BHU सिंह द्वार बंद कर कल शाम से छात्रों का धरना जारी, फीस वृद्धि वापसी के बाद ही समाप्त होगा धरना
वाराणसी (रणभेरी): काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में फीस वृद्धि के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कल शाम से ही ताबड़तोड़ आंदोलन कर रहे है। मुख्य द्वार पर दोनों साइड के गेट आवाजाही के लिए खुले हुए हैं। मगर, इसके बावजूद कैंपस और लंका की सड़क पर जाम जैसी स्थिति बनी हुई है। आम छात्रों और लोगों को काफी दिक्कतें आ रहीं हैं। छात्र और प्रशासन के बीच कल रात हुई वार्ता पूरी तरह विफल रही। सिंह द्वार पर धरना दे रहे कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के विरोध में नारेबाजी कर फीस वृद्धि वापसी की मांग की। कहा कि जब तक फीस वृद्धि वापस नहीं हो जाती, तब तक हम गेट से नहीं हटेंगे। विश्वविद्यालय में छात्रावास सहित अन्य मदों में फीस वृद्धि को लेकर विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं की ओर से छात्र अधिष्ठाता कार्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना करीब एक महीने से चल रहा है। इस दौरान कई बार अधिकारियों ने बातचीत भी की लेकिन कार्यकर्ता फीस वृद्धि वापसी की मांग पर अड़े हैं।
परिषद के बीएचयू इकाई के अध्यक्ष अभय प्रताप सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की ओर से केवल फीस वृद्धि ही नहीं की गई बल्कि अतिथि गृह में ठहरने वालों के लिए भी कमरे का किराया बढ़ा दिया गया। विश्वविद्यालय के हॉल का भी शुल्क बढ़ा दिया गया है, जो गलत है। इधर सिंह द्वार पर धरने को लेकर भारी संख्या में पुलिस भी तैनात रही। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही विश्वविद्यालय की ओर से कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो उग्र आंदोलन होगा।
छात्रों ने कहा कि हम लोगों ने पूरा त्योहारी महीना धरनास्थल पर काट दिया। धनतेरस, दिवाली, दूज, छठ और दिवाली यहीं तंबू में मनाई गई। पिछले सप्ताह विश्वविद्यालय प्रशासन ने फीस वृद्धि पर समीक्षा करने के लिए कमेटी भी गठित कर दी। मगर, कमेटी के लोगों ने आज तक छात्रों से कोई वार्ता नहीं की। ABVP-BHU इकाई के महामंत्री पुनीत मिश्रा ने कहा कि ऐसा लगता है विश्वविद्यालय प्रशासन धरना खत्म कराना ही नहीं चाहता। आखिरकार, कमेटी की रिपोर्ट देने की डेडलाइन लिखकर देने में क्या समस्या आ रही है।