वह नदी में कूदा और तैरकर मौसी के घर जाकर आराम से सो गया।