दुर्गा प्रतिमाओं को शिल्पकार दे रहे फाइनल टच

दुर्गा प्रतिमाओं को शिल्पकार दे रहे फाइनल टच

प्रतिमाओं पर रंगरोगन का कार्य जारी, दुर्गा पूजा में आपरेशन सिंदूर की थीम, पर्यावरण एवं संस्कृति का मिलेगा संदेश

पानदरीबा में दिखेंगी विशालकाय मां दुर्गा की प्रतिमा

लहरतारा के पंडाल में आतंकवादी रुपी महिषासुर का मां दुर्गा करेंगी वध

राधेश्याम कमल

वाराणसी (रणभेरी): मिनी बंगाल कही जाने वाली काशी में दुर्गापूजा को लेकर दुर्गा प्रतिमाओं का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। शिल्पकार दुर्गा प्रतिमाओं को फाइनल टच देने में रात-दिन एक करके जुटे हुए हैं। शिल्पकारों के कारखानों में शिल्पकार दुर्गा प्रतिमाओं को अंतिम स्वरूप देने में लगे हुए हैं। दुर्गा प्रतिमाओं का रंग-रोगन भी कर दिया गया है। प्रतिमाओं को परिधान के साथ ही आभूषण पहनाना अभी शेष है। छोटी प्रतिमाओं को पूरी तरह से तैयार करके उन्हें साज-सज्जा कर प्रधान भी धारण करा दिया गया है। पंडालों में दुर्गा पूजा पर आपरेशन सिंदूर की थीम के साथ ही पर्यावरण एवं संस्कृति का संदेश मिलेगा। पानदरीबामें मां दुर्गा की विशालकाय प्रतिमा देखने को मिलेगी जो लोगों के बीच आकर्षण का केन्द्र होगी। लहरतारा के दुर्गा पूजा पंडाल में आतंकवादी रूप महिषासुर का मां दुर्गा वध करती हुई दिखेंगी। 

देवनाथपुरा स्थित विश्वनाथ मूर्ति कला भवन के शिल्पकार शोभनाथ पाल के कारखाने में इस साल 22 प्रतिमाएं तैयार की गई हैं। उनके कारखाने में प्रतिमाएं लगभग बन कर तैयार है। दुर्गा प्रतिमाओं पर रग-रोगन का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रतिमाओं को परिधान पहनाने का कार्य दो-तीन में शुरू होगी। उनके साथ उनके पिता शिल्पकार सुनील पाल भी जुटे हुए हैं। देवनाथपुार के ही शिल्पकार निर्मल दादा बताते है कि दुर्गा प्रतिमाओं को अब फाइनल टच दिया जा रहा है। छोटी-बड़ी प्रतिमाएं बन कर तैयार हैं। बड़ी प्रतिमाओं को परिधान पहनाने का कार्य दो-तीन बाद शुरू किया जायेगा। उनके कारखाने में 12 फुट की विशालकाय मां दुर्गा दुर्गा की प्रतिमा तैयार की गई है। जो पानदरीबा दुर्गा पूजा पंडाल में नजर आयेगी। 

जैसे-जैसे नवरात्र समीप आता जा रहा है वैसे-वैसे काशी की गलियां आस्था, कला और संस्कृति के रंग से सराबोर होने लगी है। शिल्पकारों की मेहनत और उनकी रचनात्मकता इस बार दुर्गापूजा के रंग को और भी चटक करेगी। इस बार दुर्गा पूजा में मां दुर्गा की प्रतिमाएं आपरेशन सिंदूर के साथ ही नारी सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देती नजर आयेंगी। लहरतारा स्थित दुर्गा पूजा पंडाल में मिट्टी-घास-बांस और जूट से बनायी गई मां दुर्गा की प्रतिमा में आपरेशन सिंदूर की झलक देखने को मिलेगी। मां दुर्गा अपनी गोद में घायल सेना के जवान को लिए आतंकवादी रूपी महिषासुर का वध करती हुई दिखेंगी। जबकि मां लक्ष्मी एक विवाहिता को सिंदूरदान करत दिखेंगी। इस बार दुर्गा प्रतिमाएं पर्यावरण एवं सामाजिक संदेशों के साथ सभी के दिल में भक्ति का संचार करेंगी। पियरी के दुर्गापूजा पंडाल में इस बार मां दुर्गा के भारतनाट्यम नृत्य की मुद्रा में दिखाया गया है। अर्दलीबाजार में मां काली आतंकवाद के प्रतिकी महिषासुर का वध करती हुई दिखेंगी। चेतगंज के मां वैष्णो क्लब में मां दुर्गा पर्यावरण का संदेश देती नजर आयेंगी। यहां पर पत्तों के स्वरूप में मां दुर्गा रहेगी। हथुआ मार्केट स्थित प्रीमियर ब्वायज क्लब में इस बार 18 भुजाओं वाली मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा दिखेगी। इनके साथ ही 39 अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित की जायेगी।