वाराणसी: तुलसीघाट पर नाग नथैया लीला 29 की शाम होगा आयोजित, बढ़े जल स्तर के कारण लोगों को होगी दिक्कत
वाराणसी (रणभेरी): दिवाली के चार दिन बाद काशी के तुलसी घाट पर 451 वर्षों से लगातार हो रही अद्भुत 'नाग नथैया लीला' का आयोजन 29 अक्टूबर को होगी। ऐसे समय में गंगा का चढ़ा जल स्तर चुनौती पेश कर रहा है। लीला स्थल तुलसीघाट के अगल-बगल असि घाट और जानकी घाट समेत सभी घाट जलाजल हैं। घाट की सीढ़ियां ही एक मात्र बची हैं जहां बैठ कर श्रद्धालु लीला का अवलोकन कर सकते हैं। इसके मद्देनजर मंगलवार को पुलिस आयुक्त सतीश गणेश ने भी लाव लश्कर के साथ लीला स्थल का दौरा किया और मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
संकट मोचन मंदिर के महंत और तुलसीघाट की श्रीकृष्ण लीला के संयोजक प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र के अनुसार कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्थी 29 अक्टूबर शनिवार को नाग नथैया (कालिय दमन) लीला का आयोजन किया जाएगा। इस बार गंगा में बाढ़ के कारण घाट पानी से भरा हुआ है। ऐसे में इस बार लीला का आयोजन चुनौतीपूर्ण है लेकिन भगवत कृपा से सब हो जाएगा।लीला दोपहर तीन बजे से शुरू होती है। इसे देखने के लिए लोग घाटों के रास्ते भी आते हैं। वहीं घाटों का संपर्क पानी के कारण टूटा हुआ है। लीला-स्थल पर पहुंचने के लिए दो ही रास्ते बच रहे हैं। पहला असि-भदैनी मार्ग से तुलसीघाट आने वाला मुख्य रास्ता और दूसरा असि से रामजानकी मंदिर व लक्ष्मीबाई जन्म स्थली होते सहायक मार्ग। ऐसे में भीड़ को नियंत्रित करना कमिश्नरेट पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगा।