मोदी पीएम, शाह गृहमंत्री व राजनाथ फिर होंगे रक्षामंत्री !
वाराणसी (रणभेरी/विशेष संवाददाता)। लोकसभा चुनाव 2024 के लिये तीन चरण का मतदान हो चूका है। अंतिम चरण में एक जून को बनारस में मतदान होंगे, और चार जून को परिणाम घोषित किया जाएगा। दिल्ली में किसकी सरकार होगी, मंत्रिमंडल का स्वरूप क्या होगा, देश के दिग्गज राजनीतिज्ञ भले ही इस मुद्दे पर अभी कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं हैं, लेकिन बनारस के सट्टेबाजों ने दिल्ली में सरकार बना दी है। यहां तक कि मंत्रिमंडल की रूपरेखा भी तय कर ली है।नरेंद्र मोदी सरकार में प्रधानमंत्री बनेंगे, जबकि भारतीय जनता पार्टी के अमित शाह गृह मंत्रालय व राजनाथ सिंह सिंह फिर से रक्षा मंत्रालय का कार्यभार संभालेंगे। यह कयास न तो किसी एग्जिट पोल के जरिये लगाया जा रहा है और न ही किसी ज्योतिष ने ऐसी भविष्यवाणी की है, बल्कि ये अनुमान है सटोरियों का। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री और वित्त मंत्री के नाम पर करोड़ों का सट्टा बुक किया जा चुका है। बनारस में कौन जीतेगा, उसे कितने मतों से जीत मिलेगी, उत्तर प्रदेश में भाजपा, सपा और बसपा को कितनी सीटें मिलेंगी, इन पर भी सटोरियों ने दांव लगाए हैं। दिल्ली में किसकी सरकार बनेगी, सिर्फ इसी बात पर सौ करोड़ का दांव लगाया गया है। सटोरियों ने सबसे ज्यादा भरोसा भाजपा पर जताया है।
भाजपा 400 के अंदर ही
आनलाइन सट्टा बाजार का अनुमान है कि भाजपा 400 पार नहीं जा पाएगी। सट्टा बाजार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को महज 43 सीटें देने का अनुमान जता रहा है। जिसमें छत्तीसगढ़, गुजरात, उत्तराखंड और दिल्ली में कांग्रेस का खाता भी नहीं खुलने का अनुमान भी शामिल है। भाजपा एक तरफा जीतेगी, लेकिन 543 में से 331-350 सीटें ही खाते में आएगी। वहीं सरकार बनाने का दावा कर रही कांग्रेस 43 सीट पर सिमटेगी।
तो पंकज आर्या और बबलू अग्रवाल के गुर्गे ही लगा रहे है भाव !
सूत्रों की माने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ही चुनावी क्षेत्र वाराणसी के दो बड़े सट्टे बाज सहित एक बड़े पैथोलोजी संचालक द्वारा ही लोकसभा चुनाव पर बाजार भाव खोलने की हिमाकत की गयी है। पूर्वांचल में सट्टेबाजी का बड़ा सिंडिकेट चला रहा पंकज आर्या और बबलू अग्रवाल के गुर्गे चुनाव में विभिन्न दलों के उम्मीदवारों की जीत-हार पर करोड़ों का सट्टा लगवा रहे है। सूत्र बताते हैं कि महमूरगंज निवासी पंकज आर्या तथा शिवाला निवासी बबलू अग्रवाल जो कि भारत सहित, नेपाल, श्री लंका एवम् दुबई में बैठे बड़े सट्टा माफियाओं से जुड़े है इनकी पहुँच बड़े ऊपर तक है जिसकी वजह से ये बेखौफ होकर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में संगठित अपराध की फसल सींच रहे है इनकी दबंगई का आलम यह है कि ये दावे के साथ कहते है कि इनके गिरेबान तक हाथ डालना पुलिस के बस की बात नहीं।
यूपी में 65-70 सीटें
सट्टा बाजार का दावा है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस-सपा गठबंधन को पाँच से दस सीटें ही मिलेंगी। वहीं भाजपा 65-70 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
सोशल मीडिया पर चल रहा कारोबार
जानकारों की माने तो आॅनलाइन सट्टा चलाने वालों के खिलाफ पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। आॅनलाइन सट्टा चलवाने वाले संचालक सोशल मीडिया में अपना गोरखधंधा चला रहे हैं। टेलीग्राम, वाट्सऐप, इंस्टाग्राम आदि के जरिए आईडी बेच रहे हैं। अपने एजेंटों के माध्यम से पैनल बांट रहे हैं। आईपीएल क्रिकेट का सीजन होने के कारण अधिकांश सटोरिए इसी में लगे हैं।
ग्राउंड रिपोर्ट पर भी काम करते हैं काम
लोगों का चुनावों के रुझान और परिणाम में दिलचस्पी देखते हुए सटोरिए और दलाल सक्रिय हुए और इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग करके पूरा नेटवर्क बनाया। सट्टा बाजार से जुड़े लोग दावा करते हैं, कि चुनाव का सटीक अनुमान बनाने के लिए वे ग्राउंड रिपोर्ट पर भी काम करते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर एनालिसिस कर बाजार में रुझान बताते हैं।
बंद करना मुश्किल
साइबर एक्सपर्ट के अनुसार आनलाइन बैटिंग एप को बंद करना मुश्किल है। इसकी वजह यह है कि यह प्ले स्टोर में नहीं है। इसके लिए खेलने वालों को सीधे आइडी दी जाती है। ग्राहक सीधे रिचार्ज कर आसानी से पैसे जमा कर मैच खेलता है। इतना ही नहीं जब तक मुख्य आरोपित नहीं पकड़े जाते तब तक बंद करना मुश्किल है।