सगे और सौतेले बेटे ने मिलकर  किया पिता का कत्ल

सगे और सौतेले बेटे ने मिलकर  किया पिता का कत्ल

वाराणसी (रणभेरी सं.)। राजातालाब के परसूपुर स्थित ब्लॉक संसाधन केंद्र के पास गुरुवार शाम एक प्रॉपर्टी डीलर श्यामलाल यादव (55) की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप श्यामलाल के दो बेटों पर है, जिन्होंने लाठी-डंडे से उसे पीट-पीटकर मार डाला। डीसीपी गोमती जोन के नेतृत्व में पुलिस टीम ने तीन घंटे की मशक्कत के बाद श्यामलाल के पहली पत्नी के बेटे राजन और दूसरी पत्नी के बेटे दीना को गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, श्यामलाल शुक्रवार को 10 बिस्वा जमीन बेचने की योजना बना रहा था। यह कदम उसने अपनी प्रेमिका के कारण उठाया था, जिससे नाराज होकर दोनों बेटों ने उसकी जान ले ली।

जानकारी के मुताबिक, राजातालाब थाना क्षेत्र के भिखारीपुर निवासी श्यामलाल यादव (55वर्ष ) ने दो शादियां की थी और दोनों पत्नियों के बच्चे गांव में ही रहते थे। उनकी पहली पत्नी से एक बेटा और एक बेटी थी, जिसमें कुछ साल पहले बेटी की शादी कर दी। अब बेटा ने कारोबार के लिए रुपए मांग रहा था। उनका आरोप था कि श्यामलाल दूसरी पत्नी के बेटे को अपनी जमा पूंजी दे रहे हैं। संपत्ति और जमीन को लेकर परिवार में पहले भी कई बार विवाद हो चुका, रिश्तेदारों ने पंचायत करके मामला निपटा दिया। इसके बाद बीरभानपुर स्थित हनुमान मंदिर के पास मकान बनवाकर रहने लगे। गुरुवार को श्यामलाल का दामाद घर आया था और फिर संपत्ति की बात शुरू हो गई। घर के बरामदे में उसका बेटा आ गया और आज ही संपत्ति के बंटवारे की जिद करने लगा।

बातों में विवाद बढ़ गया और दोनों ने मारपीट कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया, आसपास के लोगों ने बीच बचाव किया तो दोनों मौके से फरार हो गए। पड़ोसियों ने घटना की सूचना पुलिस को दी और सूचना पाकर राजातालाब थाना प्रभारी अजीत कुमार वर्मा के साथ कस्बा चौकी प्रभारी विपिन पांडे मौके पर पहुंचे। घायल श्याम लाल यादव को भिखारीपुर स्थित विमला हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां पर हालत गंभीर होने की वजह से डॉक्टरों ने बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर को रेफर कर दिया। लहूलुहान श्यामलाल को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर लाया गया, जहां पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। जांच के बाद चिकित्सकों ने भी मृत घोषित कर दिया।

श्यामलाल की हत्या के बाद उसकी पहली पत्नी अमरावती मौके पर पहुंची और राजन ने पुलिस से संपर्क किया। हालांकि, दूसरी पत्नी का बेटा दीना और बेटी साधना सामने नहीं आए। 

पुलिस ने जब दीना को तलाशा, तो वह अपने दोस्त के पास छिपा हुआ मिला। पूछताछ में दीना ने कबूल किया कि उसने सौतेले भाई राजन के साथ मिलकर पिता पर हमला किया था। पुलिस जांच में पता चला कि श्यामलाल, दीना का सगा पिता नहीं था। दीना, श्यामलाल की दूसरी पत्नी के पहले पति का बेटा था। श्यामलाल की हत्या से पहले दीना और राजन, पिता द्वारा जमीन बेचने के निर्णय से नाराज थे। इस नाराजगी में उन्होंने उसकी हत्या की योजना बनाई और बीआरसी के पास हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया।