देश की सुख-शांति, अमन और भाईचारे के लिए दुआ

ड्रोन से होती रही निगरानी, संवेदनशील इलाकों में पुलिस फोर्स करती रही गश्त, कुर्बानी को लेकर था अलर्ट
वाराणसी (रणभेरी सं.)। ईद-उल-अजहा (बकरीद) के अवसर पर शहर की सभी मस्जिदों में देश की सुख-शांति, अमन और भाईचारे के लिए विशेष दुआएं मांगी गईं। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर बकरीद की मुबारकबाद दी। इस अवसर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। अधिकारी सड़क पर चक्रमण करते रहे।
वहीं ड्रोन के जरिये निगरानी की जा रही है। कैंट थाना क्षेत्र के नदेसर स्थित जामा मस्जिद पर विशेष सतर्कता बरती गई। मस्जिदों और उनके आसपास के इलाकों में पुलिस ड्रोन से निगरानी कर रही थी। एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश सिंह, डीसीपी प्रमोद कुमार और एसीपी विदुष सक्सेना ने खुद मौके पर पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। मुफ्ती शमीम अहमद अल हुसैनी ने बताया कि ईद-उल-अजहा के दिन अल्लाह की राह में कुबार्नी देने की परंपरा है,
जिसे नमाज के बाद निभाया जाता है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बकरीद की मुबारकबाद दी और देश में शांति की कामना की। एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश सिंह ने कहा कि ईद-उल-अजहा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद है।
पर्याप्त फोर्स की व्यवस्था की गई है। उन्होंने लोगों से अपील किया कि गाइडलाइन का पूरा पालन करें। सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट साझा न करें, जिससे लोगों की भावनाएं आहत हों। खुले में जानवरों की कुबार्नी और सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। डीसीपी प्रमोद कुमार ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में पर्याप्त फोर्स तैनात की गई थी।
वहीं अधिकारी भी लगातार चक्रमण कर रहे हैं। ड्रोन सर्वे कराया जा रहा है। उन इलाकों पर पैनी नजर रखी जा रही है। प्वाइंट के हिसाब से ड्युटियां लगाई गई हैं।
ज्ञानवापी, जामा मस्जिद के बाहर विशेष प्रबंध
बकरीद के मौके पर ईद की नमाज को लेकर ज्ञानवापी, जमा मस्जिद समेत अन्य प्रमुख मस्जिदों के आसपास सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। खुफिया तंत्र भी सक्रिय है। शहर में मदनपुरा, रेवड़ी तालाब, गोलगड्डा, दालमंडी के आसपास तो दूसरी तरफ लोहता जैसे इलाकों में विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस प्रशासन ऊंट और गायों की कुबार्नी न होने पाए, इसके लिए लगातार अपील भी कर रहा है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल भी शुक्रवार की देर रात तक नगर के विभिन्न इलाकों में चक्रमण करते नजर आए। बेनिया में लगे बकरा मंडी की व्यवस्था देखी। संवेदनशील इलाकों में गए और शांति समिति से जुड़े सदस्यों से भी मुलाकात की।