तपिश में बिजली की बेवफाई से आमजन खफा
- आए दिन कहीं टूटकर गिर रहे जर्जर तार तो कहीं जंपर उड़ने की मिल रही शिकायत
वाराणसी (रणभेरी): हल्की बरसात के बाद गर्मी का कहर जारी है। ऐसा लग रहा मानो आसमान से गर्म लावा गिर रहा हो। लोग इस आस में है कि कब बरसात या ठंढी हवा चले ताकि बेचैनी वाली गर्मी से राहत मिले। एक तरफ जहां भीषण गर्मी की वजह से हाहाकार मचा हुआ है वहीं दूसरी तरफ बिजली की अघोषित कटौती से लोगों को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बिजली की कटौती से उमस वाली गर्मी में आम जनता त्राहिमाम करने लगी है। शहरी इलाका हो या फिर ग्रामीण क्षेत्र, घंटों अघोषित बिजली कटौती जनता के लिए मुश्किल का सबब बनी हुई है।
यूपी के अन्य शहरों की तरह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी बिजली संकट गहराता चला जा रहा है। 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा इस भीषण गर्मी में धरा का धरा ही रह जा रहा है। आलम यह है कि कई क्षेत्रों में रात-रात भर बिजली कट जा रही है। गर्मी के चरम पर आते ही बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। वहीं बिजली विभाग की ओर से वाराणसी जिले में लोगों को बेहतर बिजली आपूर्ति का भले ही दावा किया जा रहा है लेकिन हकीकत यह है कि बिजली कटौती से जनता बेहाल हो गई है। किस क्षेत्र में कब बिजली कटेगी और कब तक आएगी, इस बारे में लोगों को सही जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। कहीं तार टूटकर गिर रहा है तो कहीं जंपर उड़ने की शिकायत मिल रही है। दिन में तो कटौती हो ही रही है लेकिन सबसे अधिक परेशानी रात के समय में होने वाली कटौती से हो रही है।
हर बार गर्मी आने से पहले ही जर्जर तारों को बदलने, ट्रांसफार्मर की मरम्मत कराने सहित अन्य व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने को लेकर बिजली विभाग की ओर से अभियान चलाया जाता है पर इस अभियान का धरातल पर कोई खास असर नहीं दिखता। बिजली की आवाजाही से बेहाल जनता उपकेंद्रों पर फोन करती है तो फाल्ट की बात कहकर फोन काट दिया जाता है। अब आम आदमी बादल की तरफ टकटकी निगाहों से पानी बरसने का इंतजार कर रहा हैं ताकि आसमान से बरस रही गर्मी और आए दिन कट रही बिजली कटौती से मिलने वाली परेशानी से निजात मिल सके। उधर बिजली कटौती से पेयजल की समस्य बनी हुई है। कई जगहों पर बिजली कटौती के कारण जलकल विभाग के पंप सेट तक नहीं चल रहे हैं, जिस कारण लोगों तक पानी नहीं पहुंच रहा है।