बर्बाद कर देगा यह नये जमाने का नया जुआ

बर्बाद कर देगा यह नये जमाने का नया जुआ

 गेमिंग से बैटिंग, बैटिंग से लोन, लोन से बर्बादी तक के सफर, अमीर बनने के लालच में बना फकीर, बहुतों लाखों गंवाकर होश में आए

वाराणसी (रणभेरी सं.)। सेलीब्रिटीज के भारी-भरकम प्रचार से आनलाइन गेमिंग पॉपुलर हो रहा है लेकिन कितने घर बर्बाद हो रहे हैं, इसका कोई आंकड़ा नहीं। कोई युवा जो प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है उसे दोस्तों से बेटिंग एप्स और आॅनलाइन गेमिंग के बारे में पता चलता है। पहली बार जब वह 500 रुपए लगाता है तो उसे पांच गुना वापस आता है । उन्हें लगता है कि इससे अच्छा क्या है। कई सारी वेबसाइट पर खेलने लगते हैं। शुरू में अच्छे पैसे मिले, वो भी वह गेम में लगा देता है। नौकरी छोड़ देता है। लगता है वह पूरा दिन खेलने। उसे लगता है कि पूरे दिन खेलूंगा तो जल्द से जल्द अमीर बन जाऊंगा लेकिन हारते चले जाता है। दोस्तों रिश्तेदारों से उधारी में पड़ जाता है। फिर लोग दरवाजे पर आकर लड़ने लगते हैं। कई पैसा लौटाने के लिए घर से गहने भी चोरी करते हैं। कर्ज से तनाव इतना हो जाता कि वह फिर नशे को सहारा बनाता है। कई दफा आत्महत्या के बारे में भी सोचने लगता। 

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक्सपर्ट का कहना है कि गेम कंपनियां आपकी साइकोलॉजी के हिसाब से साइकोलॉजिकल इंस्टिंक्ट को यूज कर रही हैं और इस मॉडलिंग को यूज करके आपको ट्रैप में फंसा लिया जाता है। मॉडल आपके बिहेवियर पैटर्न को जानते हैं, उसी के बेस पर आपको एक बार फंसा लेते हैं और फिर उसी में आपको इंवॉल्व रखते हैं। जो मॉडल्स हैं, वो इस तरीके से चलते हैं कि आखिरी में फायदा गेम खेलने वाले को नहीं बल्कि गेमिंग कंपनी को ही होता है। ये एक कैसिनो इकोसिस्टम में भी चलता था, अब इस सिस्टम में भी चलता है कि वो मॉडल्स का ही इस्तेमाल करते हैं।

समझिए विज्ञापन का पूरा खेल

जैसे पहले लोग जुए की लत में घर बर्बाद कर देते थे, अब वही काम आनलाइन गेमिंग की लत करवा रही है। बस तरीका स्मार्ट, अप टू डेट और इंटेलीजेंट है। आपको दिखाया जाता है कोई 100 रुपए लगाकर 1.5 करोड़ जीत गया लेकिन सच ये है कि जीतता बस एक है, बाकी करोड़ों सिर्फ गंवाते हैं। ये आपका सपना तो करोड़पति बनने का दिखाते हैं लेकिन आपके पास जो है आप वो भी गंवा बैठते हैं। 10 में से दो-तीन जीत जाएंगे लेकिन ओवरआॅल फायदा कंपनी का ही होगा। ये रीइन्फोर्समेंट लर्निंग मॉडल होते हैं। तीन तरीके के मॉडल्स होते हैं, जो यह श्योर करते हैं कि 10 में से केवल दो-तीन ही जीते और बाकी हारे और लास्ट में फायदा केवल कंपनी को ही हो। जो जीत जाते हैं, उन्हें देखकर ही और लोग पैसा लगाते रहते हैं।

क्या कहते हैं आंकड़े

युवाओं में आनलाइन गेमिंग की लत तेजी से बढ़ रही है. आप गूगल पर बस आॅनलाइन गेंमिंग में पैसा टाइप करिए उसके बाद जो दिखाई देगा आंखे फटी रह जाएंगी। कौन हैं वो लोग जो सबकुछ देखने-समझने के बाद भी लाखों रुपये इस जुए में हारते चले जा रहे हैं।

बच्चे ट्रैप में न फंसे इसके लिए क्या करें?

बच्चों को पैसे देने के लिए भी कई तरह के ऐप हैं, जो लोन देकर बच्चों को फंसा लेते हैं। जब बच्चे गेमिंग करते हैं तो पेरेंट्स को लगता है कि उनके बच्चे केवल गेमिंग कर रहे हैं। पेरेंट्स को पता ही नहीं चल पाता कि कब उनके बच्चे गेम के एरिया से निकलकर सट्टे में पहुंच गए। बच्चों को लगता है कि जितना पैसा जा रहा है, वो बना लेंगे लेकिन दस में से दो लोग ही बना पाते हैं। इसलिए बच्चों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है, बच्चों के ब्राउजिंग पैटर्न का रिव्यू करना बहुत जरूरी है।

इन्फ्लुएंसर और सेलिब्रिटी का असर

इन आनलाइन गेम्स से कुछ लोगों को पैसे मिल भी जाते हों लेकिन इसमें ज्यादातर लोगों को नुकसान ही उठाना पड़ता है। कई बड़े सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर इन बेटिंग एप्स और गेम ऐप्स को प्रमोट भी करते हैं। उन्हें तो इस बात के पैसे मिलते हैं लेकिन उनका क्या, जो दूसरों से उधार लेकर और अपने पास रखी जमा पूंजी भी लुटा देते हैं। ये खेल कोई हजार, 2 हजार का नहीं बल्कि करोड़ों का है।

कैसे बचें आनलाइन गेम की लत से

आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक्सपर्ट कहते हैं, इस लत से कैसे बचें ये बहुत मुश्किल सवाल है क्योंकि आपके इंस्टिंक्ट बिहेवियर पैटर्न पर आपको खुद कंट्रोल करना होता है। दो बातें हैं, पहली- आपको सही जानकारी होना, दूसरा-ये गलत है फिर उससे बचना आपके ही हाथों में है। जैसे सिगरेट के डिब्बे पर लिखा होता है कि यह आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, सिगरेट तो आपकी बॉडी पर बहुत देर में असर करेगी लेकिन आनलाइन गेमिंग में तुरंत ही झटका लगेगा।