जगजननी जय-जय... के स्वर से गुंजायमान हुआ विंध्यवासिनी दरबार

 जगजननी जय-जय... के स्वर से गुंजायमान हुआ विंध्यवासिनी दरबार

मिर्जापुर।  दर्शन व पूजन के दौरान पुलिस, प्रशासनिक सुरक्षा व्यवस्था के साथ ही श्री विंध्य पंडा समाज के नेतृत्व में लोग लगे रहे। चैत्र नवरात्र के दौरान स्थानीय विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का ठहराव होने से रेलवे परिसर गुलजार रहे। गलियों से गुजरते हुए भक्त देवी दरबार में मत्था टेकने पहुंच रहे हैं।  विंध्याचल चैत्र नवरात्र मेला के चौथे दिन शुक्रवार की सुबह लगभग पचास हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां विंध्यवासिनी की चौखट पर हाजिरी लगाई। दर्शन-पूजन किया। मातारानी के दर्शन के लिए चारो पहर आरती व शृंगार बाद जैसे ही मंदिर के कपाट खुले, कतारबद्ध श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी के जयकारे लगाते हुए दर्शन के लिए बढ़ने लगे। धाम की गलियां दिनभर भक्तों से पटी रहीं।  मंगला आरती के बाद जैसे ही गर्भगृह के कपाट खुले मां विंध्यवासिनी के जयकारे से धाम की समस्त गलियां गुंजायमान हो गईं। न्यू वीआईपी, पुरानी वीआईपी व पक्का घाट व जयपुरिया गली के रास्ते आने वाले भक्त गर्भगृह में पहुंचकर गुड़हल, कमल के फूल के साथ ही रत्न जड़ित हारों से हुए शृंगार के बाद माता के भव्य स्वरूप को देख भक्त निहाल हो उठे।  आस्थाधाम स्थित विभिन्न वाहन स्टैंड दो, चार पहिया वाहन से पटे हुए हैं। ऐसे वाहनों के चलते जहां विंध्याचल में खाली मैदान में वाहन नजर आ रहे हैं वहीं गोपीगंज वाहन स्टैंड के आसपास प्रतिदिन सड़को पर दर्शनार्थियों को जाम की समस्या से भी जूझना पड़ रहा है। मां विंध्यवासिनी के दर्शन के बाद दुकानों पर हो रही खरीदारी श्रृंगार व खिलौनों की दुकानों के अलावा चुनरी व लाठी के दुकानों पर ग्राहक रुककर खरीदारी में जुटे हुए हैं।  स्थानीय के साथ ही दूर-दराज से बड़ी संख्या में श्रद्धालु के देवी धाम पहुंचने का क्रम जारी देख नारियल, माला-फूल व प्रसाद बेचने वाले दुकानदारों के चेहरे खिले हुए हैं। चैत्र नवरात्र पर विंध्यधाम की समस्त गंगा घाटो पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी रही। विभिन्न स्टैंडों पर वाहनों से उतरने वाले श्रद्धालु सीधे गंगा घाटों की ओर कूच करते दिखे। 

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाने के बाद मां गंगा के पूजन बाद धाम की गलियों में सजी दुकानों से माला, फूल व प्रसाद लेकर बड़े श्रद्धा भाव से मां के दरबार की ओर जाने वाले गलियों में कतारबद्ध हो गए मां का भव्य स्वरूप का दर्शन पूजन कर अपने अपने परिवार की सुख समृद्धि की कामना किया।