काशी विद्यापीठ में छात्रों ने फूंका कुलपति का पुतला, छात्र पर फर्जी FIR का आरोप, तीन मांगों को लेकर 22 दिन से जारी धरना

काशी विद्यापीठ में छात्रों ने फूंका कुलपति का पुतला, छात्र पर फर्जी FIR का आरोप, तीन मांगों को लेकर 22 दिन से जारी धरना

वाराणसी (रणभेरी): ‘महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ’ के प्रशासनिक भवन के सामने मंगलवार को छात्र नेताओं ने का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना उस कथित फर्जी FIR के खिलाफ थी, जो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र नेता करन प्रजापति पर दर्ज कराई गई है। इसके विरोध में और अपनी तीन मांगों के लिए छात्रों ने कुलपति का पुतला फूंका।

छात्रों का आरोप है कि उन्होंने बीते शनिवार को सिर्फ परीक्षा सेल का पुतला फूंका था, लेकिन प्रशासन ने इसे कुलपति का पुतला बताकर मामले को गंभीर बना दिया। इसके बाद करन प्रजापति पर जान से मारने की धमकी और विश्वविद्यालय की गरिमा भंग करने जैसे आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया।

इस घटनाक्रम ने छात्रों के गुस्से को और भड़काया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने मंगलवार को वास्तव में कुलपति का पुतला फूंका और एलान किया कि चाहे प्रशासन जितने भी मुकदमे दर्ज करवा ले, वे अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। छात्र नेता करन प्रजापति ने साफ कहा कि भ्रष्ट एडमिशन प्रक्रिया और फीस बढ़ोतरी को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जेल जाना भी पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।

काशी विद्यापीठ के छात्र नेता और छात्र पिछले 22 दिनों से तीन मांगों - मेरिट आधारित एडमिशन प्रक्रिया रद्द की जाए। पेड सीट 50 से 30 प्रतिशत की जाए और एडमिशन शुल्क में वृद्धि वापस ली जाए की मांग कर रहे हैं। इसपर शनिवार को छात्रों नप्रवेश सेल का पुतला फूंका था। जाकर इस दौरान विरोध प्रदर्शन भी किया गया था और कक्षाएं बंद करवा दी गई थी।

छात्र नेता करन प्रजापति ने कहा- विश्वविद्यालय प्रशासन हमपर मुकदमा लदवाकर सोच रहा है कि हमारा प्रदर्शन खत्म करवा लेगा तो यह कत्तई नहीं होगा। विश्वविद्यालय में जो भ्रष्टाचार एडमिशन के नाम पर हो रहा है उसे हम रोक के रहेंगे। किसी भी हाल में हमारी तीनों मांगे प्रशासन को माननी पड़ेगी। भले ही वो हमें झूठे मुकदमे में जेल भेज दें पर हम अपने हक़ की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति को जान से मारने की धमकी देने के आरोप में एलएलबी द्वितीय वर्ष के छात्र करन कुमार प्रजापति के खिलाफ सिगरा थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। यह कार्रवाई विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर प्रो. केके सिंह की तहरीर पर की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सिगरा थानाध्यक्ष ने बताया कि चीफ प्रॉक्टर ने गत 31 मई को पुलिस आयुक्त को शिकायती पत्र ई-मेल किया था। उनका कहना है कि पिछले कुछ दिनों से विश्वविद्यालय परिसर में धरना-प्रदर्शन चल रहा है। आरोपी छात्र करन ने 30 मई को कुलपति का पुतला दहन किया था। साथ ही, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।  धमकी से संबंधित साक्ष्य मोबाइल फोन के जरिये उन्होंने उपलब्ध कराया है। वहीं, इस संबंध में चीफ प्रॉक्टर प्रो. केके सिंह ने कहा कि इस संबंध में पुलिस ही बता पाएगी। उन्हें कोई जानकारी नहीं है।