अपराधी ने हाथ में ले रखा था कट्टा तो पुलिस ने पैर में कैसे बांधा पट्टा ?
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हाथ में कट्टा और पैर में पट्टा वाली तस्वीर ने छोड़े कई सवाल !
वाराणसी (रणभेरी सं.)। पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ की कहानी कोई नहीं है। अक्सर किसी न किसी थाना क्षेत्र में शातिर अपराधी और पुलिस के बीच की मुठभेड़ की खबरें आती रहती है। लेकिन इन सबके बीच जो दिलचस्प है वो है पुलिस की कहानी। अगर आप मुठभेड़ की कहानियों पर गौर करेंगे तो समझेंगे कि हर मुठभेड़ की कहानी लगभग एक जैसी होती है। पुलिस द्वारा क्षेत्र में चेकिंग अभियान या गस्त किया जाता है। उसी दौरान वह अपराधी बाइक से आता है। अक्सर अपराधियों की रेसर बाइक होती है। पुलिस को देखकर वह भागने का प्रयास करता है, फिर पुलिस पीछा करती है। पुलिस से अपने आप को घिरता देख अपराधी असलहा निकालर पुलिस पर फायरिंग करता है। जवाबी कार्रवाई में पुलिस भी बदमाश के ऊपर फायर झोंकती है जो बदमाश के सीधे पैर में ही जाकर लगती है। निशाना इतना सटीक की गोली इंच भर भी इधर उधर नहीं लगती। गोली लगने पर बदमाश गिर जाता है, फिर पुलिस उसे उठाकर अस्पताल ले जाती है।
आज भी कुछ ऐसा ही हुआ। जैतपुरा इलाके के बघवानाला में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हो गई पुलिस और एसओजी की टीम ने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया जिसे गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों बदमाश पिछले दिनों व्यवसाई पर हमला कर लूट की असफल कोशिश की थी। पुलिस टीमें उन्हें तलाश रही थी। लेकिन इन सबके बीच कई सवाल उठते है जो पुलिसिया मुठभेड़ के इस कहानी को उजागर करती है। क्या बदमाश और पुलिस के बीच सच में आमना-सामना हो गया ! क्या भागते अपराधी को दौड़कर पुलिस ने मारी गोली ? जमीन पर गिरे अपराधी के पैर में किसने बांधा कपड़ा ? क्या पुलिस ने पहले पैर में बांधा कपड़ा और फिर हाथ में थमा दिया कट्टा ? या गोली लगने के बाद अपराधी ने अपने हाथों से पैर में कपड़ा बांधा और उसके बाद कट्टा लेकर जमीन पर लेट गया ? ऐसे कई सवाल है जो पुलिसिया मुठभेड़ के कहानी को सवालों के घेरे में खड़ी करती है। ताज्जुब इस बात का होता है कि सारे अपराधियों के साथ एक ही तरह के मुठभेड़ कैसे हो जाते ! आखिर कैसे एक ही अपराधी के पैर में गोली लगती और उसका साथी फरार हो जाता है ! क्या सारे अपराधी एक ही किस्म के है, या फिर पुलिस को अपनी मुठभेड़ की कहानी में बदलाव लाने की आवश्यकता है!
ऐसे हुआ पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़
दरअसल आज सुबह जैतपुरा इलाके के बघवानाला में पुलिस और बदमाशों की मुठभेड़ हुई। पुलिस और एसओजी की टीम ने बदमाशों को रोकने का प्रयास किया, लेकिन बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पुलिस की गोली से घायल हो गया। उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों बदमाश पिछले दिनों सराफ पर हमला कर लूट की असफल कोशिश की थी। पुलिस टीमें उन्हें तलाश रही थी। एसीपी चेतगंज गौरव कुमार के मुताबिक 7 फरवरी को जैतपुरा क्षेत्र के होरीपुरा में सराफ पर हमलाकर लूट की कोशिश की गई थी। उस घटना में दोनों बदमाश शामिल रहे। घटना के बाद पुलिस आयुक्त के निर्देश पर पुलिस और एसओजी टीमें बदमाशों का पता लगाने में जुटी थीं। पुलिस को सूचना मिली कि दोनों बदमाश जैतपुरा इलाके के बघवानाला की तरफ से कहीं भागने की फिराक में हैं। बदमाशों की मूवमेंट की सूचना के बाद जैतपुरा एसओ बृजेश मिश्रा और एसओजी प्रभारी मनीष कुमार मिश्रा टीम के साथ मौके पर पहुंचे। थोड़ी देर में दोनों बदमाश उसी स्कूटी से पहुंचे, जिस पर सवार होकर लूट की घटना को अंजाम देने पहुंचे थे। पुलिस ने दोनों को रुकने का इशारा किया तो फायर कर दिया। पुलिस टीम ने भी आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की। इसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
आखिर पहले क्या हुआ !
- भागते अपराधी को दौड़कर पुलिस ने मारी गोली ?
- ’ फिर अपराधी के पैर में जाकर लग गई पुलिस की गोली ?
- ’जमीन पर गिरे अपराधी के पैर में किसने बांधा कपड़ा ?
- ’ क्या पुलिस ने पहले पैर में बांधा कपड़ा और फिर हाथ में थमा दिया कट्टा ?
- ’ या गोली लगने के बाद अपराधी ने अपने हाथों से पैर में कपड़ा बांधा और उसके बाद कट्टा लेकर जमीन पर लेट गया ?