चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के वीडियो वायरल,सीएम ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्राओं के वीडियो वायरल,सीएम ने दिए उच्चस्तरीय जांच के आदेश

(रणभेरी): मोहाली की नामी निजी यूनिवर्सिटी में शनिवार देर रात उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया, जब हॉस्टल में रही एक छात्रा ने अन्य छात्राओं के अश्लील वीडियो बनाकर शिमला में बैठे दोस्त के माध्यम से सोशल मीडिया पर वायरल करा दिए। 

चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में एक छात्रा रोजाना हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों के वीडियो बनाती थी।वह उनके कपड़े बदलने या नहाने के समय ही यह वीडियो बनाती थी। जिसके बाद अपने दोस्त को भेजती थी। लड़कियां कुछ दिनों से उसे नोटिस कर रही थी। लेकिन शनिवार को लड़कियों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। 

छात्राओं के नहाने का वीडियो वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी की लड़कियां गुस्से में हैं। छात्राओं का कहना है कि वे हॉस्टल में सुरक्षित महसूस नहीं कर रही हैं।उन्होंने हॉस्टल प्रशासन पर मामले को दबाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। छात्राओं ने कहा कि हॉस्टल प्रशासन ने पैसे देकर मीडिया और पुलिस को वापस भेज दिया। आरोपी लड़की सबके सामने अपनी गलती का कबूलनामा करने वाली थी, लेकिन प्रशासन ने यह भी नहीं होने दिया।
वीडियो बनाने वाली छात्रा से हॉस्टल में लड़कियों ने ही पूछताछ की है। इसका भी एक वीडियो सामने आया है। आरोपी छात्रा का कहना है कि उसने ये वीडियो दबाव में बनाया, ज्यादा सवाल होने पर उसने अपने फोन में एक लड़के का फोटो दिखाकर उसे मास्टरमाइंड बताया है। 

छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया और नारेबाजी शुरू हो गई। इसी बीच एक छात्रा को दिल का दौरा पड़ गया, जबकि कुछ की तबीयत बिगड़ गई। मौके पर पुलिस ने पहुंचकर मोर्चा संभाला। आरोपी छात्रा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक टीम शिमला से लड़के को गिरफ्तार करने के लिए भेजी गई है। हालांकि एसएसपी विवेकशील सोनी ने पूरे मामले का खंडन किया और कहा कि आरोपी लड़की ने केवल अपने ही वीडियो भेजे थे। किसी और लड़की के नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदर्शन के दौरान एक लड़की की तबीयत बिगड़ी थी। जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। हालांकि किसी की मौत नहीं हुई है।

सीएम भगवंत मान ने पूरे मामले की निंदा करते हुए कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की घटना सुनकर दुख हुआ...हमारी बेटियां हमारी शान हैं। मैंने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मैं लगातार प्रशासन के संपर्क में हूं। आप सब से अपील करता हूं कि अफवाहों से बचें। कांड की सूचना मिलते ही पंजाब सरकार हरकत में आई और आरोपियों को न बख्शने की बात कही गई। पंजाब  राज्य महिला आयोग ने छात्राओं के परिजनों को आश्वस्त करते हुए कहा कि इस मामले में न्याय होगा। आयोग की चेयरपर्सन मनीषा गुलाटी ने कहा कि इस पूरे मामले की सात दिन में सच्चाई सामने लाई जाएगी। इसके साथ ही हॉस्टल की वार्डन से भी पूछताछ होगी।

यूनिवर्सिटी के अनुसार, अन्य छात्राओं के आपत्तिजनक वीडियो शूट करने की बात पूरी तरह से झूठी और निराधार हैं। किसी भी छात्र का कोई वीडियो आपत्तिजनक नहीं मिला, सिवाय एक लड़की द्वारा शूट किए गए एक निजी वीडियो के, जिसे उसके प्रेमी के साथ साझा किया गया था। वहीं अफवाहें हैं कि 7 लड़कियों ने आत्महत्या कर ली है जबकि सच्चाई यह है कि किसी भी लड़की ने ऐसा कोई कदम उठाने की कोशिश नहीं की है। घटना में किसी लड़की को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया है।सूत्रों की माने तो जब छात्राओं को पता चला कि उनके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं तो उनके होश उड़ गए। इस दौरान वीडियो देखकर एक छात्रा को तो दिल का दौरा पड़ गया। छात्राओं ने जमकर हंगामा किया। मजबूरी में यूनिवर्सिटी के गेट तक बंद करने पड़े। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच चल रही है। आरोपी छात्रा एमबीए फर्स्ट ईयर में पढ़ती है। एक छात्रा को हार्ट अटैक आया है बाकी कुछ छात्राओं को डिहाइड्रेशन की शिकायत के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया है।